Elizabeth Short: दुनियाभर में हजारों लोगों के मर्डर होते हैं। जब किसी का कत्ल होता है तो पुलिस उसकी छानबीन करती है और ज्यादातर मामलों में अपराधी को पकड़ लिया जाता है। लेकिन कई केस में पुलिस असली अपराधी तक पहुंच ही नहीं पाती है। लेकिन क्या आपने कभी ऐसे मर्डर केस के बारे में सुना है, जिसमें 500 लोगों ने उस कत्ल का अपराध कबूल किया लेकिन उनमें से कातिल कोई नहीं था।
पुलिस आज तक भी असली कातिल का पता नहीं लगा पाई। जी हां, 77 साल पहले ऐसा मर्डर केस हुआ था। Elizabeth Short का मर्डर केस, जिसे “ब्लैक डाहलिया” के नाम से भी जाना जाता है, 20वीं सदी के सबसे रहस्यमयी और चर्चित मर्डर केस में से एक है।
500 से अधिक लोगों ने कबूला था हत्या का जुर्म:
यह मामला 1947 में लॉस एंजेलेस, कैलिफोर्निया में सामने आया और आज भी लोगों के जेहन में जीवित है। इस केस में 500 से अधिक लोगों ने जुर्म कबूल किया, लेकिन असली कातिल का पता आज तक नहीं चल पाया। Elizabeth Short का जन्म 29 जुलाई, 1924 को मैसाचुसेट्स में हुआ था।
वह एक महत्वाकांक्षी अभिनेत्री थीं और हॉलीवुड में अपने करियर को लेकर बड़े सपने देखती थीं। 22 वर्षीय एलिजाबेथ खूबसूरती और आकर्षण का प्रतीक मानी जाती थीं। उन्हें ब्लैक डाहलिया का उपनाम उनके काले कपड़ों और रहस्यमयी व्यक्तित्व के कारण दिया गया था।
दो हिस्सों में मिला था Elizabeth Short का शव:
15 जनवरी, 1947 को लॉस एंजेलेस के लेइमेर्ट पार्क इलाके में एलिजाबेथ का शव मिला। शव को देखकर पुलिस और स्थानीय लोग सन्न रह गए। उनका शरीर दो हिस्सों में विभाजित था, और चेहरे पर गहरे कट के निशान थे, जो एक भयानक मुस्कान जैसी आकृति बना रहे थे। शव को इस तरह सजाया गया था जैसे किसी कला-प्रदर्शनी का हिस्सा हो।
मर्डर के तरीके और अपराधी की सटीकता से यह स्पष्ट हुआ कि यह काम किसी सामान्य व्यक्ति का नहीं था। पुलिस को यह मामला एक प्रशिक्षित व्यक्ति का लगा, जो फॉरेंसिक और मानव शरीर रचना के ज्ञान में निपुण था।
पुलिस को नहीं मिला ठोस सबूत:
मामले ने मीडिया और जनता का ध्यान तुरंत अपनी ओर खींचा। लॉस एंजेलिस पुलिस विभाग (LAPD) ने बड़ी संख्या में संदिग्धों से पूछताछ शुरू की। जांच के शुरुआती चरण में 150 से अधिक संदिग्ध सामने आए, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया। चौंकाने वाली बात यह थी कि करीब 500 लोगों ने इस अपराध को खुद से जोड़कर झूठे कबूलनामे दिए। इनमें महिलाएं और पुरुष, दोनों शामिल थे। कई लोगों ने पुलिस का ध्यान आकर्षित करने या मानसिक समस्याओं के चलते ऐसा किया।
मीडिया में छाया मर्डर केस का मुद्दा:
मीडिया ने इस केस को सनसनीखेज बना दिया। अखबारों ने Elizabeth Short के निजी जीवन और हत्या के खौफनाक विवरणों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया। उन्हें कभी “हॉलीवुड की असफल अभिनेत्री” कहा गया, तो कभी उनकी निजी जिंदगी को लेकर अफवाहें फैलाई गईं। इस दौरान, मीडिया ने पुलिस की जांच को और कठिन बना दिया।
फेमस डॉक्टर था सबसे प्रमुख संदिग्ध:
Elizabeth Short के मर्डर केस में कई संदिग्ध सामने आए, लेकिन कोई भी दोषी साबित नहीं हुआ। इनमें डॉक्टर, अपराधी, सैनिक और यहां तक कि उनके करीबी लोग भी शामिल थे। इस केस में एक फेमस डॉक्टर जॉर्ज होडेल सबसे प्रमुख संदिग्ध थे।
उनके बेटे स्टीव होडेल, जो एक पूर्व डिटेक्टिव थे, उसने अपने पिता पर कई किताबें लिखीं और उन्हें एलिजाबेथ का कातिल बताया। स्टीव के अनुसार, उनके पिता के पास अपराध को अंजाम देने का कारण था। हालांकि, सबूतों की कमी के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया।
77 साल बाद भी अनसुलझा रहस्य:
77 साल बाद भी यह मर्डर केस एक अनसुलझा रहस्य है। आधुनिक तकनीक और डीएनए विश्लेषण के बावजूद भी आज तक असली कातिल का पता नहीं चल पाया है। 1947 से लेकर आज तक, यह केस केवल एक मिस्ट्री बना हुआ है। असली कातिल कौन था, यह सवाल इतिहास के पन्नों में दबकर रह गया है।