Hand Sanitizer: पिछले कुछ सालों में खासकर COVID-19 महामारी के बाद हाथों की सफाई का महत्व बहुत अधिक बढ़ गया है। संक्रमण से बचने के लिए लोग लगातार हैंड सैनिटाइज़र, साबुन और अन्य सफाई उत्पादों का उपयोग करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये चीजें, जो आपके हाथों को साफ करती हैं, आपके दिमाग के लिए खतरनाक हो सकती हैं? जी हाँ स्वास्थ विशेषज्ञों के अनुसार इनमें से कुछ उत्पाद आपके मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
ट्राइक्लोसन और अल्कोहल जैसे रसायनों का अत्यधिक उपयोग आपके मस्तिष्क और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। विशेषज्ञों की सलाह है कि हाथों को साफ रखना आवश्यक है, लेकिन इसके लिए सही और सुरक्षित उत्पादों का चयन करना भी उतना ही जरूरी है। आप साबुन और पानी का अधिकतम उपयोग करें और जब भी संभव हो, प्राकृतिक और हर्बल सैनिटाइज़र का चयन करें। इस प्रकार आप अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखते हुए संक्रमण से भी बच सकते हैं।
Hand Sanitizer और मस्तिष्क पर उनका प्रभाव:
हैंड सैनिटाइज़र(Hand Sanitizer) का उपयोग अक्सर तब किया जाता है जब साबुन और पानी उपलब्ध नहीं होता। यह हाथों को साफ करना सुविधाजनक तरीका है। हालांकि, इनमें मौजूद कुछ रसायन आपके आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। हैंड सैनिटाइज़र(Hand Sanitizer) और कुछ साबुनों में ट्राइक्लोसन (Triclosan) नामक रसायन का उपयोग किया जाता है। ट्राइक्लोसन एक एंटी-बैक्टीरियल एजेंट है, जिसे शुरू में बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करने के लिए बनाया गया था।
विशेषज्ञों का कहना है कि ट्राइक्लोसन का लगातार उपयोग आपके नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) पर असर डाल सकता है, जिससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता में कमी आ सकती है। अध्ययनों में पाया गया है कि ट्राइक्लोसन से न्यूरोटॉक्सिक प्रभाव हो सकते हैं, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
मस्तिष्क के विकास पर प्रभाव:
ट्राइक्लोसन का सबसे खतरनाक प्रभाव बच्चों और किशोरों पर पड़ सकता है। उनका मस्तिष्क अभी विकास की स्थिति में होता है ,ऐसे में ट्राइक्लोसन का संपर्क उनके मस्तिष्क के विकास को बाधित कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्राइक्लोसन मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटरों को प्रभावित कर सकता है, जिससे ध्यान केंद्रित करने, याददाश्त, और भावनाओं को नियंत्रित करने की क्षमता में कमी आ सकती है।
हॉर्मोनल असंतुलन:
ट्राइक्लोसन केवल मस्तिष्क ही नहीं, बल्कि आपके पूरे शरीर पर असर डाल सकता है। यह हॉर्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, जो आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। ट्राइक्लोसन के संपर्क में आने से थायरॉयड हॉर्मोन जो कि शरीर में मेटाबॉलिज्म, ऊर्जा स्तर, और मस्तिष्क के विकास के लिए आवश्यक होते हैं में अस्थिरता आ सकती है।
Hand Sanitizer में अल्कोहल की भूमिका:
ज्यादातर हैंड सैनिटाइज़र में कीटाणुओं को मारने के लिए अल्कोहल होता है। लगातार अल्कोहल आधारित सैनिटाइज़र के उपयोग से त्वचा की सूखापन और दरारें आ सकती हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, अगर बच्चे गलती से इन सैनिटाइज़र का सेवन कर लेते हैं, तो यह उनके मस्तिष्क और शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है।
क्या है दूसरा विकल्प:
यदि आप अपने हाथों को साफ रखने के लिए सुरक्षित विकल्प ढूंढ रहे हैं, तो साबुन और पानी का उपयोग सबसे अच्छा उपाय है। यह न केवल आपके हाथों को अच्छे से साफ करता है, बल्कि इसके कोई हानिकारक प्रभाव भी नहीं होते। हमेशा ऐसे साबुन का चयन करें जिसमें प्राकृतिक तत्व हों और जो ट्राइक्लोसन रहित हो।
यदि आप सैनिटाइज़र(Hand Sanitizer) का उपयोग करना चाहते हैं तो हर्बल और प्राकृतिक सैनिटाइज़र जिनमें का चयन करें, जिसमें एलोवेरा, नीम, तुलसी, और अन्य प्राकृतिक तत्व शामिल हों। और जो ट्राइक्लोसन और अन्य हानिकारक रसायन रहित हो| बच्चों के लिए सैनिटाइज़र का अत्यधिक उपयोग न करें। उन्हें साबुन और पानी से हाथ धोने की आदत डालें। आप इसका उपयोग केवल तभी करें जब आप कहीं बाहर हों और पानी उपलब्ध न हो।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।