Weird Tradition: इस दुनिया में अलग अलग जगहों पर अलग अलग परंपराएं और रीति रिवाज (Weird Tradition) निभाए जाते हैं। कई जगहों पर तो ऐसी विचित्र परंपराएं (Weird Tradition) निभाई जाती हैं जिनके बारे में जानकर लोग हैरान रह जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही विचित्र और हैरान कर देने वाली परंपरा (Weird Tradition) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आपको भी झटका लगेगा। इस परंपरा में जिंदा इंसान को जमीन में दफना दिया जाता है और ये प्रथा दक्षिण अमेरिकी देश क्यूबा में निभाई जाती है।
क्यूबा एक ऐसा देश है जो अपनी सांस्कृतिक विविधता और विचित्र परंपराओं (Weird Tradition) के लिए जाना जाता है। यहां हर साल आयोजित होने वाला बूजी फेस्टिवल भी इन्हीं विचित्र और अजीबोगरीब परंपराओं (Weird Tradition) का एक हिस्सा है। इस फेस्टिवल की खासियत यह है कि इसमें जिंदा लोगों को दफनाया जाता है और यह सब जश्न के माहौल में होता है। यह परंपरा जितनी अनोखी है, उतनी ही आकर्षक और हैरान कर देने वाली है।
बूजी फेस्टिवल में निभाई जाती है Weird Tradition:
बूजी फेस्टिवल की शुरुआत 1980 के दशक में हुई थी। यह परंपरा (Weird Tradition) क्यूबा के एक छोटे से गांव सांता कैमिला से शुरू हुई। इस फेस्टिवल के पीछे का उद्देश्य मृत्यु और पुनर्जन्म के प्रतीकात्मक पहलू को मनाना है। क्यूबा के लोग मानते हैं कि यह त्योहार जीवन को नए सिरे से देखने का मौका देता है।
यह फेस्टिवल मुख्य रूप से ग्रामीण इलाकों में आयोजित होता है और इसमें भाग लेने वाले व्यक्ति को प्रतीकात्मक रूप से दफनाया जाता है। इस दौरान परिवार, दोस्त, और पूरे गांव के लोग मिलकर इस अवसर को एक शादी की तरह भव्य रूप में मनाते हैं।
जिंदा व्यक्ति को लेटाया जाता है ताबूत में:
बूजी फेस्टिवल के दौरान एक खास प्रकार की रस्म अदा की जाती है। इस रस्म में एक व्यक्ति को ताबूत में लेटाया जाता है। ताबूत को सजाया जाता है और फिर शहर में घुमाया जाता है। एक सफेद बालों वाली महिला उस व्यक्ति की विधवा बनती है। यह व्यक्ति अपनी मर्जी से इस रस्म में भाग लेता है।
सजाया जाता है ताबूत को:
ताबूत को रंग-बिरंगे फूलों, कपड़ों और अन्य सजावटी सामग्रियों से सजाया जाता है। ताबूत को किसी राजा की सवारी की तरह प्रस्तुत किया जाता है। ताबूत के पीछे-पीछे उसके रिश्तेदारों और दोस्तों समेत सैकड़ों लोगों की भीड़ साथ में चलती है। सभी लोग शराब के नशे में तालियां बजाते और नाचते गाते चलते हैं।
ताबूत को ले जाते समय लोग शोकगीत गाते हैं, लेकिन यह शोक असली नहीं होता। इस दौरान हंसी-मजाक, नाच-गाना और संगीत भी चलता रहता है। इसे एक नए जीवन की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
जिंदा दफनाने की रस्म:
व्यक्ति को ताबूत में लेटाकर एक खास स्थान पर ले जाया जाता है। वहां उसे प्रतीकात्मक रूप से “दफनाया” जाता है। हालांकि, यह पूरी प्रक्रिया सुरक्षित और सांकेतिक होती है। इस रस्म के बाद गांव में उत्सव का माहौल बनता है। लोग भोजन, संगीत और नृत्य के साथ इस त्योहार का आनंद लेते हैं। यह शादी के जश्न जैसा होता है, जहां हर कोई खुशी मनाता है।
इस वजह से निभाई जाती है यह परंपरा:
बूजी फेस्टिवल का उद्देश्य मृत्यु और पुनर्जन्म के बारे में लोगों के नजरिए को बदलना है। यह त्योहार हमें सिखाता है कि हर दिन को जीवन के एक नए अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। मृत्यु का डर छोड़कर जीवन को पूरे उत्साह और उमंग के साथ जीना चाहिए।
यह त्योहार अब क्यूबा के सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक इस अद्वितीय फेस्टिवल को देखने के लिए क्यूबा आते हैं। इससे न केवल क्यूबा की संस्कृति का प्रचार-प्रसार होता है, बल्कि स्थानीय लोगों के रोजगार में भी सुधार होता है।
परंपरा को लेकर होती हैं आलोचनाएं भी:
हालांकि यह त्योहार अद्वितीय है, लेकिन इसे लेकर कुछ आलोचनाएं भी होती हैं। कुछ लोग इसे अंधविश्वास और अनावश्यक मानते हैं। इसके अलावा, इसमें शामिल सुरक्षा उपायों को लेकर भी सवाल उठते हैं। हालांकि, आयोजक यह सुनिश्चित करते हैं कि पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित और नियंत्रित हो।