AI Tool: कहीं आपके लिए ही खतरा ना बन जाए आपकी ही आवाज! बहुत खतरनाक है ये AI टूल, एक्सपर्ट्स भी डरे

July 16, 2024
AI Tool
AI Tool: कहीं आपके लिए ही खतरा ना बन जाए आपकी ही आवाज! बहुत खतरनाक है ये AI टूल, एक्सपर्ट्स भी डरे

AI Tool: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब पहले से कहीं ज्यादा एडवांस हो गए हैं। अब एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल इंसानों के बीच काफी तेजी से हो रहा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में एआई, इंसानों की जगह ले लेगा। अब एआई टूल (AI Tool) सारे काम खुद ही करने लगे हैं।

टेक्नोलॉजी के जहां बहुत सारे फायदे हैं तो कई नुकसान भी होते हैं। देश दुनिया के बड़े टेक दिग्गजों ने भी अपना रुख एआई की तरफ कर दिया है। माइक्रोसॉफ्ट, गूगल से लेकर ओपनएआई तक जैसे दिग्गजों में बेस्ट एआई टूल पेश करने की होड़ सी मची है। लेकिन इंसानों के लिए एआई टूल खतरनाक साबित होते जा रहे हैं।

माइक्रोसॉफ्ट ला रहा नया एआई स्पीच जनरेटर:

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से विकसित हो रहा है और इसके नए-नए टूल्स लोगों के जीवन को आसान बना रहे हैं। लेकिन इसके खतरनाक पहलू भी सामने आने लगे हैं। हाल ही में कुछ AI टूल्स इतने एडवांस हो गए हैं कि वे किसी भी व्यक्ति की आवाज को हूबहू कॉपी कर सकते हैं।

टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने एक नया एआई स्पीच जनरेटर बनाया है। माइक्रोसॉफ्ट का यह एआई स्पीच जनरेटर किसी भी इंसान की आवाज सुनकर कुछ ही सेकेंड में उसकी आवाज में बात करने लगता है। कंपनी का यह एआई स्पीच जनरेटर VALL-E 2 टेक्स्ट-टू-स्पीच (TTS) जनरेटर है।

यह VALL-E 2 किसी भी इंसान की आवाज सुनकर बिल्कुल उसी की तरह कुछ ही सेकेंड में आवाज निकाल सकता है। लेकिन शोधकर्ता इसे लेकर डर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे फर्जी कॉल, धोखाधड़ी और साइबर अपराध की घटनाएं बढ़ने का खतरा है। यह एआई स्पीच जनरेटर इतना रिलायबल है कि इसे फिलहाल लॉन्च ना करने की सलाह दी है।

निकाल सकता है हूबहू आवाज:

शोधकर्ताओं का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट का VALL-E 2 हूबहू इंसानों की तरह नेचुरल आवाज निकाल सकता है। AI वॉयस क्लोनिंग टूल्स की मदद से किसी भी व्यक्ति की आवाज को रिकॉर्ड करके उसे ठीक वैसे ही दोहराया जा सकता है, जैसे वह खुद बोल रहा हो। इसको आसान तरीके से समझें तो यह एआई स्पीच जनरेटर (AI Tool) इंसान की ऐसी आवाज निकाल सकता है कि सुनकर आप यह नहीं बता सकते कि आप इंसान से बात कर रहे हैं या किसी मशीन से।

इतना ही नहीं VALL-E 2 हाई क्वालिटी वाली स्पीच को भी आराम से बोल सकता है। यह एआई स्पीच जनरेटर उन वाक्यों को भी आसानी से बोल सकता है जो बहुत जटिल और चुनौतीपूर्ण होते हैं।

गलत कामों में हो सकता है AI Tool का इस्तेमाल:

शोधकर्ता इस एआई स्पीच (AI Tool) को लॉन्च करने को लेकर डरे हुए हैं। दरअसल, जैसा कि आपको बताया कि VALL-E 2 किसी भी इंसान की तरह हूबहू आवाज निकाल सकता है।

लेकिन डर यह है कि इसका इस्तेमाल(AI Tool) गलत कामों में किया जा सकता है। साइबर अपराधी इस तकनीक का गलत इस्तेमाल करके बैंक फ्रॉड, ब्लैकमेलिंग और अफवाहें फैलाने का काम कर सकते हैं। यही कारण है कि साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ भी इन टूल्स को लेकर चिंतित हैं। हालांकि शोधकर्ताओं का कहना है कि स्पीच जनरेटर VALL-E 2 एक रिसर्च प्रोडेक्ट है और फिलहाल इसको इंसानों के बीच में उतारने की कोई प्लानिंग नहीं है।

दरअसल, इसका इस्तेमाल गलत कामों में ना कर सकें इसके लिए यह फैसला लिया गया है। क्योंकि कोई भी इस स्पीच जनरेटर का इस्तेमाल कर किसी के साथ धोखाधड़ी या फ्रॉड कर सकता है।

बता दें कि पिछले कुछ समय में वॉयस क्लोनिंग और डीपफेक के मामले कॉफी बढ़ गए हैं। इसी वजह से एआई स्पीच जनरेटर को फिलहाल इंसानों के बीच नहीं उतारने का फैसला लिया गया है।

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