Gas Leak: जयपुर में औद्योगिक इकाई में गैस रिसाव के बाद दहशत, मचा हडकंप

January 01, 2025
Gas Leak
Gas Leak: जयपुर में औद्योगिक इकाई में गैस रिसाव के बाद दहशत, मचा हडकंप

Gas Leak: जयपुर के प्रसिद्ध विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया (वीकेआई) में स्थित एक गैस यूनिट प्लांट में हाल ही में हुए गैस रिसाव (Gas Leak) की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय हो गईं। यह घटना न केवल औद्योगिक क्षेत्र के सुरक्षा प्रबंधन पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता को भी दर्शाती है।

CO2 गैस के भंडारण के लिए आए थे दो बड़े टैंकर:

रिपोर्ट्स के अनुसार, विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में 31 दिसंबर रोड नंबर 17 के पास यह घटना हुई। घटना अजमेरा गैस प्लांट में हुई। बताया जा रहा है कि वहां CO2 गैस के भंडारण के लिए दो बड़े टैंकर लगाए गए थे।

उस समय गैस रिसाव(Gas Leak) होने लगा। हालांकि दमकल और सिविल डिफेंस विभाग के कर्मचारियों ने गैस रिसाव पर क़ाबू पा लिया। बता दें कि यह ज्वलनशील गैस नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।

टूट गया था टैंकर का वाल्व:

सहायक अग्निशमन अधिकारी, विश्वकर्मा भंवर सिंह हाड़ा ने मीडिया को बताया कि गैस के दबाव से टैंकर का वॉल्व टूट गया। इसकी वजह से वहां गैस फैल गई। साथ ही उन्होंने बताया कि फायर ब्रिगेड द्वारा स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया गया। गैस रिसाव (Gas Leak) के कारण इलाके में दृश्यता शून्य हो गई थी।

वीडियो हुआ वायरल:

घटना के कुछ ही देर बाद प्लांट के अंदर और आसपास के इलाके से कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। इन वीडियोज़ में अफरा-तफरी और गैस के रिसाव के कारण उत्पन्न भयावह स्थिति को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

वीडियो में दमकल विभाग और बचाव दल की कार्रवाई भी कैद हुई। वायरल वीडियो ने लोगों का ध्यान इस घटना की ओर खींचा और औद्योगिक क्षेत्रों की सुरक्षा पर बहस छेड़ दी।

औद्योगिक क्षेत्र की सुरक्षा पर सवाल:

वीकेआई जयपुर का एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र है, जहां सैकड़ों छोटे और बड़े उद्योग संचालित होते हैं। इस घटना ने औद्योगिक सुरक्षा मानकों की कमी और उनकी निगरानी में हो रही लापरवाहियों को उजागर किया है।

प्लांट में सुरक्षा उपकरणों और रिसाव को रोकने वाले तकनीकी साधनों की कमी स्पष्ट रूप से दिखाई दी। इसके अलावा, कर्मचारियों को ऐसे हादसों से निपटने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं दिया गया था।

मच गई अफरा तफरी:

गैस रिसाव की घटना से स्थानीय निवासी दहशत में आ गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे प्लांट्स में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। एक निवासी ने कहा, “हमारे घर प्लांट के पास हैं। प्रशासन को इस पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।”

मेन वॉल्ब को बंद करने के बाद गैस रिसाव पर काबू:

थाना प्रभारी राजेंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लांट के एक टैंकर में गैस भरी गई थी। उन्होंने कहा कि पुलिस की एक टीम फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंची और रिसाव को रोकने के लिए संयंत्र के मेन वॉल्ब को बंद कर दिया।

महेश नगर के कोचिंग सेटर में भी हुई Gas Leak:

बता दें कि कुछ दिन पहले ही जयपुर के महेश नगर क्षेत्र स्थित एक कोचिंग सेंटर में गैस रिसाव(Gas Leak) की वजह से कई छात्र बेहोश हो गए थे। इस मामले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने संदिग्ध गैस रिसाव(Gas Leak) के बाद कई छात्रों के अस्पताल में भर्ती होने से संबंधित मामले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जयपुर के जिलाधिकारपी से जवाब तलब किया।

सुरक्षा के लिए सुझाव:

इस घटना के बाद सुरक्षा मानकों को लेकर कई सुझाव दिए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण और सुरक्षा उपकरणों की जांच अनिवार्य होनी चाहिए। कर्मचारियों को आपातकालीन स्थिति में बचाव के तरीके सिखाने के लिए नियमित रूप से ड्रिल आयोजित करनी चाहिए। इसके अलावा, प्लांट्स में अत्याधुनिक उपकरण और तकनीक का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।