Lentils in Winter: बारिश में संभलकर खाएं ये दालें, बिगड़ सकती है सेहत, इन बातों का रखें ध्यान

July 17, 2024
Lentils in Winter

Lentils in Winter: बारिश का मौसम आते ही चारों ओर हरियाली छा जाती है| लेकिन यह मौसम जितना सुहाना लगता है हमारे लिए उतनी ही स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियाँ लेकर आता है। इस समय में अत्यधिक नमी और तापमान में परिवर्तन के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसे रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है।

साथ ही, बेक्टेरिया और वायरस की सक्रियता भी बढ़ जाती है, जिसके कारण सर्दी, खांसी और फ्लू जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं। इतना ही नहीं इस मौसम का हमारे हाजमे पर इसका काफी असर पड़ता है। यूँ तो बारिश में हमें बहार के खाने से परहेज करना चाहिए परन्तु कई बार इस मौसम में घर की कुछ दालें भी हमारे पाचन तंत्र को नुकसान पहुँचा सकती हैं। आइए जानते हैं कि बारिश के मौसम के अनुसार कौनसी हैं वो दालें (Lentils in Winter)जिनका चयन हमें सावधानी पूर्वक करना चाहिए|

अरहर दाल (तूर दाल):

बारिश के मौसम में अरहर दाल (तूर दाल) का सेवन कभी-कभी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। अरहर दाल में मौजूद प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों के कारण बारिश के मौसम में कुछ लोगों के लिए पचाना थोड़ा मुश्किल होता है| जिससे पेट फूलना, गैस और अपच जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

उड़द दाल:

उड़द दाल पचने में भारी होती है और बारिश के मौसम(Lentils in Winter) में पाचन तंत्र कमजोर होने पर इसका सेवन करने से पेट में गड़बड़ी हो सकती है। जिससे गैस, और अपच जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं। कमजोर पाचन तंत्र वाले लोगों को इस मौसम में उड़द दाल का सेवन करने से बचना चाहिए|

चना दाल:

चना दाल भी मानसून में पचने(Lentils in Winter) में थोड़ी कठिन होती है। बारिश के मौसम में चना दाल का सेवन कुछ स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। इससे पेट में भारीपन और गैस की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इस मौसम में उच्च नमी के कारण चना दाल में फफूंद और बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो दाल को दूषित कर सकते हैं। इसलिए, इस मौसम में इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

कौनसी दालों का करें सेवन:

मानसून के मौसम में पाचन तंत्र को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए हमें ऐसी दालों(Lentils in Winter) का सेवन करना चाहिए जो हल्की और आसानी से पचने वाली हों। हमें ऐसी दालों का चुनाव करना चाहिए दालें जल्दी पकती हैं| साथ ही इन्हें विभिन्न प्रकार के सूप, खिचड़ी और दाल के रूप में तैयार किया जा सकें| मूंग दाल और मसूर दाल पचने में बेहद हल्की होती है और इसमें प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इनमें फाइबर भी अधिक मात्रा में पाया जाता हैं जिससे पाचन क्रिया तेज हो जाती है |

इसके अलावा, ये दालें इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में भी कार्य करती हैं, जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। मसूर दाल में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो शरीर को बीमारियों से बचाते हैं। इसके अलावा हरी मटर में भी प्रोटीन, फाइबर और कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। यह पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करती है और इसे कई प्रकार के विभिन्न व्यंजनों में मिलाकर खाया जा सकता है।

Lentils in Winter इन बातों का रखें ध्यान:

बारिश के मौसम में उच्च नमी और तापमान के उतार-चढ़ाव के कारण दालों में फफूंद(Lentils in Winter) और बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो दाल को दूषित कर सकते हैं। दूषित दाल खाने से पेट में संक्रमण, अपच, और फूड पॉयजनिंग जैसी स्वास्थय समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए, इस मौसम में दाल को सही तरीके से स्टोर करना बेहद आवश्यक होता है| दालों को हमेशा एयर टाइट डिब्बों में बंद करें साथ ही बीच बीच में उन्हें धूप में खुला छोड़ दें, जिससे उनके अंदर नमी न रह सके|

इसके अलावा बारिश के मौसम में दालों को अच्छी तरह से पकाना बहुत जरूरी है। अधपकी दालें पचने में मुश्किल होती हैं और पेट में समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। इसलिए, दाल को अच्छी तरह से उबालकर पकाएं। दालों को पकाने के लिए हल्के मसाले जैसे जीरा, हींग और अदरक का उपयोग करें| यह पाचन को बेहतर करने में मदद करते हैं|

मानसून में दालों (Lentils in Winter)में ज्यादा मसालों का उपयोग करने से बचें क्योंकि अधिक मसाले हाजमे को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त दालों के साथ-साथ अपने आहार में सब्जियों, फलों और अन्य पौष्टिक तत्वों को भी शामिल करें| साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं| यह बॉडी को डीटॉक्स करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। इससे पाचन तंत्र को सुचारु रूप से कार्य करने में मदद मिलती हैं |

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।

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