Kalawa: भारत में पेड़-पौधों को पर्यावरण की दृष्टि से ही नहीं बल्कि धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। पेड़-पौधों को भारतीय संस्कृति में सदियों से विशेष स्थान दिया गया है। इनमें से कई पेड़-पौधे न केवल पर्यावरण को शुद्ध करते हैं बल्कि धार्मिक अनुष्ठानों और कर्मकांडों में उपयोग किए जाते हैं।
इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण प्रथा है कलावा को पेड़ों पर बांधना। भारत में पेड़ों में कलावा बांधने की प्रथा बहुत पुरानी है और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ पेड़ो पर Kalawa बांधने से जीवन की सभी परेशानियाँ दूर हो जाती हैं और किस्मत बदल सकती है | हम इस लेख में आपको ऐसे पांच पेड़ों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें कलावा बांधने से आपको सुख, शांति और समृद्धि मिल सकती है।
बरगद का पेड़
भारतीय संस्कृति में बरगद का पेड़ काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में इसे लम्बे और स्थायी जीवन का प्रतीक माना जाता है | ऐसे मान्यता हैं कि बरगद के पेड़ में Kalawa बांधने से स्वास्थ्य समस्याएं दूर होती हैं। यह पेड़ चिंता और मानसिक तनाव को दूर करता है और घर में खुशहाली लाता है।
पीपल का पेड़:
भारतीय संस्कृति में पीपल के पेड़ को अत्यधिक पवित्र माना जाता है। यह न केवल पर्यावरण को स्वच्छ बनाता है, बल्कि धार्मिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस पेड़ को शनि देव का प्रतीक माना जाता है, इसलिए कहा जाता हैं कि इस पर Kalawa बांधने से शनि दोष दूर होता है। साथ ही पीपल के पेड़ में कलावा बांधने से मानसिक शांति मिलती है। आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है और धन की प्राप्ति होती है।
नीम का पेड़:
नीम का पेड़ अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसे कई प्रकार की बीमारियों का उपचार किया जाता है। कहा जाता हैं कि नीम के पेड़ में Kalawa बांधने से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और यह पेड़ परिवार के सदस्यों को अच्छा स्वास्थ प्रदान करता है। साथ ही जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाता है।
केले का पेड़:
भारत में केले का पेड़ बहुत शुभ माना जाता है और इसे समृद्धि का प्रतीक भी माना गया है। इसे विष्णु भगवान का प्रतीक माना जाता है इसलिए पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों में भी होता है।
मान्यता हैं कि केले के पेड़ में कलावा बांधने से विष्णु भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है। इस पेड़ से विवाह और संतान की समस्याएं दूर होती हैं। जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता आती है।
बेल का पेड़:
बेल के पेड़ औषधी के रूप में उपयोग में लाया जाता है परन्तु माना जाता हैं कि यह पेड़ भगवान शिव को अत्यधिक प्रिय होता है इसलिए इसका धार्मिक महत्व भी है।
ज्योतिष कहते हैं कि बेल के पेड़ में Kalawa बांधने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। यह पेड़ नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। जीवन में खुशियों का आगमन होता है और सभी प्रकार की बाधाओं का नाश होता है।
Kalawa बांधने की विधि:
पेड़ों में Kalawa बांधने की एक विशेष विधि होती है। सबसे पहले स्वयं को शुद्ध करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। ज्योतिष कहते हैं कि कलावा बांधने के साथ-साथ इन पेड़ों की पूजा भी करनी चाहिए और जल को विशेष रूप से अर्पित करना चाहिए।
पूजा करने के लिए एक थाली में नारियल, कुमकुम, चावल, धूप, दीपक, और कलावा रख लें। अब मंत्रोच्चार करते हुए पेड़ के पास जाकर भगवान का ध्यान करें ।
तत्पश्चात पेड़ के तने पर कलावा बांधें और मनोकामना करें। धूप, दीपक जलाकर पेड़ की पूजा करें और नारियल अर्पित करें। पूजा समाप्ति के बाद प्रसाद को सब में वितरित करें। हिन्दू-धर्म के अनुसार यदि विधि-विधान से पूजा करके इस पेड़ों पर कलावा बांधा जाए तो इससे आपकी कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है और आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में प्रस्तुत जानकारी ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। विभिन्न माध्यमों से एकत्रित करके ये जानकारियाँ आप तक पहुँचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज़ सूचना पहुँचाना है। viralnewsvibes.com इस जानकारी की सटीकता, पूर्णता, या उपयोगिता के बारे में कोई दावा नहीं करता और इसे अपनाने से होने वाले किसी भी परिणाम के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने विवेक और निर्णय का उपयोग करें।