Monkeypox Clade 1b: हाल ही में भारत में मंकीपॉक्स (Mpox) का पहला मामला सामने आया है| जिसे ‘Mpox Clade 1b’ के नाम से जाना जाता है। इस नए स्ट्रेन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विशेष रूप से चिंताजनक करार दिया गया है। बता दें कि मंकीपॉक्स एक घातक वायरस के रूप में जाना जाता है, और इस नए स्ट्रेन के सामने आने से चिंता का स्तर और बढ़ गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में यह पहला मामला केरल का है। जहां हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटे एक 38 वर्षीय पुरुष को इससे संक्रमित पाया गया| आइए जानते हैं कि Monkeypox Clade 1b क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचने के उपाय क्या हो सकते हैं।
क्या है मंकीपॉक्स:
मंकीपॉक्स Orthopoxvirus फैमिली का एक वायरल संक्रमण है। यह वायरस पहली बार 1958 में बंदरों में पाया गया था, इसलिए इसे मंकीपॉक्स का नाम दिया गया। बाद में, 1970 में इसका पहला मानव संक्रमण कांगो में पाया गया था। बता दें कि एमपॉक्स (Mpox) वायरस,चेचक (स्मॉलपॉक्स) के परिवार से सम्बंधित है|
आमतौर पर यह वायरस जानवरों से मनुष्यों में फैलता है, लेकिन अब इसके मानव से मानव में फैलने के मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं। यह वायरस संक्रमित त्वचा घावों या संक्रमित वस्त्रों और बिस्तरों के संपर्क में आने से फैलता है|
Monkeypox Clade 1b क्या है नया स्ट्रेन:
Mpox Clade 1b(Monkeypox Clade 1b) मंकीपॉक्स वायरस का एक नया प्रकार है, जो अन्य सामान्य मंकीपॉक्स वेरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक और घातक हो सकता है। इस नए स्ट्रेन के सामने आने से WHO ने इसे गंभीरता से लिया है और इसे ‘हाई अलर्ट’ श्रेणी में रखा है। भारत में इसके मिलने से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है|
इस नए स्ट्रेन के सामने आने से यह स्पष्ट हो गया है कि मंकीपॉक्स वायरस समय के साथ बदलता जा रहा है और इसकी नए-नए वेरिएंट्स मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं। इससे पहले, दिल्ली में Clade 2 स्ट्रेन का मामला सामने आया था, लेकिन वह WHO की आपातकालीन चेतावनी के अंतर्गत नहीं आता था|
मंकीपॉक्स के सामान्य लक्षण:
एमपॉक्स के लक्षणों की शुरुआत संक्रमण के 14 दिनों के भीतर हो सकती है| शुरुआती लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकान महसूस हो सकती है| साथ ही गर्दन या बगल के लिंफ नोड्स की सूजन भी हो सकती हैं| ये शुरुआती लक्षण आमतौर पर एक से चार दिनों तक रहते हैं, इसके बाद त्वचा पर दाने और घाव बढ़ने होते हैं|
त्वचा पर होने वाले घावों को देखकर अक्सर चिकनपॉक्स के होने का संकेत मिल सकता है, लेकिन एमपॉक्स में ये घाव अक्सर चेहरे, हाथों, पैरों और छाती पर दिखाई देते हैं| गौरतलब है कि मंकीपॉक्स के घाव हाथों और पैरों की हथेलियों और तलवों पर भी हो सकते हैं, जबकि चिकनपॉक्स में ऐसा कम होता है|
गंभीर मामलों में, ये घाव जननांगों के आसपास भी हो सकते हैं, साथ ही कमर के लिंफ नोड्स में दर्दनाक सूजन हो सकती है| इसके अलावा, मुंह के अल्सर और आंखों में सूजन के दुर्लभ मामले भी हो सकते हैं
तेजी से फैलाव:
Monkeypox Clade 1b का संक्रमण सामान्य मंकीपॉक्स की तुलना में तेजी से फैलता है। इसलिए इसे अधिक संक्रामक माना जा रहा है। इसमें त्वचा पर चकत्ते और फुंसियां तेजी से बढ़ती हैं और उनमें मवाद भर सकता है, जिससे संक्रमण और भी तेजी फैल सकता है।
इस नए स्ट्रेन में संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, जिससे फेफड़ों पर भी असर पड़ सकता है। सामान्य मंकीपॉक्स के मुकाबले, Monkeypox Clade 1b में लक्षणों की अवधि लंबी हो सकती है, जिससे मरीज को जल्दी ठीक होने में दिक्कत हो सकती है।
Monkeypox Clade 1b से बचाव के उपाय:
WHO और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मंकीपॉक्स और विशेषकर Mpox Clade 1b से बचने के लिए कुछ जरूरी उपाय अपनाने चाहिए| ध्यान दें कि यदि किसी व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आ रहे हैं, तो उससे दूरी बनाएं और तुरंत चिकित्सा सहायता लें। साथ ही घर, वस्त्र और बिस्तर की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
व्यक्तिगत वस्त्रों का आदान-प्रदान न करें। इसमें हाथों की नियमित सफाई बेहद जरूरी है | साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें। श्वसन संक्रमण से बचने के लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें और संक्रमित व्यक्ति से नजदीकी संपर्क में न आएं। Mpox Clade 1b का भारत में मिलना एक गंभीर चेतावनी है।
इस वायरस का नया रूप अधिक संक्रामक और खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में हमें सतर्क रहकर इसके लक्षणों की पहचान करनी होगी और समय पर चिकित्सीय सलाह लेनी होगी। बचाव के उपायों को अपनाकर और सतर्कता बरतकर हम इस खतरनाक वायरस से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।