Shraddha Paksha: श्राद्ध पक्ष में भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये 7 काम, जीवन में आ सकती हैं समस्याएं

Shraddha Paksha: धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से श्राद्ध पक्ष में कई महत्वपूर्ण नियम और परंपराएं मानी जाती हैं। माना जाता हैं कि यह समय भौतिक सुख-सुविधाओं का नहीं, बल्कि आध्यात्मिकता और सादगी का होता है इसलिए इस दौरान कुछ विशेष वस्तुओं की खरीदारी से बचना चाहिए।

September 10, 2024
Shraddha Paksha
Shraddha Paksha: श्राद्ध पक्ष में भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये 7 काम, जीवन में आ सकती हैं समस्याएं

Shraddha Paksha: हिंदू धर्म में एक विशेष समय पर पूर्वजों का तर्पण और श्राद्ध कर्म (Shraddha Paksha) किया जाता है। यह समय पूर्वजों को सम्मान देने, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए होता है। इसे श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha) या पितृ पक्ष (Shraddha Paksha) भी कहा जाता है| धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से श्राद्ध पक्ष में कई महत्वपूर्ण नियम और परंपराएं मानी जाती हैं। माना जाता हैं कि यह समय भौतिक सुख-सुविधाओं का नहीं, बल्कि आध्यात्मिकता और सादगी का होता है इसलिए इस दौरान कुछ विशेष वस्तुओं की खरीदारी से बचना चाहिए।

जब आप इन परंपराओं और नियमों का पालन करते हैं, तो न केवल आप अपने पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, बल्कि जीवन में सुख-शांति और समृद्धि भी बनी रहती है,जबकि इनका उल्लंघन करने पर गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इन चीजों की खरीदारी करने से आर्थिक संकट, मानसिक तनाव, और पारिवारिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

यहां तक कि अगर कोई व्यक्ति आर्थिक रूप से सम्पन्न होता है, तो भी श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha) के दौरान इन चीजों को खरीदने से उसकी आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस वर्ष 2024 में 17 सितंबर से पितृ पक्ष (Shraddha Paksha) प्रारंभ हो रहे हैं, जो कि 2 अक्‍टूबर तक तक चलेंगे आइए जानते हैं, वे कौन सी चीजें हैं जिन्हें श्राद्ध पक्ष में नहीं खरीदना चाहिए।

नए कपड़े:

श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha) में नए कपड़े खरीदने की मनाही होती है। मान आजाता हैं कि इस समय नए कपड़े खरीदने से धन की हानि हो सकती है और घर में अनावश्यक तनाव उत्पन्न हो सकता है।

नया घर या संपत्ति:

हिंदू धर्म में घर खरीदना या किसी नई संपत्ति में निवेश करना बेहद शुभ माना जाता है, लेकिन श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha) के दौरान इस कार्य को करना बेहद अशुभ माना जाता हैं | ऐसा कहा जाता है कि श्राद्ध पक्ष में नया घर खरीदने से घर में कलह-क्लेश हो सकता है, और संपत्ति से जुड़े विवाद उत्पन्न हो सकते हैं। इसलिए इस समय नए घर, जमीन, या कोई भी संपत्ति खरीदने से बचना चाहिए।

सोने-चांदी के गहने:

श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha) में सोने-चांदी के गहने खरीदने को भी अशुभ माना जाता है। आमतौर पर गहनों को संपन्नता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है, लेकिन श्राद्ध पक्ष में ऐसा करना पूर्वजों के प्रति अपमान की भावना को दर्शता है। यह समय भौतिक सुख-सुविधाओं की बजाय आत्मा की शांति और पूर्वजों के लिए समर्पित होता है, इसलिए इस दौरान गहनों की खरीदारी से परहेज करना चाहिए।

वाहन:

अगर आप श्राद्ध पक्ष (Shraddha Paksha) में नई कार या किसी अन्य वाहन खरीदने की सोच रहे हैं, तो इसे खरीदने की गलती न करे । इस समय वाहन खरीदने से आर्थिक नुकसान हो सकता है और परिवार में अस्थिरता का माहौल बन सकता है। माना जाता है कि इस समय वाहन खरीदने से दुर्घटनाओं और अन्य नकारात्मक घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप किसी शुभ मुहूर्त में ही वाहन खरीदें।

इलेक्ट्रॉनिक सामान:

श्राद्ध पक्ष के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे टीवी, फ्रिज, मोबाइल फोन या लैपटॉप खरीदने से भी बचना चाहिए। इन वस्तुओं को खरीदने से आर्थिक हानि का खतरा बढ़ सकता है।

शुभ विवाह संबंधी वस्त्र:

श्राद्ध पक्ष के दौरान विवाह संबंधी वस्त्र, गहने, या अन्य सामग्री खरीदने से भी बचना चाहिए। यह समय किसी भी शुभ कार्य के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता है। विवाह एक खुशी का अवसर होता है, लेकिन श्राद्ध पक्ष एक ऐसा समय है जब हमें अपने पूर्वजों के प्रति समर्पण और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। इसलिए इस समय विवाह संबंधी तैयारी और खरीदारी से परहेज करें।

कीमती धातुएं और पत्थर:

श्राद्ध पक्ष के दौरान हीरे, पन्ना, माणिक्य या अन्य कीमती धातुएं और पत्थर खरीदना भी अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है और नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव जीवन में बढ़ सकता है। माना जाता है कि श्राद्ध पक्ष में इन चीजों को खरीदने से परिवार में कलह और दुर्भाग्य की संभावना बढ़ जाती है।

इसके अतिरिक्त पितृ पक्ष या श्राद्ध के दौरान सरसो का तेल भी नहीं खरीदना चाहिए| माना जाता हैं कि इससे व्यक्ति पर शनि की बुरी दृष्टि पद सकती हैं | इसलिए बेहतर होगा कि आप श्राद्ध पर्व शुरू होने से पहले ही सरसों का तेल खरीद कर रख लें| हिन्दू धर्म में झाड़ू का संबंध धन की देवी मां लक्ष्‍मी से माना जाता है इसलिए ऐसी मान्यता हैं कि पितृ पक्ष या श्राद्ध में नई झाड़ू खरीदने से माँ लक्ष्मी रुष्ट हो जाती है जिससे घर में आर्थिक संकट आ सकता हैं |

श्राद्ध पक्ष में क्या करें:

श्राद्ध पक्ष में ध्यान, प्रार्थना, और पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करनी चाहिए। इस समय पवित्रता और सादगी बनाए रखें। भोजन और जीवनशैली में संयम रखें।
दान-पुण्य करें। श्राद्ध पक्ष में दान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। पवित्र विचारों और कर्मों पर ध्यान दें।

डिस्क्लेमर: इस लेख में प्रस्तुत जानकारी ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। विभिन्न माध्यमों से एकत्रित करके ये जानकारियाँ आप तक पहुँचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज़ सूचना पहुँचाना है। viralnewsvibes.com इस जानकारी की सटीकता, पूर्णता, या उपयोगिता के बारे में कोई दावा नहीं करता और इसे अपनाने से होने वाले किसी भी परिणाम के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने विवेक और निर्णय का उपयोग करें।