Salt For health: नमक, जिसे हम रोजमर्रा के खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, हमारे भोजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि हमारे शरीर के लिए भी कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ भी देता है। बाजार में कई प्रकार के नमक जैसे सफेद नमक, काला नमक, और गुलाबी नमक उपलब्ध हैं।
लेकिन सवाल यह उठता है कि इन तीनों में से कौन सा नमक सेहत (Salt For health) के लिए सबसे बेहतर है? इस लेख में आज हम इन तीनों प्रकार के नमकों की तुलना करेंगे और जानेंगे कि कौन सा नमक आपकी सेहत((Salt For health)) के लिए फायदेमंद हो सकता है।
सफेद नमक (टेबल सॉल्ट):
सफेद नमक, जिसे टेबल सॉल्ट के नाम से भी जाना जाता है | हम आमतौर पर इसे खाना पकाने में इस्तेमाल करते हैं, सोडियम क्लोराइड का मुख्य स्रोत है। यह एक प्रकार का रिफाइंड नमक होता है और इसमें आयोडीन भी मिलाया जाता है, जो शरीर में थायराइड ग्रंथि को सही तरीके से काम करने में मदद करता है।
ये नमक आसानी से उपलब्ध होता है साथ ही किफायती भी होता है। परन्तु अत्यधिक प्रोसेसिंग के कारण इसमें से कई पोषक तत्व निकल जाते हैं।साथ ही इसका ज्यादा मात्रा में उपयोग करने से ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियां और पानी की कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
काला नमक (ब्लैक सॉल्ट):
काला नमक, जिसे अंग्रेजी में ब्लैक सॉल्ट भी कहा जाता है| यह आयुर्वेद में अपनी औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है| भारत में यह नमक विशेष रूप से लोकप्रिय है। यह नमक प्राकृतिक रूप से पाया जाता है और इसका उपयोग चटनी, सलाद, और विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है।
ये पाचन को बेहतर बनाता है और अपच, गैस, और पेट फूलने की समस्या को दूर करता है। साथ ही आयुर्वेद में इसे शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने और वात दोष को संतुलित करने के लिए उपयोगी माना गया है। इसमें आयरन और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
अगर इसके नुकसान की बात करें तो काला नमक स्वाद में हल्का खट्टा और तीखा होता है, जो हर किसी को पसंद नहीं आता। साथ ही इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है, इसलिए इसे सामान्य नमक का विकल्प नहीं माना जा सकता।
गुलाबी नमक (हिमालयन पिंक सॉल्ट):
गुलाबी नमक, जिसे हिमालयन पिंक सॉल्ट भी कहा जाता है, भारत और पाकिस्तान के हिमालय क्षेत्र में पाया जाता है। यह प्राकृतिक नमक है और इसमें 84 प्रकार के खनिज होते हैं, जो इसे अन्य नमकों से अलग बनाते हैं। यह सोडियम का प्राकृतिक स्रोत है और शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने में मदद करता है।
यह डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। रिफाइंड न होने के कारण इसमें अधिक पोषक तत्व मौजूद रहते हैं। हालाँकि इस नमक के काफी फायदे है परन्तु यह नमक सफेद नमक की तुलना में महंगा होता है। इसमें आयोडीन प्राकृतिक रूप से नहीं होता इसलिए इससे आयोडीन की कमी हो सकती है।
बेस्ट Salt For health:
सेहत के लिए सबसे अच्छा नमक आपकी जरूरतों और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। अगर आप आयोडीन की कमी से जूझ रहे हैं, तो सफेद नमक (Salt For health)आपके लिए सही है। आयोडीन थायरॉइड ग्रंथि के सही संचालन के लिए आवश्यक है। सफेद नमक आयोडीन युक्त होने के कारण थायरॉइड की समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
वही पाचन तंत्र की समस्या के लिए काला नमक बेस्ट है। अगर आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, अपच, या पेट फूलने की समस्या है, तो काला नमक आपके लिए लाभकारी (Salt For health) हो सकता है। डिटॉक्सिफिकेशन और मिनरल्स की कमी के लिए गुलाबी नमक बेहतर है।
हिमालयन पिंक सॉल्ट में कई खनिज होते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक हैं। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
कितना नमक करना चाहिए उपयोग:
डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार, एक वयस्क को रोजाना 5 ग्राम (लगभग एक चम्मच) से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। ज्यादा नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारियां, और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकता है।
वहीं याद रखें, कोई भी नमक ज्यादा मात्रा में खाना सेहत (Salt For health)के लिए हानिकारक हो सकता है। संतुलित मात्रा में सही प्रकार के नमक का सेवन करना ही आपकी सेहत के लिए (Salt For health)फायदेमंद होगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।