Sharmila Tagore: एक्टर्स की महंगी वैनिटी वैन और फीस देखकर हैरान शर्म‍िला टैगोर, कहा- स्टेटस सिंबल बन गया

December 17, 2024
Sharmila Tagore

Sharmila Tagore: फिल्म इंडस्ट्री के बदलते ट्रेंड्स और नई पीढ़ी के कलाकारों की जीवनशैली को लेकर बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री शर्म‍िला टैगोर ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है, जो चर्चा का विषय बन गया है। शर्म‍िला, जिन्होंने अपने दौर में न केवल शानदार अभिनय किया, बल्कि सिनेमा को नई ऊंचाइयां दीं,

आज के दौर में एक्टर्स के बढ़ते खर्चों और उनकी वैनिटी वैन के प्रति लगाव को देखकर हैरान हैं। उनका मानना है कि आज की फिल्म इंडस्ट्री में “अभिनय पीछे छूटता जा रहा है और स्टारडम तथा लग्जरी लाइफस्टाइल पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है।”

Sharmila Tagore बोलीं-पहले नहीं होती थीं वैनिटी वैन:

Sharmila Tagore, जो साठ और सत्तर के दशक की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में शामिल रही हैं, अपने समय की फिल्म इंडस्ट्री और आज की फिल्म इंडस्ट्री के बीच के फर्क को साफ देखती हैं। उनका कहना है कि पुराने समय में कलाकारों के पास ज्यादा साधन-सुविधाएं नहीं होती थीं, फिर भी उनके अभिनय में एक गहराई और वास्तविकता नजर आती थी।

“हमारे पास न वैनिटी वैन होती थी, न इतने लग्जरी मेकअप रूम। हम जमीन पर बैठकर सीन की तैयारी करते थे। स्क्रिप्ट पर घंटों मेहनत होती थी और फिल्म को एक कलात्मक दृष्ट‍िकोण से बनाया जाता था।”

लेकिन आज के दौर में, फिल्म सेट पर वैनिटी वैन एक स्टेटस सिंबल बन गई हैं। बड़े स्टार्स की वैनिटी वैन किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं होती। इसमें हर सुविधा मौजूद होती है – जिम, मिनी किचन, आलीशान बाथरूम और आरामदायक बेड। यही नहीं, कई बार फिल्म की शूटिंग से ज्यादा समय स्टार्स वैनिटी वैन में बिताते हैं।

फीस और फोकस का बदलता ट्रेंड:

Sharmila Tagore ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि आजकल एक्टर्स की फीस आसमान छू रही है, लेकिन इसका असर फिल्मों की क्वालिटी पर नहीं दिखता। उनका कहना है कि आजकल फिल्म की आधी से ज्यादा लागत सिर्फ कलाकारों की फीस पर खर्च हो जाती है। इस वजह से फिल्म का बाकी बजट, जो प्रोडक्शन, स्क्रिप्ट और निर्देशन पर खर्च होना चाहिए, प्रभावित होता है।

“मैंने देखा है कि आजकल स्क्रिप्ट और एक्ट‍िंग पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता जितना तकनीकी पहलुओं और स्टार्स की सुविधाओं पर दिया जाता है। सेट पर सबसे बड़ा खर्च वैनिटी वैन और एक्टर की फीस पर होता है। लेकिन जब स्क्रीन पर परफॉर्मेंस की बात आती है, तो कई बार उसमें वही आत्मा और सच्चाई नहीं होती, जो पुराने सिनेमा में होती थी।”

Sharmila Tagore का मानना है कि अगर अभिनय पर उतना ही ध्यान दिया जाए जितना स्टारडम और सुविधाओं पर दिया जा रहा है, तो बॉलीवुड एक बार फिर से सशक्त और प्रभावशाली फिल्में बना सकता है।

वैनिटी वैन अब बन गया स्टेटस सिंबल:

फिल्म इंडस्ट्री में वैनिटी वैन की शुरुआत भले ही एक सुविधा के रूप में हुई हो, लेकिन अब यह स्टारडम का प्रतीक बन गई है। बड़े सितारों के लिए अलग-अलग डिजाइनर वैनिटी वैन तैयार की जाती हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में होती है। कुछ वैनिटी वैन इतनी भव्य होती हैं कि उन्हें देख किसी को भी हैरानी हो सकती है।

Sharmila Tagore का कहना है कि यह सब देखकर उन्हें चिंता होती है कि क्या यह सब अभिनय के असली उद्देश्य को पीछे छोड़ रहा है। “जब आप एक कलाकार के तौर पर किसी किरदार में जान डालते हैं, तो उसके लिए सिर्फ आराम की जरूरत नहीं होती, बल्कि समर्पण और मेहनत की भी जरूरत होती है। अभिनय एक कला है, इसे सुविधाओं के बीच कहीं खो जाने नहीं देना चाहिए।”

Sharmila Tagore की युवा कलाकारों को सलाह:

शर्म‍िला ने अपनी बात रखते हुए युवा कलाकारों को भी सलाह दी कि उन्हें अभिनय की मूलभूत चीजों पर ध्यान देना चाहिए। “आज के युवा कलाकारों के पास प्रतिभा है, लेकिन उन्हें यह समझना होगा कि स्टारडम से ज्यादा जरूरी उनका अभिनय है। बड़े पर्दे पर दर्शक आपको आपके हुनर के लिए पसंद करते हैं, न कि आपकी वैनिटी वैन या फीस के लिए।”

उन्होंने यह भी कहा कि अगर आज के युवा कलाकार अभिनय की गहराई को समझें और सच्चाई के साथ परफॉर्म करें, तो बॉलीवुड को फिर से एक स्वर्णिम युग में ले जाया जा सकता है।

बॉलीवुड ट्रेंड्स पर उठते सवाल:

शर्म‍िला के इस विचार ने न केवल बॉलीवुड के ट्रेंड्स पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह संदेश भी दिया है कि असली स्टारडम अभिनय से आता है, न कि भव्यता से। उनकी यह सोच फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक आत्ममंथन का अवसर है – ताकि अभिनय और सिनेमा का असली जादू फिर से दर्शकों तक पहुंच सके।