IT Raid In Cemetery: क्या कभी आपने सुना है कि इनकम टैक्स विभाग ने मुर्दो पर इनकम टैक्स की छापेमारी की हो। जी हां आपने सही पढ़ा। एक बार इनकम टैक्स विभाग ने एक कब्रिस्तान में छापेमारी की थी। कमाल की बात यह है कि इनकम टैक्स विभाग को मुर्दो की कब्रों से करोड़ों रुपए बरामद हुए थे।
IT Raid In Cemetery: आप अखबारों और खबरों में कई बार पढ़ते हैं कि इनकम टैक्स विभाग ने किसी के घर, दफ्तर पर रेड मार दी। इनकम टैक्स की रेड में कई लोगों के घरों से लाखों करोड़ों रुपए मिलते हैं। बता दें कि इनकम टैक्स विभाग ऐसे लोगों पर कार्रवाई करता है जिनके पास काला धन होता है। या फिर ऐसे लोगों पर कार्रवाई करता है जो पैसे के लेन देन में हेराफेरी करते हैं।
लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि इनकम टैक्स विभाग ने मुर्दो पर इनकम टैक्स की छापेमारी की हो। जी हां आपने सही पढ़ा। एक बार इनकम टैक्स विभाग ने एक कब्रिस्तान में छापेमारी की थी। कमाल की बात यह है कि इनकम टैक्स विभाग को मुर्दो की कब्रों से करोड़ों रुपए बरामद हुए थे। यह घटना कुछ वर्षों पहले तमिलनाडु में हुई थी। विस्तार से जानते हैं इस घटना के बारे में।
2019 में 72 जगहों पर की थी रेड:
यह घटना वर्ष 2029 की है। दरअसल, आयकर विभाग ने जनवरी 2019 के आखिरी सप्ताह में तमिलनाडु के मशहूर सर्वणा स्टोर, लोटस ग्रुप व जी स्कॉवयर के करीब 72 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने यह छापेमारी चेन्नई व कोयंबटूर में की थी। हालांकि तीनों कंपनियों के मालिकों ने छापेमारी से पहले ही काफी सामान एक कब्रिस्तान में छिपा दिए थे।
पहले ही पता लग गया था इनकम टैक्स रेड का:
इनकम टैक्स विभाग ने तीनों कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी 28 जनवरी को की थी लेकिन उन्हें वहां से कुछ भी खास हाथ नहीं लगा। इसका कारण यह था कि तीनों कंपनियों के मालिकों को इनकम टैक्स की रेड का पता पहले ही लग गया था। ऐसे में तीनों कंपनियों के मालिकों ने अपना ज्यादातर काला धन, सोना व हीरों को एक एसयूवी में छुपाकर चेन्नई की सड़कों पर दौड़ाना शुरू कर दिया। बताया जाता है कि उस एसयूवी में जो सामाना था उसकी कीमत 433 करोड़ रुपये के करीब थी।
कब्रिस्तान में छिपाया खजाना:
वहीं इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों को पता चल गया कि एक एसयूवी गाड़ी चेन्नई की सड़कों पर लगातार चक्कर लगा रही है। साथ ही अधिकारियों को यह भी सूचना मिली कि उस कार में काला धन व जेवरात हैं। विभाग के अधिकारियों ने पुलिस की मदद से उस गाड़ी को ढूंढ निकाला लेकिन उसमें से कोई काला धन और जेवरात नहीं मिले। जब सख्ती से पूछताछ गई तो ड्राइवर ने बताया कि उस काले धन और खजाने को एक कब्रिस्तान में कई सारे बोरे छुपाया है।
कब्रिस्तान से मिला खजाना:
ड्राइवर की सूचना के बाद आयकर विभाग के अधिकारियों ने उस कब्रिस्तान में खुदाई शुरू करवाई। खुदाई में इनकम टैक्स को वहां से करीब 25 करोड़ रुपये नगद, 12 किलो सोना और 626 कैरेट की हीरे बरामद हुए। यह ऑपरेशन 28 जनवरी को शुरू हुआ था और 9 दिन बाद खत्म हुआ। इस ऑपरेशन के खत्म होने के बाद अधिकारियों ने कंप्यूटर से डिलीट किए गए डाटा को वापस लेने के लिए आईटी प्रोफेशनल की मदद ली।