Arvind Trivedi: टेलीविजन की दुनिया में कई पौराणिक धारावाहिक टेलिकास्ट हुए हैं। लेकिन टीवी के इतिहास के सबसे सफल पौराणिक शोज में एक है रामानंद सागर का सीरियल ‘रामायण’। इस शो ने दर्शकों के दिलों में एक अलग जगह बनाई। इसके साथ ही शो के कलाकारों को भी लोग भगवान की तरह पूजने लगे थे। इस सीरियल में रावण का किरदार दिवंगत अभिनेता अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) ने निभाया था।
इस किरदार से अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) ने खूब शोहरत हासिल की। उन्होंने सीरियल में लंकेश (Arvind Trivedi) का किरदार कुछ ऐसे निभाया कि आज भी रावण का जिक्र होने पर उन्हीं का चेहरा लोगों की आंखों के सामने से गुजर जाता है। उन्होंने (Arvind Trivedi) अपने अभिनय की ताकत से रावण की छवि को पर्दे पर जीवंत कर दिया था। लेकिन क्या आप जानते हैं असल जिंदगी में अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) भगवान राम के बड़े भक्त थे। वह रोज सुबह शाम भगवान राम से माफी मांगते थे। जानते हैं वे क्यों भगवान से माफी मांगते थे।
Arvind Trivedi बने थे रावण:
अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) का जन्म 8 नवंबर 1938 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। वे भारतीय टेलीविजन और फिल्म जगत के एक अनुभवी अभिनेता थे, जिन्होंने हिंदी और गुजराती सिनेमा में अपनी एक खास पहचान बनाई थी। परंतु, उन्हें असली लोकप्रियता रामानंद सागर द्वारा निर्देशित टीवी धारावाहिक ‘रामायण’ में रावण के किरदार से मिली। इस किरदार ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई।
लोग समझने लगे थे असल का रावण:
‘रामायण’ में रावण का किरदार निभाना अरविंद त्रिवेदी (Arvind Trivedi) के लिए एक बड़ी चुनौती थी। रावण एक ऐसा पात्र था जो अपने अहंकार, शक्ति और बुद्धि के लिए जाना जाता है, लेकिन साथ ही उसका अंत श्रीराम के हाथों होता है। अरविंद (Arvind Trivedi) ने इस नकारात्मक किरदार को इतनी गहराई से निभाया कि लोग उन्हें वास्तविक जीवन में भी रावण मानने लगे थे। लेकिन सच्चाई यह थी कि अरविंद त्रिवेदी भगवान श्रीराम के एक पक्के भक्त थे। उनके मन में श्रीराम के प्रति गहरी आस्था और श्रद्धा थी।
रोजाना भगवान से माफी मांगते थे अरविंद त्रिवेदी:
रावण का किरदार निभाते समय अरविंद त्रिवेदी के मन में यह चिंता बनी रहती थी कि कहीं उन्होंने भगवान श्रीराम का अनादर न किया हो। जब भी वे रावण का क्रूर और नकारात्मक पक्ष दिखाने के लिए संवाद बोलते थे, तो उन्हें यह लगता था कि वे श्रीराम और उनकी लीला का अनादर कर रहे हैं। इसी वजह से अरविंद त्रिवेदी रोजाना सुबह उठकर भगवान से माफी मांगते थे।
उनकी माफी मांगने की भावना उनके गहरे धार्मिक संस्कारों और श्रद्धा को दर्शाती है। अरविंद को यह एहसास था कि वे रावण के रूप में अभिनय कर रहे हैं, जो कि भगवान श्रीराम के आदर्शों के खिलाफ खड़ा था। यही कारण था कि वे अपने दिल से भगवान श्रीराम से क्षमा याचना करते थे।
रियल लाइफ में बहुत धार्मिक थे:
अरविंद त्रिवेदी ने भले ही रामायण में क्रूर रावण का किरदार निभाया था लेकिन रियल लाइफ में बहुत धार्मिक थे और भगवान राम के भक्त थे। ‘रामायण’ के प्रसारण के बाद भी, वे विभिन्न धार्मिक आयोजनों और पूजा पाठों में हिस्सा लेते रहे। उन्होंने हमेशा से भगवान श्रीराम की शिक्षाओं और आदर्शों को अपने जीवन का हिस्सा बनाया।
उन्हें इस बात का गर्व था कि उन्होंने रामायण जैसे महान धार्मिक ग्रंथ के हिस्से के रूप में काम किया। हालांकि, वे इस बात से भी हमेशा सचेत रहे कि उनके द्वारा निभाए गए रावण के किरदार से लोगों के दिलों में भगवान श्रीराम के प्रति कोई गलत धारणा न बनें। इसीलिए उन्होंने अपनी आस्था और श्रद्धा को कभी कमजोर नहीं होने दिया।
अरविंद त्रिवेदी ने अपने अभिनय से यह साबित कर दिया कि एक अभिनेता अपने किरदार से कहीं ज्यादा बड़ा होता है। उनकी रावण के किरदार में डूबने के बावजूद, उन्होंने अपनी आस्था और भक्ति को कभी कम नहीं होने दिया। वे हमेशा यह मानते थे कि वे सिर्फ अभिनय कर रहे हैं, लेकिन भगवान श्रीराम की सच्ची पूजा और सेवा ही उनके जीवन का असली उद्देश्य है।