Mysterious village: यह दुनिया रहस्यों से भरी हुई है। आज भी इस दुनिया में कई ऐसे रहस्य हैं, जिनको आज तक कोई नहीं सुलझा पाया। बता दें कि दुनिया में कई अजीबोगरीब जगहें हैं। इन जगहों पर ऐसे राज हैं, जिनको आज तक कोई हल नहीं कर पाया। वैज्ञानिक भी इनके बारे में जानकर हैरान रह जाते हैं।
आपने भी ऐसी कई अजीबोगरीब जगहों के बारे में सुना होगा। जैसे एक जगह है जहां पर ज्यादातर जुड़वां बच्चे ही पैदा होते हैं। वहीं एक जगह ऐसी है, जहां के लोग ज्यादातर समय सोते ही रहते हैं। लेकिन क्या आपने एक ऐसे गांव के बारे में सुना है जहां लड़कियां बड़ी होने पर लड़का बन जाती हैं।
जी हां आप ठीक सुन रहे हैं, एक ऐसा गांव है जहां की लड़कियां 12 की होते ही लड़का बन जाती हैं। इस विवित्र जगह को लेकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं। आज तक कोई भी इस गांव के रहस्य को नहीं सुलझा पाया है।
लड़कियां बन जाती हैं लड़का:
दरअसल, यह विचित्र गांव(Mysterious village) डोमिनिकल रिपब्लिक में है। इस गांव को शापित माना जाता है। इस गांव में जब किसी के घर लड़की पैदा होती है परिवार में मातम पसर जाता है। इस गांव में लड़कियां एक खास उम्र में आकर लड़का बन जाती है। इसी वजह से इस गांव को रहस्यमयी और श्रापित माना जाता है।
इस रहस्यमयी गांव(Mysterious village) का नाम ला सेलिनास है। ऐसा कहा जाता है कि इस गांव की लड़कियां जब 12 साल की हो जाती हैं तो लड़का बन जाती हैं। इस गांव की जनसंख्या करीब 6 हजार है और यह गांव समुद्र के किनारे बसा हुआ है। यह गांव इस अनोखी विचित्रता की वजह से दुनियाभर के शोधकर्ताओं के बीच शोध और चर्चा का विषय है। इस गांव को लोग रहस्यमयी गांव के तौर पर जानते हैं।
Mysterious village पर अदृश्य शक्ति का साया मानते हैं लोग:
वहीं इस गांव लोगों का मानना है कि इस गांव पर किसी अदृश्य शक्ति का साया है। वहीं गांव के बहुत से लोग इसे शापित गांव भी मानते हैं। गांव में लड़कियां 12 की होते ही लड़का बन जाती हैं और यह यहां की सबसे बड़ी समस्या है। लड़कियों के लड़का बनने की बीमारी की वजह से यहां के लोग बहुत परेशान रहते हैं।
इसी वजह से जब इस गांव(Mysterious village) के किसी के घर लड़की पैदा होती है तो वहां मातम पसर जाता है। इसी वजह से इस गांव में लड़कियों की संख्या बहुत कम है। इतना ही नहीं इस बीमारी से पीड़ित बच्चों को गांव में सही नजर से नहीं देखा जाता। जो लड़कियां बड़ी होकर लड़का बन जाती हैं उन्हें ‘ग्वेदोचे’ के नाम से बुलाया जाता है।
क्या कहना है डॉक्टर्स का:
बता दें कि स्थानीय भाषा में ‘ग्वेदोचे’ का मतलब किन्नर होता है। डॉक्टर्स का कहना है कि यह बीमारी एक आनुवंशिक विकार है। वहीं इस बीमारी से ग्रसित बच्चों को स्थानीय भाषा में ‘सूडोहर्माफ्रडाइट’ कहते हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक इस बीमारी में लड़की के रूप में पैदा हुए कुछ बच्चों के शरीर में धीरे धीरे लड़कों जैसे अंग बनने शुरू हो जाते हैं। इतना ही नहीं उनकी आवाज भी लड़कों की तरह भारी होने लगती है।
धीरे धीरे लड़कियों के शरीर में वे बदलाव आने लगते हैं जो उन्हें लड़की से लड़का बना देते हैं। कई शोधकर्ताओं ने इस रहस्यमयी बीमारी का उपचार खोजने की भी कोशिश की लेकिन कोई भी इसमें कामयाब नहीं हो पाया। हालांकि जांच के दौरान पता चला कि इस गांव में 90 में से एक बच्चा इस बीमारी से जूझ रहा है।