Worlds Deadliest Tree इसे दुनिया का सबसे जहरीला पेड़ भी कहा जाता है। इस जहरीले पेड़ का नाम मैंशीनील है। बारिश के मौसम में अगर कोई इस पेड़ के नीचे खड़ा हो जाए तो यह आपकी त्वचा को जला सकता है।
Worlds Deadliest Tree: हमारे जीवन में पेड़ पौधों का बहुत महत्व है। पेड़ ना सिर्फ हमें छाया देते हैं बल्कि से हमें फल और ऑक्सीजन भी देते हैं। पेड़-पौधे के कई तरह के होते हैं। कई पेड़ पौधे ऐसे भी होते हैं जो फायदे की जगह आपको नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। क्या आपको पता है कि एक पेड़ ऐसा भी जिसके नीचे अगर आप बारिश के मौसम में खड़े हो गए तो वह आपको जला सकता है।
आज हम आपको एक ऐसे ही पेड़ के बारे में बताने जा रहे हैं जो बहुत खतरनाक है। इससे बचकर रहने में ही भलाई है। इसे दुनिया का सबसे जहरीला पेड़ भी कहा जाता है। इस जहरीले पेड़ का नाम मैंशीनील है। बारिश के मौसम में अगर कोई इस पेड़ के नीचे खड़ा हो जाए तो यह आपकी त्वचा को जला सकता है।
जला देता है स्किन:
ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई बारिश से बचने के लिए इस पेड़ के नीचे खड़ा हो गया तो यह पेड़ उस इंसान की स्किन को जला सकता है। दरअसल, बारिश के मौसम में जब बारिश की बूंदे इस पेड़ के पत्तों पर गिरती हैं और फिर वहीं पानी इंसान की स्किन पर गिरता है तो वह स्किन को जला देता है क्योंकि इस पेड़ में जहर होता है। इसके पत्तों पर पड़ने वाली बूंदे जहां जहां किसी के शरीर को छूकर गिरेंगी, उस जगह से उसकी स्किन जल जाएगी।
मौत का छोटा सेब:
दुनिया के सबसे जहरीले पेड़ों में मैंशीनील पेड़ को गिना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस पेड़ के हर हिस्से में जहर भरा होता है। लेकिन इस पेड़ में सबसे ज्यादा जहरीला इसका फल होता है। इस पेड़ के फल को खाने से मौत भी हो सकती है।
इस पेड़ के फल छोटे सेब के आकार की तरह होते हैं। इन्हें टेस्ट करने से भी आपकी जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। इसी कारण इस पेड़ के फल को ‘मौत का छोटा सेब’ भी कहा जाता है।
आंखो की रोशनी भी जा सकती है:
यह पेड़ आपकी आंखों की रोशनी तक छीन सकता है। अगर मैंशीनील पेड़ का कोई हिस्सा आपकी आंखों तक पहुंच जाए तो इंसान अंधा हो सकता है। इसी वजह से इन पेड़ों के आस पास चेतावनी के बोर्ड लगाए गए हैं ताकि कोई इंसान इस पेड़ के संपर्क में ना आए और ना ही इसके फलों को खाने की कोशिश करे। चेतावनी में पेड़ से दूर रहने की हिदायत लिखी हुई है।
फर्नीचर बनाने में होता है इस्तेमाल:
रिपोर्ट के अनुसार, इस पेड़ की लकड़ी से स्थानीय कारपेंटर फर्नीचर बनाते हैं। लेकिन इस पेड़ की लकड़ियों को काटते समय बहुत सावधानी बरतनी पड़ती है। इस पेड़ की लकड़ियों को काटने के बाद फर्नीचर बनाने के लिए उपयोग में लेने से पहले उन्हें काफी वक्त तक धूप में सुखाना पड़ता है। इससे पेड़ की लकड़ियों से जहर निकल जाता है। इसके बाद ही फर्नीचर बनाया जाता है।