Mysterious Well: इस मंदिर में है यमराज का कुंआ, भक्तों को देता है उनकी मौत का संकेत, जानिए क्या है इसका रहस्य

Mysterious Well: हमारा देश मंदिरों और आस्था कपा देश है। देश में कई ऐसी धार्मिक जगहें हैं, जिनमें लोगों की ऐसी गहरी आस्था जुड़ी है कि वहां विज्ञान के नियम भी नहीं माने जाते। हमारे देश के कई मंदिरों को लेकर लोगों में कई तरह की मान्यताएं भी हैं। कई मंदिरों में तो भक्तों को साक्षात चमत्कार देखने को मिलते हैं।

August 22, 2024
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Mysterious Well: इस मंदिर में है यमराज का कुंआ, भक्तों को देता है उनकी मौत का संकेत, जानिए क्या है इसका रहस्य

Mysterious Well: हमारा देश मंदिरों और आस्था कपा देश है। देश में कई ऐसी धार्मिक जगहें हैं, जिनमें लोगों की ऐसी गहरी आस्था जुड़ी है कि वहां विज्ञान के नियम भी नहीं माने जाते। हमारे देश के कई मंदिरों को लेकर लोगों में कई तरह की मान्यताएं भी हैं। कई मंदिरों में तो भक्तों को साक्षात चमत्कार देखने को मिलते हैं।

उत्तर प्रदेश के बनारस में भी कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जिनसे लोगों की गहरी आस्था जुड़ी है। यूपी के बनारस में एक ऐसा ही मंदिर है। यूपी के बनारस में मणिकर्णिका घाट और काशी विश्वनाथ बाबा के मंदिर के अलावा हिंदू धर्म के कई रहस्य छिपे हैं। ऐसी मान्यता है कि बनारस में धर्मराज यमराज से जुड़ी निशानियां भी हैं।

यहां एक शिव मंदिर है। इस मंदिर में एक कुंआ है। ऐसा कहा जाता है कि यह कुंआ यमराज का है। इस कुएं को लोग रहस्मयी(Mysterious Well) मानते हैं। कहा जाता है कि यमराज का यह कुंआ लोगों को उनकी मौत के बारे में संकेत देता है।

महादेव के मंदिर में यमराज का कुंआ:

भगवान महादेव का यह मंदिर बनारस के मीरघाट के ऊपर बना है। इस मंदिर को धर्मेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है। इस मंदिर के अंदर एक कुंआ(Mysterious Well) बना हुआ है, जिसे धर्मकूप के नाम से जाना जाता है। इस कुएं को यमराज का कुंआ कहा जाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंदिर के पुजारी का कहना है कि इस कूएं (Mysterious Well)का इतिहास गंगा के धरती पर आने से पहले का बताया जाता है। पुजारी का कहना है कि इस कूप को सूर्यपुत्र यम ने बनवाया था। इसके साथ ही मान्यता है कि गंगा के धरती पर आने से पहले धर्मराज यमराज ने यहां पर तपस्या की थी।

भक्तों को मौत का संकेत देता है Mysterious Well:

धर्मेश्वर महादेव मंदिर में स्थित इस रहस्यमयी कुएं (Mysterious Well)को लेकर कहा जाता है कि यह कुआं यहां आने वाले लोगों को मौत का संकेत देता है। ऐसी मान्यता है कि अगर कोई इस कुएं में देखें और उस शख्स की परछाई अगर कुएं में दिखाई ना दे तो आगामी 6 महीने में उस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।

इसके साथ ही महादेव के इस प्राचीन मंदिर को लेकर मान्यता है कि इस मंदिर में भगवान शिव और यमराज एक साथ विराजते हैं। लोगों में ऐसी मान्यता है कि धर्मेश्वर महादेव प्राचीन मंदिर में बने इस कुएं का निर्माण खुद यमराज ने किया था। इसी वजह से इसे धर्म कूप कहा जाता है। हालांकि, कुएं में परछाई दिखाई ना देने और उसका संबंध व्यक्ति की मृत्यु से होने का कोई प्रमाण नहीं मिला है। लेकिन आसपास के लोगों की ऐसी मान्यता है।

मंदिर को लेकर प्रचलित है यह कथा:

इस मंइिर को लेकर लोगों में एक कथा प्रचलित है। ऐसा कहा जाता है भगवान शिव पृथ्वी पर मृत्यु को प्राप्त होने वाले व्यक्तियों को स्वर्ग या नरक में ले जाने को लेकर व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहे थे। उस समय सूर्य पुत्र यम भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए तपस्या कर रहे थे।

लेकिन वह भगवान शिव को प्रसन्न करने में कामयाब नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में भगवान विष्णु ने यमराज को एक रास्ता बताया। उन्होंने यमराज से एक कुंड बनाने को कहा और बताया कि इस कुंड में स्नान करने के बाद भगवान शिव की तपस्या करें। भगवान विष्णु की सलाह मानते हुए यमराज ने वैसा ही किया।

इसके बाद भगवान शिव, यमराज से प्रसन्न हो गए। भोलेनाथ ने प्रसन्न होकर यमराज को स्वर्ग और नर्क जाने वाले लोगों की जिम्मेदारी सौंपी। साथ ही कहा जाता है कि भगवान शिव ने यमराज का नामकरण भी किया था, तभी से यह प्रथा चली आ रही है कि कुएं में परछाई न देखने पर व्यक्ति की 6 महीने के अंदर मृत्यु हो जाती है।