Patient video: इलाज के लिए डॉक्टरों के सामने हाथ जोड़कर मिन्नतें करता रहा मरीज, नहीं मिला वेंटिलेटर, हुई मौत

Patient video: आपने देखा होगा कि कई बार अस्पतालों में समय पर इलाज ना मिलने की वजह से मरीजों की मौत हो जाती है। कई बार गंभीर अवस्था में लाए गए मरीजों को आईसीयू या वेंटिलेटर नहीं मिल पाते हैं।

November 27, 2024
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Patient video: इलाज के लिए डॉक्टरों के सामने हाथ जोड़कर मिन्नतें करता रहा मरीज, नहीं मिला वेंटिलेटर, हुई मौत

Patient video: आपने देखा होगा कि कई बार अस्पतालों में समय पर इलाज ना मिलने की वजह से मरीजों की मौत हो जाती है। कई बार गंभीर अवस्था में लाए गए मरीजों को आईसीयू या वेंटिलेटर नहीं मिल पाते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी से सामने आया है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक हैरान कर देने वाली और दुखद घटना सामने आई है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है।

वीडियो में देखा जा सकता है कि एक मरीज और उसके परिजन अस्पताल में वेंटिलेटर के लिए गुहार लगाते दिख रहे हैं। दुर्भाग्यवश, समय पर वेंटिलेटर न मिलने की वजह से मरीज की मौत हो गई। यह घटना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को उजागर करती है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं पर भी सवाल खड़ा करती है।

Patient को नहीं मिला वेंटिलेटर:

यह घटना लखनऊ के केजीएमयू में लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग की बताई जा रही है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मरीज बेहद गंभीर स्थिति में है और वह हाथ जोड़कर डॉक्टर्स से वेंटिलेटर की मांग कर रहा है। Patient के परिजन भी डॉक्टरों से इलाज की गुहार लगा रहे हैं।

Patient को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने वेंटिलेटर उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई। वीडियो में परिजनों का दर्द और बेबसी स्पष्ट झलकती है, और वे अस्पताल के कर्मचारियों से मदद की गुहार लगाते नजर आते हैं।

परिजनों का आरोप है कि अस्पताल और डॉक्टर्स की लापरवाही के कारण ही Patient की जान गई। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मरीज को हार्ट फेल होने के बाद लारी लाया गया था। उनको वेंटिलेटर की जरूरत थी लेकिन वेंटिलेटर खाली ना होने के कारण उन्हें रेफर कर दिया था।

सीने में दर्द के बाद आाए थे इलाज के लिए:

लखनऊ के दुबग्गा निवासी सैफ के अनुसार, उनके पिता अबरार अहमद का साल 2018 से हार्ट का इलाज केजीएमयू के लारी डिपार्टमेंट से चल रहा है। रविवार को देर रात अचानक अबरार के सीने में तेज दर्द हुआ। ऐसे में अबरार अपने भाई के साथ केजीएमयू पहुंचे। परिजनों का कहना है कि लारी लाने के बाद उनका इलाज किया गया।

परिजनों के अनुसार, अस्पताल में अबरार को कई इंजेक्शन भी लगाए गए। इसके बाद से अबरार के नाक और मुंह से खून आना शुरू हो गया। इसके बाद मरीज के बेटे सैफ ने डॉक्टरों के सामने हाथ जोड़कर उनके पिता का इलाज करने की गुहार लगाई। सैफ का कहना है कि इस पर भी डॉक्टरों का दिल नहीं पसीजा।

वहीं वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मरीज अबरार भी डॉक्टर्स से हाथ जोड़कर उसे बचाने की गुहार लगाता नजर आ रहा है। वीडियो में मरीज अबरार के परिजन भी डॉक्टर्स से इलाज के लिए मिन्नतें करते नजर आ रहे हैं।

यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल, अबरार को तुरंत वेंटिलेटर की जरूरत थी और अस्पताल में वेंटिलेटर खाली नहीं मिला। इससे उसकी मौत हो गई और परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया।

स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल:

यह घटना स्वास्थ्य सेवाओं में मौजूद खामियों की ओर इशारा करती है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति खराब है, जहां वेंटिलेटर जैसे महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी है। सरकारी अस्पतालों में बेड, दवाइयां, और वेंटिलेटर जैसी सुविधाओं का अभाव आम समस्या बन गई है।

बता दें कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी वेंटिलेटर की कमी का मुद्दा बार-बार सामने आया था। महामारी के बाद सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाने का दावा किया था। बावजूद इसके, इस घटना ने दिखा दिया कि जमीनी स्तर पर स्थितियां अभी भी चिंताजनक हैं।