Elephant Hang: जब हाथी को सरेआम दी गई फांसी की सजा, जानिए ऐसा क्या गुनाह किया था गजराज ने

Elephant Hang: आपने इंसानों को फांसी देने के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है कि एक बार एक जानवर को भी फांसी की सजा दी गई थी। दरअसल, अमेरिका में एक हाथी को सरेआम फांसी पर लटका दिया गया था।

August 28, 2024
Elephant Hang
Elephant Hang: जब हाथी को सरेआम दी गई फांसी की सजा, जानिए ऐसा क्या गुनाह किया था गजराज ने

Elephant Hang: अगर कोई जघन्य अपराध करता है तो ऐसे अपराधी को मौत की सजा दी जाती है। मौत की सजा देने का दुनिया के अलग अलग देशों में अलग-अलग तरीका है। कई जगहों पर बिजली का करंट देकर मौत दी जाती है तो कहीं पर अपराधी को जहर का इंजेक्शन या फांसी दी जाती है। आपने इंसानों को फांसी देने के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है कि एक बार एक जानवर को भी फांसी की सजा दी गई थी।

दरअसल, अमेरिका में एक हाथी (Elephant) को सरेआम फांसी (Hang) पर लटका दिया गया था। यह घटना 1916 की है। हाथी को फांसी की सजा दिए जाने का समर्थन बहुत लोगों ने किया था। इसके बाद यह फैसला लिया गया था। जानते हैं उस हाथी ने ऐसा क्या अपराध किया था, जिसके लिए उसे मौत की सजा दी गई।

सर्कस में काम करता था हाथी:

घटना 13 सितंबर 1916 की है। दरअसल, अमेरिका के टेनेसी राज्य में मैरी नाम के हाथी को सरेआम फांसी पर लटका दिया गया था। करीब 2 हजार लोग मैरी को फांसी (Hang) पर लटकते हुए देखने के लिए इकट्ठा हुए थे। लेकिन ऐसा क्या हुआ था जो उस हाथी को फांसी की सजा दी गई थी। दरअसल, चार्ली स्पार्क नाम का एक व्यक्ति टेनेसी में ‘स्पार्क्स वर्ल्ड फेमस शो’ नाम से एक सर्कस चलाता था। उस सर्कस में बहुत से जानवर थे, उनमें मैरी नाम का एक एशियाई हाथी (Elephant) भी था। उस हाथी का वजन करीब पांच टन था। मैरी (Mary Elephant) ‘स्पार्क्स वर्ल्ड फेमस शो’ सर्कस का मुख्य आकर्षण था।

बदल गया महावत, कंट्रोल करने में आई परेशानी:

मैरी का जो महावत था, उसने एक दिन किसी कारण से सर्कस छोड़ दिया। इसके बाद मैरी के लिए एक नया महावत रखा गया। लेकिन नए महावत को मैरी के बारे में ज्यादा पता नहीं था। इसकी वजह से उसे मैरी (Elephant) को कंट्रोल करने में परेशानी आ रही थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक दिन शहर में सर्कस के प्रमोशन के लिए परेड का आयोजन किया गया था। उस परेड में सर्कस के बहुत से कलाकारों के साथ कई जानवर भी शामिल हुए थे।

उस परेड में मैरी हाथी भी शामिल हुआ था। सर्कस की परेड शहर के बीचों—बीच निकाली गई थी। जब परेड चल रही थी तो मैरी को सड़क के किनारे कुछ खाने पीने का सामान दिख गया। मैरी उसे खाने के लिए उस तरफ जाने लगी। नए महावत ने उसको कंट्रोल करने की कोशिश लेकिन ऐसा कर नहीं पाया।

मैरी ने कुचल दिया महावत को:

जब नया महावत मैरी को कंट्रोल नहीं कर पाया तो उसने हाथी के कान के पीछे भाला मार दिया। इससे हाथी गुस्से में आ गया और उसने महावत को नीचे जमीन पर गिरा दिया। इसके बाद गुस्से में हाथी ने उस महावत को कुचल दिया। महावत की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से वहां भगदड़ मच गई। लोग डरकर इधर उधर भागने लगे। इस घटना के बाद लोगों ने हाथी के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। लोगों ने हाथी को मारने की डिमांड की। दूसरे दिन अखबरों में भी उस घटना को प्रमुखता से छापा गया। इसके बाद घटना पूरे शहर में तेजी से फैल गई।

लोगों की डिमांड पर Elephant को दी गई फांसी:

लोग सर्कस के मालिक से मैरी हाथी को मृत्युदंड देने की मांग करने लगे। लोगों ने सर्कस के मालिक से कहा कि अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो शहर में सर्कस नहीं चलने दिया जाएगा। लोगों की जिद के आगे चार्ली स्पार्क को झुकना पड़ा। उन्होंने मैरी हाथी को मृत्युदंड देने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने 100 टन का वजन उठाने वाली एक क्रेन मंगवाई और 13 सितंबर 1916 को क्रेन की मदद से हाथी को हजारों लोगों के बीच फांसी (hang) पर लटका दिया गया।