Pickle side effects: भारत में अचारों की इतनी वैरायटी है कि इसे ‘अचारों का देश’ कहना गलत नहीं होगा। लोग अचार को इतनी पसंद करते हैं कि गांव से शहर या विदेश जाते वक्त इसे पैक कर साथ ले जाते हैं। चाहे चावल हो, रोटी या पराठा, अचार के साथ खाने का स्वाद ही अलग होता है।
यह साधारण से भोजन का स्वाद भी कई गुणा बड़ा देता हैं | लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड और नमक की मात्रा आपकी तबीयत बिगाड़ सकती है। आइए जानते हैं कि लैक्टिक एसिड क्या है और इसका अत्यधिक सेवन सेहत के लिए क्यों खतरनाक हो सकता है।
क्या होता है लैक्टिक एसिड:
लैक्टिक एसिड एक प्रकार का ऑर्गेनिक एसिड है| यह प्राकर्तिक रूप से हमारे शरीर में मौजूद होता है और खून में पाया जाता है| जब हमे शरीर एनर्जी की जरूरत होती है तब यह एक एनर्जी सोर्स के रूप में अहम भूमिका निभाता है| हालांकि, अगर शरीर में इसकी मात्रा तय सीमा से अधिक हो जाए, तो यह समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। यही लैक्टिक एसिड अचार को उसके खास खट्टे स्वाद और चमकदार रंग प्रदान करता है।
यह एसिड आचार के स्वाद को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अचार को बनाने के लिए, फल या सब्जियों को विभिन्न मसालों और नमक के साथ मैरिनेट किया जाता है, जिससे लैक्टिक एसिड का निर्माण होता है। हालांकि, यह एसिड अचार के लिए महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इसके अत्यधिक सेवन से आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
लैक्टिक एसिड के स्वास्थ्य पर प्रभाव:
लैक्टिक एसिड का अत्यधिक सेवन पेट में एसिडिटी बढ़ा सकता है। यह एसिडिटी एसिड रिफ्लक्स और गैस्ट्राइटिस जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। एसिड रिफ्लक्स की स्थिति में, एसिड पेट से बाहर आकर भोजन नली में चला जाता है, जिससे पेट में जलन और दर्द होता है। इसके अलावा, लैक्टिक एसिड पेट की दीवार को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे पाचन तंत्र में असंतुलन पैदा हो सकता है।
अचार में उच्च मात्रा में नमक और लैक्टिक एसिड होता है, जो शरीर में पानी की कमी कर सकता है। नमक और लैक्टिक एसिड की उच्च मात्रा शरीर के तरल पदार्थों को अवशोषित कर सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप थकान, चक्कर आना, और कमजोरी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
Pickle का अत्यधिक सेवन किडनी पर अतिरिक्त दबाव डालता है। अचार में मौजूद नमक और लैक्टिक एसिड किडनी की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है। लंबे समय तक अचार का अधिक सेवन किडनी की गंभीर समस्याओं जैसे किडनी स्टोन और किडनी फेलियर आदि का कारण बन सकता है।
इसके अतिरिक्त अचार में उच्च मात्रा में नमक होता है, जो रक्तचाप को बढ़ा सकता है। लैक्टिक एसिड के साथ मिलकर नमक की उच्च मात्रा शरीर में अतिरिक्त पानी को संचित कर सकती है, जिससे रक्तचाप में वृद्धि होती है। हाइपरटेंशन का लंबे समय तक सामना करने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
Pickle का सेवन करते समय सावधानियाँ:
अचार का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। रोजाना थोड़ी मात्रा में अचार का सेवन आपकी सेहत के लिए सुरक्षित हो सकता है। अचार का अधिक सेवन पेट की समस्याओं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। अचार के स्थान पर कम नमक और कम एसिड वाले विकल्प का चुनाव करें। आप घर पर ताजे और कम मसाले वाले अचार भी बना सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहतर होते हैं। इसके अतिरिक्त, फलों और सब्जियों का सादा सेवन भी आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।
अपने आहार में अचार के साथ-साथ फल, सब्जियाँ, और पानी की उचित मात्रा भी शामिल करें। यह आपके शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेगा और आपकी सेहत को बनाए रखेगा। एक संतुलित आहार आपकी सेहत को बेहतर बनाए रखने में मदद करेगा और अचार के नकारात्मक प्रभावों से बचाएगा। यदि आप किसी भी प्रकार की पाचन समस्या या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो अचार के सेवन को कम या बंद करें। डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लेकर अपने आहार में उचित बदलाव करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है|