Sindoor Lagane ke Rules: सप्ताह के इन दो दिन मांग में सिंदूर लगाना माना जाता है अशुभ, वैवाहिक जीवन में हो सकती है अशांति

December 24, 2024
Sindoor

Sindoor Lagane ke Rules: भारतीय परंपरा और संस्कृति में सिंदूर का विशेष महत्व माना जाता है। यह केवल सौंदर्य का प्रतीक नहीं, बल्कि सुहाग का चिन्ह भी है। विवाहित महिलाएं सिंदूर को अपने पति के लंबे जीवन और परिवार की खुशहाली के लिए लगाती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मांग में सिंदूर लगाने के कुछ खास नियम और परंपराएं भी हैं?

ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सप्ताह के कुछ दिन ऐसे होते हैं, जब मांग में सिंदूर लगाना अशुभ माना गया है। आइए जानते हैं सिंदूर लगाने के नियम, सही दिन और इसके पीछे छिपे कारण।

किस दिन अशुभ होता है सिन्दूर लगाना:

ज्योतिष के अनुसार, मंगलवार और शनिवार को मांग में सिंदूर लगाना अशुभ माना जाता है। इन दिनों का संबंध मंगल और शनि ग्रह से है। मंगल ग्रह क्रोध और ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है, जबकि शनि ग्रह न्याय और तपस्या का। इन दिनों सिंदूर लगाने से वैवाहिक जीवन में विवाद और परिवार में अशांति हो सकती है। इसके अलावा रात को सोने से पहले सिंदूर हटाने की सलाह दी जाती है।

ऐसा न करने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है। ज्योतिष के अनुसार, यदि अशुभ दिन पर Sindoor लगाया जाए, तो यह वैवाहिक जीवन पर बुरा असर डाल सकता है। पति-पत्नी के बीच मनमुटाव, आर्थिक नुकसान और पारिवारिक कलह जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार भी हो सकता है।

Sindoor लगाने के सही नियम और तरीके:

महिलाओं को सप्ताह में एक बार किसी मंदिर में हनुमान जी या देवी दुर्गा को सिंदूर अर्पण करना चाहिए। इसे सौभाग्य और सकारात्मकता बढ़ाने वाला माना गया है। सिंदूर को हमेशा साफ और शुद्ध हाथों से लगाना चाहिए। सिंदूर लगाने से पहले स्नान करें और साफ कपड़े पहनें। इसे लगाने का समय सुबह का सबसे शुभ माना जाता है।

इसे अपवित्र स्थान पर रखने से बचें। सिंदूर हमेशा सिर के बीच में और ऊपर की दिशा में लगाना चाहिए। यह पति के जीवन और सेहत के लिए शुभ माना जाता है। सिंदूर खरीदते समय उसकी शुद्धता का ध्यान रखें। केमिकल युक्त सिंदूर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। त्योहारों और विशेष अवसरों पर पति के हाथों से सिंदूर लगवाना शुभ माना जाता है। यह पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाता है।

वैज्ञानिक दृश्टिकोण से भी सिंदूर लगाना का महत्व बताया गया है | इसके अनुसार सिंदूर में पारा (Mercury) होता है, जो दिमाग को ठंडा रखने में मदद करता है। इसे सिर के बीच वाले हिस्से में लगाने से तनाव और मानसिक अशांति कम होती है। साथ ही, यह एक प्रकार का प्राकृतिक औषधि भी है, जो महिलाओं की सेहत के लिए फायदेमंद है।

सिंदूर से जुड़े कुछ टोटके:

अगर आप धन की प्राप्ति करना चाहते हैं तो मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी को सिंदूर अर्पण करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं। वैवाहिक जीवन में सुख और पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ाने के लिए शुक्रवार को देवी दुर्गा के चरणों में सिंदूर अर्पित करें। घर की मुख्य दरवाजे पर सिंदूर का टीका लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता।

Sindoor का महत्व:

हिंदू धर्म में Sindoor को शुभ और पवित्र माना गया है। यह लाल रंग केवल एक श्रृंगार सामग्री नहीं, बल्कि देवी-देवताओं के प्रति श्रद्धा का भी प्रतीक है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, मां पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए तपस्या की और उनकी मांग में सिंदूर लगाने की परंपरा शुरू हुई।

Sindoor का लाल रंग ऊर्जा, प्रेम और जीवन शक्ति का प्रतीक है। इसे मांग में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में प्रस्तुत जानकारी ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। विभिन्न माध्यमों से एकत्रित करके ये जानकारियाँ आप तक पहुँचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज़ सूचना पहुँचाना है। viralnewsvibes.com इस जानकारी की सटीकता, पूर्णता, या उपयोगिता के बारे में कोई दावा नहीं करता और इसे अपनाने से होने वाले किसी भी परिणाम के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने विवेक और निर्णय का उपयोग करें।