Mankeshwari Mandir: मानकेश्वरी मंदिर में देवी की कृपा के लिए बलि और खून पीने का किया जाता है अनुष्ठान

Mankeshwari Mandir: भारत विविधता और परंपराओं का देश है, जहां हर राज्य, हर गांव और हर समुदाय की अपनी धार्मिक मान्यताएं और अनोखी प्रथाएं हैं। इन्हीं में से एक अनूठी परंपरा जुड़ी हुई है मानकेश्वरी देवी मंदिर से,जहाँ शरद पूर्णिमा के अवसर पर बलि और रक्तपान का यह अनुष्ठान किया जाता है।

October 18, 2024
Mankeshwari Mandir
Mankeshwari Mandir: मानकेश्वरी मंदिर में देवी की कृपा के लिए बलि और खून पीने का किया जाता है अनुष्ठान

Mankeshwari Mandir: भारत विविधता और परंपराओं का देश है, जहां हर राज्य, हर गांव और हर समुदाय की अपनी धार्मिक मान्यताएं और अनोखी प्रथाएं हैं। इन्हीं में से एक अनूठी परंपरा जुड़ी हुई है मानकेश्वरी देवी मंदिर से,जहाँ शरद पूर्णिमा के अवसर पर बलि और रक्तपान का यह अनुष्ठान किया जाता है।

जी हाँ छत्तीसगढ़ के करमागढ़ क्षेत्र में स्थित मानकेश्वरी देवी(Mankeshwari Mandir) के मंदिर में शरद पूर्णिमा के अवसर पर देवी की पूजा-अर्चना विशेष रूप से की जाती है और इस पूजा में बलि देने की परंपरा है। बलि की ये परंपरा करीब 500 साल से चली आ रही है। इस बलिदान के दौरान, देवी के भक्त देवी की कृपा प्राप्त करने के लिए अनुष्ठानिक तौर पर खून पीकर आराधना करते हैं।

Mankeshwari Mandir की कथा और मान्यता:

मानकेश्वरी देवी(Mankeshwari Mandir) को शक्ति का प्रतीक माना जाता है| जिला मुख्यालय से करीब 27 किमी दूर करमागढ़ में विराजी मां मानकेश्वरी देवी रायगढ़ राजघराने की कुल देवी हैं। साथ ही यह छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदाय की प्रमुख देवी हैं।

बस्तर क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी लोग देवी की पूजा सदियों से करते आ रहे हैं। उनके अनुसार, मानकेश्वरी देवी संसार की रक्षक और विनाशकारी शक्तियों की देवी हैं।

बलि और खून पीने की परंपरा:

शरद पूर्णिमा, जिसे कोजागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात में चंद्रमा से अमृत की वर्षा होती है, जो स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए लाभकारी होती है। इस दिन देवी-देवताओं की विशेष आराधना की जाती है और व्रत रखा जाता है।

शरद पूर्णिमा को मानकेश्वरी देवी(Mankeshwari Mandir) मंदिर में देवी की आराधना के दौरान जानवरों की बलि दी जाती है। बलिदान की प्रक्रिया मंदिर(Mankeshwari Mandir) में देवी की मूर्ति के सामने की जाती है, और बलिदान किए गए जानवरों के रक्त से एक विशेष अनुष्ठानिक प्रक्रिया संपन्न होती है। इसमें कुछ प्रमुख पुजारी या देवी के भक्त अनुष्ठान के दौरान जानवरों के खून का सेवन करते हैं, जिसे देवी की कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण तरीका माना जाता है।

ग्रामीणों की माने तो पहले 150 से 200 बकरों की बलि दी जाती थी, लेकिन कोरोना काल के बाद से इनकी संख्या करीब 100 तक हो गई है। देवी के भक्त मानते हैं कि खून पीने से उन्हें देवी का आशीर्वाद मिलता है और उनके अंदर शक्ति का संचार होता है। यहां मौजूद श्रद्धालुओं के मुताबिक, इस दिन बैगा के शरीर में देवी आतीं हैं और वो बलि दिए गए बकरों का खून पीती हैं।

निशा पूजा:

देवी पूजन समिति के सदस्यों ने बताया कि बलि पूजा से एक रात पहले पूरी विधि-विधान के साथ निशा पूजा की जाती है। इस पूजा के दौरान, राज परिवार की ओर से बैगा के अंगूठे में एक ढीली अंगूठी पहनाई जाती है, जो सामान्य रूप से उसके नाप की नहीं होती।

लेकिन जैसे ही बलि पूजा शुरू होती है, वही अंगूठी बैगा के अंगूठे में पूरी तरह से कस जाती है। इसे इस बात का संकेत माना जाता है कि अब देवी का वास बैगा के शरीर में हो चुका है। इसके बाद श्रद्धालु बैगा के पैर धोते हैं और उनके सिर पर दूध डालकर विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।

आते हैं श्रद्धालु:

शरद पूर्णिमा के दिन करमागढ़ में आयोजित होने वाली बलि पूजा को देखने के लिए रायगढ़ सहित अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इनमें रायगढ़ के जोबरो, तमनार, गौरबहरी, हमीरपुर, लामदांड, कुरसलेंगा, भगोरा, मोहलाई, बरकछार, चाकाबहाल, अमलीदोड़ा, और ओडिशा के सुंदरगढ़ के अलावा सारंगढ़ जिले के विजयपुर, जुनवानी, बंगुरसिया सहित कई गांवों के लोग शामिल होते हैं।

आधुनिक दृष्टिकोण:

आज की आधुनिक दुनिया में, जानवरों की बलि और रक्तपान जैसी प्रथाओं को लेकर सवाल उठाए जाते हैं। कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों का मानना है कि इस प्रकार के अनुष्ठानों को समाप्त करना चाहिए क्योंकि यह मानवाधिकार और पशु अधिकारों का उल्लंघन है।

इसके बावजूद, बस्तर के आदिवासी लोग इस परंपरा को जारी रखते हैं और इसे अपनी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा मानते हैं। उनके अनुसार, देवी की कृपा और संरक्षण के लिए यह अनुष्ठान आवश्यक है, और वह इसे पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ निभाते हैं।