Heart Attack: चलती बस में हार्ट अटैक से हुई ड्राइवर की मौत, कंडक्टर ने ऐसे बचाई यात्रियो की जान

November 07, 2024
Heart Attack
चलती बस में हार्ट अटैक से हुई ड्राइवर की मौत, कंडक्टर ने ऐसे बचाई यात्रियो की जान
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Heart Attack: पिछले कुछ समय में हार्ट अटैक (Heart Attack) के कई चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। कई घटनाओं के तो वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। अब ऐसा ही हार्ट अटैक (Heart Attack) का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, हाल ही में कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक दिल दहलाने वाली घटना घटित हुई, जिसने कई लोगों की जान बचाने में एक अहम भूमिका निभाई।

बेंगलुरु मेट्रो ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (BMTC) के एक बस ड्राइवर, किरण कुमार को चलती हुई बस में हार्ट अटैक (Heart Attack) आ गया। लेकिन कंडक्टर की सूझबूझ और त्वरित प्रतिक्रिया के कारण एक बड़ा हादसा टल गया और बस में सवार यात्रियों की जान बचाई जा सकी।

अचानक चलती बस में आया Heart Attack:

यह घटना बेंगलुरु के एक व्यस्त सड़क मार्ग पर घटित हुई, जहां BMTC की बस को ड्राइवर किरण कुमार चला रहे थे। वह हर दिन की तरह अपनी ड्यूटी पर थे और बताया जा रहा है कि बस में लगभग 30-40 यात्री सवार थे। जैसे ही बस अपने निर्धारित मार्ग पर चल रही थी, अचानक किरण कुमार की तबीयत बिगड़ने (Heart Attack) लगी। उन्हें सीने में दर्द और बेचैनी महसूस हुई, लेकिन वह अपने कार्य को पूरा करने का प्रयास कर रहे थे।

सीट से गिर पड़े नीचे:

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि बस चलाते हुए ड्राइवर किरण कुमार किरण अचानक अपनी सीट से गिर (Heart Attack) पड़े। इसके बाद वह बस एक दूसरी बस से जा टकराई। बड़ा हादसा भी हो सकता था क्योंकि बस तेजी से सड़क पर चल रही थी और कोई भी अनियंत्रण बड़ी दुर्घटना में बदल सकता था।

कंडक्टर ने संभाली बस:

वीडियो में देखा जा सकता है कि जब बस में मौजूद कंडक्टर ओबलेश ने देखा कि ड्राइवर किरण कुमार सीट से नीचे गिर गए हैं तो उसने तुरंत सूझबूझ से काम लिया और बस को नियंत्रित करने की कोशिश की। कंडक्टर ने बस को नियंत्रित करते हुए उसे सड़क के किनारे लगा दिया। उन्होंने बस को धीरे-धीरे एक सुरक्षित स्थान पर रोका, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार का खतरा न हो। बस को नियंत्रित करने में उन्हें बहुत धैर्य और संयम से काम लेना पड़ा।

कंडक्टर की इस सूझबूझ और त्वरित कार्यवाही ने सभी यात्रियों को सुरक्षित रखा। उन्होंने बिना समय गंवाए बस को सुरक्षित तरीके से सड़क के किनारे रोका और यात्रियों से बाहर निकलने का अनुरोध किया। इस दौरान यात्रियों में कुछ हड़कंप की स्थिति जरूर थी, लेकिन कंडक्टर ने उन्हें शांत रखने का भी प्रयास किया।

ड्राइवर की हुई मौत:

कंडक्टर ओबलेश ने बस को सुरक्षित सड़क किनारे लगाने के बाद ड्राइवर किरण कुमार को नजदीकी वी.पी. मैग्नस अस्पताल पहुंचाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद ड्राइवर किरण कुमार को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद ओबलेश ने मामले की पूरी जानकारी सीनियर अधिकारियों को दी। इसके साथ ही उसने मृतक ड्राइवर के परिजनों को भी इसकी सूचना दी।

लोगों ने की कंडक्टर की बहादुरी की तारीफ:

कंडक्टर की त्वरित प्रतिक्रिया और सूझबूझ ने एक बड़ा हादसा टाल दिया। इस घटना के बाद यात्रियों ने कंडक्टर की सराहना की और उनकी बहादुरी की तारीफ की। कंडक्टर की त्वरित प्रतिक्रिया और निर्णय लेने की क्षमता ने यात्रियों का दिल जीत लिया। कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर कंडक्टर की बहादुरी और समझदारी को साझा किया, जिससे अन्य लोग भी उनकी प्रशंसा करने लगे। बेंगलुरु मेट्रो ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के अधिकारी भी कंडक्टर की इस बहादुरी से प्रभावित हुए।

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