Dhanteras 2024: धनतेरस को ‘धन त्रयोदशी’ के नाम से भी जाना जाता है और यह दिवाली से ठीक दो दिन पहले मनाई जाती है। धनतेरस का त्योहार संपत्ति, समृद्धि, और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है।
इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा होती है, और मान्यता है कि धनतेरस पर झाड़ू खरीदने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है और सुख-समृद्धि का वास होता है।
Dhanteras पर झाड़ू खरीदने की परंपरा:
धनतेरस का त्योहार देवी लक्ष्मी के स्वागत के लिए मनाया जाता है। मान्यता है कि स्वच्छता और पवित्रता से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जहां साफ-सफाई होती है, वहां उनका वास होता है। झाड़ू को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है, और इसे खरीदने से घर में लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, झाड़ू को नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मकता को बनाए रखने का प्रतीक माना गया है। माना जाता है कि झाड़ू घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियों को बाहर निकालती है। झाड़ू को धन और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। कहा जाता है कि धनतेरस पर झाड़ू खरीदने से घर में आर्थिक समृद्धि बनी रहती है और घर में धन की बरकत होती है।
Dhanteras पर झाड़ू खरीदने के बाद क्या करें:
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार झाड़ू खरीदने के बाद इसे इस्तेमाल करने का भी एक खास तरीका होता है। झाड़ू खरीदने के बाद इसे सीधे उपयोग में न लाएं। सबसे पहले इसे पूजा स्थल पर रख दें और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करें। धनतेरस की रात या दिवाली के दिन झाड़ू की पूजा करना शुभ माना जाता है।
इसे धनतेरस(Dhanteras) की पूजा में शामिल करें और लक्ष्मी पूजा के बाद इसका उपयोग शुरू करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, झाड़ू का उपयोग शाम के समय नहीं करना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने से घर की समृद्धि बाहर चली जाती है। इसलिए, झाड़ू का उपयोग सुबह या दिन के समय ही करें। धनतेरस(Dhanteras) पर खरीदी गई झाड़ू को दिवाली से पहले घर की सफाई के लिए उपयोग में लाएं। माना जाता है कि इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है और बुरी शक्तियां दूर होती हैं।
दिवाली के दिन विशेषकर इस झाड़ू का उपयोग करें, ताकि पूरे वर्ष घर में सकारात्मकता बनी रहे। धनतेरस(Dhanteras) पर नई झाड़ू लाने के बाद पुरानी झाड़ू को त्याग दें। ऐसा माना जाता है कि पुराने झाड़ू को घर में रखना अपशगुन होता है और इससे घर की समृद्धि में कमी आ सकती है। इसलिए पुरानी झाड़ू को घर से बाहर कर दें। झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है, इसलिए इसे हमेशा सम्मान के साथ रखें। इसे अनावश्यक जगह पर न रखें और न ही इसे पैरों से छूएं।
धार्मिक दृष्टिकोण से यह माना जाता है कि झाड़ू का अपमान करने से लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। इसके अलावा नए बर्तन, चांदी के सिक्के, या अन्य चीजें खरीदने से घर में बरकत होती है। इसके साथ ही धनतेरस(Dhanteras) की पूजा में भगवान धन्वंतरि का आह्वान करना भी महत्वपूर्ण होता है, जो स्वास्थ्य के देवता माने जाते हैं। इस धनतेरस, आप भी नई झाड़ू खरीदकर अपने घर में खुशहाली और समृद्धि का स्वागत कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस लेख में प्रस्तुत जानकारी ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। विभिन्न माध्यमों से एकत्रित करके ये जानकारियाँ आप तक पहुँचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज़ सूचना पहुँचाना है। viralnewsvibes.com इस जानकारी की सटीकता, पूर्णता, या उपयोगिता के बारे में कोई दावा नहीं करता और इसे अपनाने से होने वाले किसी भी परिणाम के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने विवेक और निर्णय का उपयोग करें।