Motion Sickness: मोशन सिकनेस (Motion Sickness) एक आम समस्या है जिसे सफर के दौरान बहुत से लोग अनुभव करते हैं। चाहे कार हो, बस, ट्रेन, या फिर हवाई जहाज, अगर आपको सफर के दौरान चक्कर आना, मितली आना या उल्टी जैसा महसूस होता है, तो आप मोशन सिकनेस (Motion Sickness) का शिकार हो सकते हैं।
यह स्थिति बेहद असुविधाजनक हो सकती है, और कई लोग इससे बचने के लिए हर संभव उपाय अपनाते हैं। आइए जानते हैं कि किन लोगों को मोशन सिकनेस (Motion Sickness) का खतरा अधिक होता है और इससे बचने के लिए आप क्या कर सकते हैं।
किन लोगों में होता है Motion Sickness का ज्यादा खतरा:
खासकर 2 से 12 साल के बच्चों में मोशन सिकनेस (Motion Sickness) होने का खतरा अधिक होता है। इस आयु में बच्चों का मस्तिष्क और संतुलन प्रणाली पूरी तरह से विकसित नहीं होती है, जिससे उनके शरीर को सफर के दौरान पैदा होने वाले मोशन से तालमेल बिठाने में दिक्कत होती है।
इसके अलावा महिलाओं को भी मोशन सिकनेस (Motion Sickness) का खतरा अधिक होता है| खासकर गर्भावस्था के दौरान या मासिक धर्म के समय यह समस्या और भी अधिक हो जाती है। इस समय में होने वाले हार्मोनल बदलाव से उनका शरीर को अधिक संवेदनशील हो जाता है, जिससे सफर के दौरान मितली या उल्टी का अनुभव अधिक हो सकता है।
साथ ही उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर की संतुलन प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे वृद्ध लोगों को मोशन सिकनेस (Motion Sickness) का सामना करना पड़ सकता है। उनके लिए कार, बस, या हवाई सफर करना विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जो लोग माइग्रेन से पीड़ित होते हैं, उन्हें मोशन सिकनेस (Motion Sickness) का अधिक खतरा होता है।
माइग्रेन और मोशन सिकनेस (Motion Sickness) दोनों का संबंध मस्तिष्क और संतुलन प्रणाली से होता है, जिससे सफर के दौरान सिरदर्द, मितली और चक्कर आने की संभावना बढ़ जाती है।
जो लोग बहुत कम या पहली बार सफर कर रहे होते हैं, उन्हें भी मोशन सिकनेस (Motion Sickness) का खतरा ज्यादा होता है। इसके अतिरिक्त मानसिक तनाव और चिंता से ग्रस्त लोगों को मोशन सिकनेस (Motion Sickness) का खतरा अधिक होता है। सफर के दौरान तनावग्रस्त रहना उनके शरीर को और भी अधिक संवेदनशील बना देता है, जिससे मितली और चक्कर आने की समस्या बढ़ जाती है।
मोशन सिकनेस के लक्षण:
मोशन सिकनेस (Motion Sickness) के लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं और सफर के दौरान अधिक हो सकते हैं। इसके कुछ प्रमुख लक्षण में सिरदर्द,चक्कर आना,उल्टी आना या उल्टी जैसा महसूस होना होता है | इसके अतिरिक्त थकान,पसीना आना,सांस लेने में तकलीफ, चेहरे का पीला पड़ना आदि की भी समस्या हो सकती है |
मोशन सिकनेस से बचने के उपाय:
अगर आपको सफर के दौरान मोशन सिकनेस (Motion Sickness) होती है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप कुछ आसान उपायों का पालन करके इससे बच सकते हैं या इसके प्रभाव को कम कर सकते हैं। इसके लिए सफर के दौरान नियमित रूप से ठंडा पानी पीते रहें।
यह आपके शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है और मोशन सिकनेस (Motion Sickness) के लक्षणों को कम करता है। अगर मितली महसूस हो रही है, तो एक-दो घूंट ठंडा पानी पीने से राहत मिल सकती है। साथ ही सफर के दौरान हल्का और कम तला हुआ खाना खाएं। बहुत ज्यादा भारी खाना खाने से मितली और उल्टी की समस्या बढ़ सकती है।
सफर से पहले भी भोजन को संतुलित रखें और जंक फूड से बचें। सफर के दौरान किताब पढ़ना या मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करना मोशन सिकनेस को और भी ज्यादा बढ़ा सकता है। इसके बजाय, बाहर की ओर देखें या आंखें बंद करके आराम करें।सफर के दौरान ताजी हवा मोशन सिकनेस के लक्षणों को कम करने में मदद करती है।
इसलिए, अगर संभव हो तो खिड़की के पास बैठें और खिड़की को खुला रखें, ताकि ताजी हवा आती रहे। गहरी सांस लेने से आपको आराम मिल सकता है और आपकी मांसपेशियों को तनावमुक्त होने में मदद मिलती है। जब भी आपको चक्कर आने लगे या मितली महसूस हो, तो एक गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें। इससे आपको राहत महसूस होगी।
प्राकृतिक उपचार:
अदरक मोशन सिकनेस के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार माना जाता है। अदरक की चाय पीना या अदरक की छोटी मात्रा को चबाना मोशन सिकनेस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही पुदीना या अदरक के तेल की हल्की सुगंध मोशन सिकनेस को कम करने में मदद कर सकती है। मितली और उल्टी की समस्या को कम करने के लिए आप सफर के दौरान ऐसे तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं|
च्युइंग गम चबाएं:
सफर के दौरान च्युइंग गम चबाना भी मोशन सिकनेस को कम करने में मदद करता है। इससे लार का उत्पादन बढ़ता है, जो मितली को कम करता है और आपके मुंह को ताजगी प्रदान करता है।
चिकित्सा परामर्श:
अगर उपरोक्त उपायों के बावजूद भी आपकी मोशन सिकनेस की समस्या बनी रहती है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। कुछ लोग बेहद संवेदनशील होते हैं और उन्हें चिकित्सकीय उपचार की आवश्यकता होती है। डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार एंटी-मोशन सिकनेस दवाओं की सलाह दे सकते हैं, जो सफर के दौरान आपको राहत प्रदान कर सकती हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।