Dussehra 2024: भारतीय संस्कृति में दशहरे का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था, और इसी दिन देवी दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का संहार भी किया था। इसीलिए दशहरे को विजय और सफलता का पर्व माना जाता है। इसे विजयदशमी भी कहा जाता है, क्योंकि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरे(Dussehra) के दिन शनि देव को प्रसन्न करके आप अपने जीवन की सभी बाधाओं को दूर कर सकते हैं और हर क्षेत्र में विजय प्राप्त कर सकते हैं। शनि देव को न्याय के देवता कहा जाता है, जो कर्म के आधार पर मनुष्यों को फल देते हैं।
अगर शनि की दृष्टि किसी पर शुभ होती है, तो वह व्यक्ति हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है, जबकि शनि की अशुभ दृष्टि से जीवन में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, दशहरे के दिन शनि देव की पूजा करना अत्यंत फलदायक माना जाता है।
Dussehra पर शनि मंत्र का जाप करें:
दशहरे के दिन सुबह स्नान के बाद शनि देव के मंत्रों का जाप करने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं। आप “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। यह मंत्र शनि देव की कृपा प्राप्त करने में सहायक होता है और जीवन की बाधाओं को दूर करने में मदद करता है।
काले तिल और सरसों के तेल का दान करें:
दशहरे(Dussehra) के दिन काले तिल, काले कपड़े, और सरसों के तेल का दान करने से शनि की दृष्टि अनुकूल होती है। इसके अलावा, काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी पहनने से भी शनि की कृपा प्राप्त होती है।
शमी वृक्ष की पूजा करें:
शमी वृक्ष का धार्मिक दृष्टि से बहुत अधिक महत्व माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि Dussehra के दिन शमी वृक्ष की पूजा करने से शनि दोष दूर होता है। शमी वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनि देव से प्रार्थना करें, इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन में आ रही बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
शनिवार को करें विशेष पूजा:
इस बार Dussehra का पर्व शनिवार को पड़ रहा है जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इस दिन शनि देव की विशेष पूजा करके उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है। आप पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और शनि चालीसा का पाठ करें। इससे शनि की अशुभ दृष्टि का प्रभाव कम होता है और शुभ परिणाम मिलने लगते हैं।
गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें:
शनि देव करुणा और न्याय के प्रतीक हैं। इसलिए, दशहरे के दिन गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। खाने-पीने की वस्तुएं, काले कपड़े, या जूते-चप्पल का दान करना शनि देव को प्रसन्न करने का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है।
इससे आपकी दरिद्रता दूर होगी और आप आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। दशहरे के दिन शनि देव की पूजा और उन्हें प्रसन्न करने के उपायों को अपनाने से जीवन में हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है। चाहे वह करियर हो, व्यापार हो, या पारिवारिक जीवन—शनि की कृपा से सभी क्षेत्रों में जीत मिलती है। शनि देव की प्रसन्नता से व्यक्ति को मानसिक शांति, आर्थिक समृद्धि, और जीवन में स्थिरता प्राप्त होती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में प्रस्तुत जानकारी ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। विभिन्न माध्यमों से एकत्रित करके ये जानकारियाँ आप तक पहुँचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज़ सूचना पहुँचाना है। viralnewsvibes.com इस जानकारी की सटीकता, पूर्णता, या उपयोगिता के बारे में कोई दावा नहीं करता और इसे अपनाने से होने वाले किसी भी परिणाम के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने विवेक और निर्णय का उपयोग करें।