WhatsApp Fraud: आजकल इंटरनेट और सोशल मीडिया के दौर में हम सभी WhatsApp का उपयोग काफी अधिक करते हैं। यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है, जहाँ हम न केवल संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं, बल्कि वीडियो और वॉयस कॉल्स के जरिए अपनों से जुड़ते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि WhatsApp का यह सुविधा कुछ लोगों के लिए खतरे का कारण भी बन सकती है?
जी हां, हाल ही में संचार मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले दूरसंचार विभाग ने एक चेतावनी जारी की है, जिसमें उन्होनें स्मार्टफोन यूजर्स को कुछ फोन नंबरों से आने वाली कॉल से सावधान रहने के लिए कहा है| टेलीकॉम मिनिस्ट्री के अनुसार कुछ लोग (DOT) यानि दूरसंचार विभाग के नाम पर लोगो को फर्जी कॉल कर रहें हैं जिसमें वह यूजर्स को उनका मोबाइल नंबर काट दिए जाने की धमकी देते हैं |
WhatsApp कॉल्स के माध्यम से दे रहें है धमकी:
WhatsApp कॉल्स के जरिए धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। साइबर अपराधी अब WhatsApp कॉल्स का उपयोग करके लोगों को धोखा देने के नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसा पाया गया है कि कुछ नंबरों से अजनबी कॉल्स आ रही हैं, जो खासतौर पर भारत में लोगों को निशाना बना रही हैं।
इस कॉल्स में यूजर्स को यह कहकर धमकाया जाता हैं कि कुछ गैरकानूनी गतिविधियों में उनके नंबर का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है| कॉल करने वाला व्यक्ति खुद को सीबीआई अधिकारी होने का दावा करता है और यूजर्स को उनके नाम पर कुछ अवैध पैकेज प्राप्त होने की जानकरी देता है|
साथ ही यूजर्स को बताया जाता है कि यह एक साइबर क्राइम से सम्बंधित मामला है| बता दें कि इन नंबरों से आने वाली कॉल्स के पीछे साइबर क्रिमिनल्स होते हैं, जो आपको किसी लिंक पर क्लिक करने या फोन पर कुछ जानकारी देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इसके बाद आपके व्यक्तिगत डेटा को चुराने, आपका अकाउंट हैक करने या आपके पैसे चोरी करने की कोशिश की जाती है।
किन नंबरों से रहें सतर्क:
DoT ने विदेशी मूल के मोबाइल नंबरों से व्हाट्सएप कॉल के बारे में जानकारी दी है | उन्होंने बताया कि कुछ नंबर: जैसे +92-xxxxxxxxxx — सरकारी अधिकारियों के रूम में लोगों को कॉल करते हैं और उन्हें धोखा देते हैं|
मोबाइल उपयोगकर्ताओं को चेतावनी देते हुए दूरसंचार मंत्रालय ने कहा कि साइबर अपराधी ऐसी कॉल के माध्यम से साइबर अपराध/वित्तीय धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए धमकी देने/व्यक्तिगत जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं| साथ ही उन्होंने यह भी कहा हैं कि अपनी ओर से DoT किसी को भी ऐसी कॉल करने के लिए अधिकृत नहीं करता है| ऐसे में उन्होंने लोगों को सावधान और सतर्क रहने की सलाह दी है|
अन्य धोखाधड़ी के मामले:
इस प्रकार के कॉल्स के अलावा भी कई धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं | इन नंबरों से कॉल्स करने वाले लोग अक्सर आपको यह बताते हैं कि आपने किसी लकी ड्रॉ में भाग लिया था और आप एक शानदार वाउचर या पुरस्कार जीत चुके हैं। इसके बाद वे आपसे कुछ जानकारी मांगते हैं जैसे कि आपका बैंक खाता नंबर, व्यक्तिगत पहचान संख्या (PIN), या फिर अन्य संवेदनशील जानकारी।
जैसे ही ये जानकारी दी जाती है, साइबर क्रिमिनल्स आपका अकाउंट हैक कर लेते हैं और आपके पैसे चुरा लेते हैं। इसके अलावा फ़िशिंग अटैक के मामले भी सामने आ रहे हैं जिसमें आपको किसी प्रतिष्ठित संस्था या बैंक की तरफ से संदेश भेजने का दावा किया जाता है।
इस मैसेज में आपको एक लिंक भेजा जाता है, जिसमें आपको अपनी निजी जानकारी भरने के लिए कहा जाता है। यदि आप लिंक पर क्लिक कर देते हैं और जानकारी भर देते हैं, तो अपराधी आपकी सारी जानकारी चुरा सकते हैं और आपका अकाउंट खाली कर सकते हैं।
साथ ही कई बार इन नंबरों से आने वाली कॉल्स का उद्देश्य आपके फोन में मालवेयर या वायरस भेजने का भी हो सकता है। यदि आप गलती से कॉल रिसीव करते हैं या लिंक पर क्लिक करते हैं, तो आपका फोन वायरस से संक्रमित हो सकता है और साइबर क्रिमिनल्स आपके फोन की पूरी जानकारी चुरा सकते हैं।
कहाँ और कैसे करें धोखाधड़ी की रिपोर्ट:
नागरिकों को ऐसे धोखाधड़ी संचार की रिपोर्ट के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने संचार साथी पोर्टल (www.sancharsathi.gov.in) की ‘आई-रिपोर्ट सस्पेक्टेड फ्रॉड कम्युनिकेशंस’ सुविधा पर रिपोर्ट करने की सलाह दी है| उनका मानना हैं कि इस तरह की रिपोर्टिंग से DOT को साइबर अपराध, वित्तीय धोखाधड़ी आदि के लिए दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने में मदद मिलती है|
इसके अलावा यूजर्स नागरिक संचार साथी पोर्टल (www.sancharsathi.gov.in) की ‘नो योर मोबाइल कनेक्शंस’ सुविधा पर अपने नाम पर मोबाइल कनेक्शन की जांच कर सकते हैं।
साथ ही किसी भी मोबाइल कनेक्शन की रिपोर्ट कर सकते हैं जो उन्होंने नहीं लिया है या जिसकी आवश्यकता नहीं है| दूरसंचार विभाग ने इसके अलावा,नागरिकों को साइबर अपराध या वित्तीय धोखाधड़ी के शिकार होने की स्थिति में साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करने की भी सलाह दी है|