Kurla Bus Accident: यमराज बनी सरकारी बस, भीड़ को रौंदा, 6 की मौत, 35 से ज्यादा घायल

Kurla Bus Accident: मुंबई के कुर्ला में सोमवार रात हुए एक भीषण सड़क हादसा हो गया। दरअसल, Kurla इलाके में एक बेकाबू सरकारी बस ने लोगों को रौंद दिया। वहीं कई वाहनों को भी टक्कर मारी। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई और करीब 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।

December 10, 2024
Kurla Bus Accident
Kurla Bus Accident: यमराज बनी सरकारी बस, भीड़ को रौंदा, 6 की मौत, 35 से ज्यादा घायल

Kurla Bus Accident: मुंबई के कुर्ला में सोमवार रात हुए एक भीषण सड़क हादसा हो गया। दरअसल, Kurla इलाके में एक बेकाबू सरकारी बस ने लोगों को रौंद दिया। वहीं कई वाहनों को भी टक्कर मारी। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई और करीब 35 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।

बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा बहुत भयानक था। इस हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह हादसा बीती रात करीब 9 बजे हुआ, जब बस तेज गति से एक भीड़भाड़ वाले इलाके से गुजर रही थी। वायरल वीडियो में दुर्घटना का भयावह मंजर साफ दिखाई दे रहा है।

वायरल हुआ Kurla Bus Accident का वीडियो:

कुर्ला बस हादसे(Kurla Bus Accident) का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक तेज रफ्तार बेकाबू बस लोगों को रौंदते हुए निकल रही है। बताया जा रहा है कि ‘बेस्ट’ की इस बेकाबू बस ने करीब 40 गाड़ियों को भी टक्कर मारी।

हादसे के बाद घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। कुछ घायलों को ऑटो में भी अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। घायलों को भाभा अस्पताल के अलावा दूसरे अस्पताल भी ले जाया गया। कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि हादसा कुर्ला (वेस्ट) में एसजी बर्वे मार्ग पर अंजुमन-ए-इस्लाम स्कूल के सामने हुआ।

लोगों को कुचलते हुए निकली बस:

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बीटीएस बस तेज गति से (वेस्ट) में एसजी बर्वे मार्ग से गुजर रही थी। उस समय बाजार में भारी भीड़ थी। बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने बस पर से नियंत्रण खो दिया और बस भीड़ पर चढ़ गई। इस दौरान, कई लोग मौके पर ही कुचल गए, जबकि अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

7 की मौत 35 से ज्यादा घायल:

अधिकारियों के अनुसार, मृतकों में महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान आफरीन अब्दुल सलीम शाह (19) अनम शेख (20), कनिज फातिमा गुलाम कादिर (55) शिवम कश्यप (18) विजय विष्णू गायकवाड (70) के रूप में हुई है। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि मृतकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है क्योंकि कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं।

हादसे का कारण:

पुलिस और परिवहन विभाग दुर्घटना की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, हादसे का मुख्य कारण ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है। ड्राइवर का भी मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह हादसे के वक्त नशे में तो नहीं था।

कई प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस का ड्राइवर नशे की हालत में था। ऐसे में उसका मेडिकल भी कराया गया है ताकि यह पता चल सके कि क्या वाकई ड्राइवर नशे की हालत में था।

ड्राइवर को बस चलाने का नहीं था अनुभव:

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि ड्राइवर को बस चलाने का अनुभव नहीं था। रिपोर्ट्स के अनुसार, जांच में सामने आया है कि ड्राइवर को बस चलाने का अनुभव नहीं था, वह पहली बार बस चला रहा था।

बताया जा रहा है कि ड्राइवर उससे पहले हल्के वाहन यानि कार-वैन चलाया करता था। इसके साथ ही कहा जा रहा है कि उस ड्राइवर को बेस्ट (बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति और परिवहन) ने कॉन्ट्रैक्ट पर रखा था। वह 1 दिसंबर से ड्यूटी पर था।

सीएम ने की आर्थिक सहायता की घोषणा:

मुंबई के मेयर और पुलिस कमिश्नर ने घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। वहीं महाराष्ट्र के नए सीएम देवेन्द्र फडनवीस ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर कराया जाएगा।

वीडियो देखे फूटा लोगों का गुस्सा:

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि लोग चीख-पुकार कर रहे हैं और चारों ओर अफरातफरी मची हुई है। हालांकि, इस वीडियो के वायरल होने से कई लोग नाराज भी हैं। उनका कहना है कि पीड़ितों की मदद करने के बजाय वीडियो बनाना अमानवीयता है।

सड़क सुरक्षा पर सवाल:

यह हादसा मुंबई जैसे व्यस्त शहर में सड़क सुरक्षा और सार्वजनिक परिवहन की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाता है। पिछले कुछ सालों में इस तरह की दुर्घटनाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस को सुनिश्चित करना होगा कि वाहन तकनीकी रूप से सुरक्षित हों और चालक उचित प्रशिक्षण प्राप्त करें।