Plane roof disappeared: कई बार हमारे जीवन में ऐसी घटनाएं घटित हो जाती हैं, जिनके बारे में हमने सोचा भी नहीं होता है। आपने हवाईयात्रा तो की होगी। कई बार प्लेन हादसे हो जाते हैं। आपने कई प्लेन(Plane) हादसे होते देखे होंगे या उनके बारे में सुना होगा। कई बार हजारों फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे प्लेन में तकनीकी खराबी आ जाती है।
कई बार तकनीकी खराबी की वजह से हादसे भी हो जाते हैं। लेकिन सोचिए आप प्लेन में हजारों फीट की ऊंचाई पर हों और अचानक प्लेन की छत ही गायब हो जाए तो। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कभी हो सकता है क्या। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा हो चुका है। एक बार हजारों फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे प्लेन की छत(roof) ही गायब हो गई थी।
Disappeared हो गई थी हवा में उड़ते प्लेन की छत:
आपने प्लेन क्रैश की कई घटनाओं के बारे में तो सुना होगा लेकिन एक उड़ते हुए प्लेन की तो छत ही गायब हो गई थी। जिस वक्त यह हादसा हुआ था, उस वक्त वह प्लेन 24 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। प्लेन में उस वक्त 90 यात्री सवार थे और साथ में 5 क्रू मेंबर थे। इस तरह से प्लेन में कुल 95 लोग सवार थे। जानते हैं जब 24 हजार फीट की ऊंचाई पर प्लेन की छत गायब हो गई थी तो आगे क्या हुआ।
अचानक विस्फोट हुआ और Plane की छत हो गई गायब:
यह दिल दहला देने वाली घटना अमरीका के एक प्रांत में हुई थी। दरअसल,यह घटना अमरीका के एक प्रांत में हुई थी। दरअसल, अलोह एयरलाइंस के एक विमान ने 28 अप्रेल 1988 को अमरीका के हवाई प्रांत हिलो से होनुलुलु की ओर उड़ान भरी। इस बोइंग विमान 737-297 में कुल 95 लोग सवार थे, जिनमें क्रू मेंबर्स भी शामिल थे।
विमान हवा में 24,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। तभी अचानक हवा के दबाव के कारण विस्फोट हो गया और प्लेन के छत का एक हिस्सा टूटकर अलग हो गया। बाद में जांच में पता चला कि प्लेन की मेंटेंनेंस सही तरीके से नहीं हो रही थी, जिसकी वजह से वह हादसा हुआ।
दहशत में आ गए थे लोग:
सोचिए 24 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ रहे प्लेन में बैठी सवारियों के सिर पर कोई छत नहीं थी। प्लेन में सवार लोग दहशत में आ गए थे। प्लेन ने दोपहर 1:25 पर हिलो इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और 1:48 पर विमान की छत का एक हिस्सा टूटकर अलग हो गया था। प्लेन के कैप्टन को पता चल चुका था कि विमान के कंट्रोल्स लूज हो चुके हैं।
ऐसे में विमान बाएं से दाईं ओर झुकने लगा। इसके बाद प्लेन की छत का एक बड़ा हिस्सा गायब हो गया। प्लेन में बैठे यात्रियों में चीख पुकार मच गई और सभी लोग दहशत में आ गए। हालांकि प्लेन के दोनों पायलट रॉबर्ट शॉर्नथीमर और मैडलिन टॉमकिन्स काफी अनुभवी थे। उन्होंने किसी तरह से प्लेन की सुरक्षित लैंडिंग करा दी। इससे एक बड़ा हादसा टल गया।
सीट बेल्ट की वजह से बची पैसेजंर्स की जान:
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दुर्घटना में एक फ्लाइट अटेंडेंट क्लाराबेल लैनसिंग की मौत हो गई थी। दरअसल, घटना के वक्त वह एक सीट के पास खड़ी थी। जब प्लेन की छत गायब हुई तो वह हवा में उड़ गई। क्लाराबेल की लाश तक नहीं मिली थी। वहीं इस घटना में 8 अन्य लोग बुरी तरह से घायल हो गए थे।
ज्यादातर पैसेंजर्स ने सीट बैल्ट लगा रखी थी। ऐसे में सीट बैल्ट की वजह से उनकी जान बच गई थी। बताया जाता है कि इस दुर्घटना में प्लेन में सवार 95 लोगों में से 65 लोगों को चोटें आई थीं। वहीें प्लेन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। प्लेन की हालत इतनी खराब हो गई थी कि उसे रिपेयर भी नहीं किया जा सकता था।