Rajasthan Bypolls 2024: राजस्थान की राजनीति में एक घटना ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। दरअसल, आज राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव (Rajasthan Bypolls 2024) के लिए आज मतदान हुआ। देवली उनियारा विधानसभा सीट के लिए भी आज मतदान हुआ। इस दौरान (Rajasthan Bypolls 2024) वहां निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा की एसडीएम अमित चौधरी से किसी बात पर बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया। इस घटना का किसी ने वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र (Rajasthan Bypolls 2024) से निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा द्वारा उपखंड अधिकारी (SDM) को थप्पड़ मारने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस घटना ने न केवल चुनावी माहौल को गरमा दिया है, बल्कि प्रशासन और राजनीति के बीच के तनावपूर्ण संबंधों पर भी एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
Rajasthan Bypolls 2024 वायरल वीडियो:
इस घटना (Rajasthan Bypolls 2024) का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि नरेश मीणा और SDM के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हो रही थी। बहस के दौरान अचानक ही नरेश मीणा ने अपना आपा खो दिया और SDM को थप्पड़ मार दिया। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन और पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
नरेश मीणा ने क्यों मारा थप्पड़:
हालांकि अभी तक कारण पता नहीं चल पाया है कि नरेश मीणा ने SDM को थप्पड़ क्यों मारा। हालांकि, चुनाव के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों और उम्मीदवारों के बीच छोटी-छोटी बातों पर विवाद होना आम बात है, लेकिन इस प्रकार का हिंसक व्यवहार दुर्लभ है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना उम्मीदवार की बढ़ती हुई तनावपूर्ण स्थिति का परिणाम हो सकती है। चुनाव के दौरान उम्मीदवारों पर प्रचार, मतदाताओं को जोड़ने और राजनीतिक रणनीति बनाने का काफी दबाव होता है, और यह घटना शायद उस दबाव के कारण हुई हो।
सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन:
इस घटना के वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है। लोग दो गुटों में बंट गए हैं। एक गुट का मानना है कि उम्मीदवार को सरकारी अधिकारी से इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए था और कानून का सम्मान करना चाहिए। वहीं, दूसरा गुट इस घटना का समर्थन करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति गुस्सा प्रकट कर रहा है, क्योंकि उनका मानना है कि कभी-कभी अधिकारी चुनावी उम्मीदवारों के साथ गलत व्यवहार करते हैं। यह घटना चर्चा का विषय बन गई है, और लोग अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
प्रशासन ने शुरू की घटना की जांच:
प्रशासन ने इस घटना पर तुरंत एक्शन लेते हुए जांच शुरू कर दी है। चुनाव आयोग ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है और संबंधित अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। अगर जांच में नरेश मीणा को दोषी पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। इसमें उनका नामांकन रद्द करना या उन्हें चुनावी प्रक्रिया से बाहर करना भी शामिल हो सकता है। इसके साथ ही, उन पर कानूनी कार्यवाही भी हो सकती है।
कांग्रेस से बागी उम्मीदवार है नरेश मीणा:
बता दें कि नरेश मीणा पूर्व कांग्रेस नेता हैं। इन उपचुनावों (Rajasthan Bypolls 2024) में कांग्रेस पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था। इस वजह से नरेश मीणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया। पार्टी ने देवली-उनियारा उपचुनाव के लिए नरेश मीणा की जगह कस्तूर चंद मीना को मैदान में उतारा है। जब नरेश मीणा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया तो पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया। इसके बाद भारत आदिवासी पार्टी द्वारा समर्थित नरेश मीणा ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया।
राजस्थान में 7 सीटों पर हुए उपचुनाव:
बता दें कि वर्ष 2018 और 2023 में देवली उनियारा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हरीश चंद्र मीणा चुनाव जीते थे। हालांकि आम चुनाव के बाद वह लोकसभा में चले गए। इसकी वजह से यह सीट खाली हो गई थी। इसी वजह से यहां उपचुनाव (Rajasthan Bypolls 2024) हुए। राजस्थान में देवली-उनियारा समेत 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनावों के लिए आज वोटिंग हुई। 1914 मतदान केंद्रों पर 9000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इस चुनाव में कुल 69 उम्मीदवार मैदान में हैं और इसके नतीजे 23 नवंबर को आने की उम्मीद है।