VIP Pass for Cemetery: परिजनों और रिश्तेदारों की कब्र पर रोने के लिए देने होंगे पैसे! प्रशासन का अजीब नियम

VIP Pass for Cemetery: जब किसी अपने का निधन हो जाता है तो उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संंस्कार किया जाता है। सोचिए आपको अपने किसी परिजन की कब्र पर जाने के लिए पैसे देने पड़े तो।

November 29, 2024
VIP Pass
VIP Pass for Cemetery: परिजनों और रिश्तेदारों की कब्र पर रोने के लिए देने होंगे पैसे! प्रशासन का अजीब नियम

VIP Pass for Cemetery: जब किसी अपने का निधन हो जाता है तो उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संंस्कार किया जाता है। इसके बाद सिर्फ उसकी यादें हमारे साथ रह जाती हैं। कई धर्मों में पार्थिव शरीर को दफनाने का भी रिवाज है। ऐसे में पार्थिव शरीर को दफनाने के बाद वहां कब्र बना दी जाती है।

मृतक के परिजन कब्र पर जाते हैं और फूल चढ़ाते हैं। परिजन अक्सर कब्र पर जाकर उन्हें याद करते हैं और रोते हैं। लेकिन सोचिए आपको अपने किसी परिजन की कब्र पर जाने के लिए पैसे देने पड़े तो। ऐसा फरमान ब्रिटेन में निकला है। लोग प्रशासन के इस फैसले की आलोचना कर रहे हैं।

ब्रिटेन में निकला अनोखा फरमान:

ब्रिटेन का स्टोक-ऑन-ट्रेंट शहर अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए जाना जाता है। इस शहर के महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है ‘गार्डेन ऑफ रिमेंब्रेंस’। यह एक कब्रिस्तान है जो अपने शांत और अद्वितीय वातावरण के कारण प्रसिद्ध है। यह स्थान उन लोगों के लिए बेहद खास है, जो अपने प्रियजनों को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने आते हैं।

हालांकि, हाल ही में इस स्थान को लेकर एक अनूठी पहल चर्चा में है—यहां प्रवेश के लिए अब वीआईपी पास की शुरुआत की जाएगी। इस वीआईपी पास को लेने के बाद लोग अपने रिश्तेदारों की कब्र पर जा सकते हैं और आंसू बहा सकते हैं। वहीं जो भी लोग ये पास नहीं बनवाएंगे वे सिर्फ ऑफिस आवर्स के दौरान ही कब्रिस्तान में जा सकता है।

Cemetery में जाने के लिए VIP Pass:

स्टोक-ऑन-ट्रेंट सिटी काउंसिल ने गार्डेन ऑफ रिमेंब्रेंस में प्रवेश के लिए वीआईपी पास की व्यवस्था शुरू करने का फैसला किया है। इस पास के जरिए लोगों को कुछ खास सुविधाएं और विशेषाधिकार दिए जाएंगे। काउंसिल का मानना है कि यह कदम न केवल राजस्व बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि इस ऐतिहासिक स्थल पर आने वाले आगंतुकों के अनुभव को भी बेहतर बनाएगा।

कब्रिस्तान में लगेगा इलेक्ट्रिक गेट, पास से होगी एंट्री:

कब्रिस्तान के बाहर एक बोर्ड पर नोटिस लगा दिया गया है। इस नोटिस बोर्ड पर लिखा है कि जनवरी 2025 से इस साइट को इलेक्ट्रिक गेट से कवर किया जाएगा। वहीं यह गेट तय समय पर ही अपने आप खुलेगा और बंद रहेगा।

कब्रिस्तान में एंट्री एक वीआईपी पास की मदद से होगी। कहा जा रहा है कि प्रशासन यह इसलिए कर रहा है,जिससे कब्रिस्तान में काम करने वाले कर्मचारियों, मृतक के परिवारवालों और अन्य लोग सुरक्षित रहें।

वीआईपी पास वालों को मिलेंगी ये सुविधाएं:

जो लोग कब्रिस्तान में जाने के लिए वीआईपी पास नहीं बनवाएंगे, वे सोमवार से शुक्रवार, सुबह के 9 से लेकर दिन के 3 बजे तक ही कब्रिस्तान में घुस पाएंगे। वीकएंड, बैंक हॉलीडे, या जिस दिन ऑफिस बंद रहेगा, उस दिन बिना पास वाले कब्रिस्तान में नहीं घुस पाएंगे। वीआईपी पास की कीमत 532 रुपये और 1064 रुपये होगी।

वहीं जिनके पास वीआईपी पास होंगे वे वीकेंड और छुट्टी वाले दिनों भी कब्रिस्तान में प्रवेश कर पाएंगे। वीआईपी पासधारकों को प्राथमिकता दी जाएगी और उन्हें लंबी लाइनों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं होगी। पासधारकों के लिए एक अलग क्षेत्र निर्धारित किया जाएगा, जहां वे अधिक शांति और एकांत का अनुभव कर सकें।

आदेश की हो रही आलोचना:

हालांकि यह योजना काउंसिल के लिए राजस्व जुटाने का एक प्रयास है, लेकिन इसे लेकर कई प्रकार की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह योजना सामाजिक और आर्थिक भेदभाव को बढ़ावा दे सकती है। ऐसे स्थान, जहां लोग अपने प्रियजनों की याद में शांति और सुकून की तलाश में आते हैं, वहां “वीआईपी” जैसी अवधारणा उचित नहीं है।

स्थानीय समुदाय के लिए गार्डेन ऑफ रिमेंब्रेंस का महत्व सिर्फ एक स्मारक स्थल तक सीमित नहीं है। यह उनके इतिहास और परंपरा का हिस्सा है। इसीलिए काउंसिल ने इस योजना को लागू करने से पहले सार्वजनिक परामर्श शुरू करने का निर्णय लिया है। स्थानीय निवासियों को इस योजना पर अपने विचार और सुझाव देने का मौका दिया जाएगा।