Breast Cancer: आज के समय में ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर में सबसे आम कैंसर है। Breast Cancer स्तन की कोशिकाओं में विकसित होने वाला एक प्रकार का कैंसर है। जब स्तन की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं तो इससे एक गांठ या ट्यूमर बन जाती है| यह ट्यूमर कैंसरयुक्त भी हो सकता है और जिससे ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।
अगर इसका इलाज न किया जाए, तो स्तन कैंसर शरीर के अन्य भागों, जैसे हड्डियों, लीवर या फेफड़ों में भी फैल सकता है। परन्तु अगर समय रहते इसका पता चल जाए और सही उपचार किया जाए, तो इलाज संभव है। Breast Cancer से पीड़ित दस में से नौ महिलाएं समय रहते पता लगने और इलाज होने पर कम से कम पांच साल तक जीवित रहती हैं।
कई तो इससे भी ज़्यादा समय तक जीवित रहती हैं। आइए जानते हैं कि क्या होते हैं इसके लक्षण और किस प्रकार इसका निदान किया जा सकता है|
Breast Cancer के लक्षण:
स्तन कैंसर के लक्षणों को पहचानना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रारंभिक चरण में इसका पता चलने से इलाज के बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। अक्सर शुरुआती चरण में स्तन कैंसर के लक्षण स्पष्ट नहीं होते है परन्तु हम आपको कुछ ऐसे सामान्य लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जिन पर ध्यान देकर आप इस बीमारी के बारे में जागरूक हो सकें और समय पर सही कदम उठा सकें।
स्तन में गांठ या सूजन:
स्तन में एक नई गांठ या सूजन का महसूस होना Breast Cancer का सबसे आम लक्षण है। यह गांठ अक्सर सख्त और असमान आकार की होती है और दर्द रहित होती है, लेकिन कभी-कभी इसमें दर्द भी हो सकता है।
स्तन के आकार या रूप में बदलाव:
अगर आपके स्तन के आकार, रूप या त्वचा में अचानक बदलाव आ रहा है, तो यह स्तन कैंसर संकेत हो सकता है। यह बदलाव आपको एक या दोनों स्तनों में दिखाई दे सकता है।
निप्पल में बदलाव:
निप्पल का अंदर की ओर मुड़ना, इसकी स्थिति में अचानक बदलाव, या निप्पल से असामान्य स्राव (जैसे कि रक्त) होना स्तन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं।
स्तन या निप्पल की त्वचा में बदलाव:
स्तन या निप्पल की त्वचा में लालिमा, सूजन, या त्वचा का मोटा होना, भी स्तन कैंसर का संकेत हो सकता है।
अंडरआर्म में सूजन या गांठ:
बगल(underarm) में सूजन या गांठ होना भी Breast Cancer का संकेत हो सकता है, क्योंकि ब्रेस्ट कैंसर के कारण लसीका ग्रंथियों में भी संक्रमण हो सकता है।
स्तन कैंसर के कारण:
अभी तक पूरी तरह से Breast Cancer के सटीक कारण समझ नहीं आए हैं, लेकिन कई ऐसे कारण है जो स्तन कैंसर के विकास की संभावना को बढ़ा सकते हैं| उम्र बढ़ने के साथ स्तन कैंसर का जोखिम भी बढ़ जाता है। 50 साल से अधिक उम्र की महिलाएं को यह बीमारी होने की संभावना अधिक रहती है। यह बीमारी जेनेटिक भी हो सकती है| यदि आपके परिवार में किसी को स्तन कैंसर हुआ है, तो आपके भी इस बीमारी से प्रभावित होने की संभावना बड़ जाती है।
अन्य कारण:
महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन, जैसे कि देर से मासिक धर्म आना आदि भी स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। ख़राब जीवनशैली, जैसे कि धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन, मोटापा, और शारीरिक गतिविधि की कमी भी स्तन कैंसर के विकास में भूमिका निभा सकते हैं।
स्तन कैंसर का उपचार:
स्तन कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर इसका प्रारंभिक चरण में पता चल जाए और सही उपचार किया जाए, तो इसे नियंत्रित किया जा सकता है। स्तन कैंसर के लक्षणों की पहचान करना, इसके कारणों को समझना और समय पर निदान करवाना बेहद जरूरी है।
इसके लिए मैमोग्राफी, अल्ट्रासाउंड और बायोप्सी जैसी तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है। मैमोग्राफी में स्तनों का एक्स-रे किया जाता है, जिससे छोटी गांठों का पता लगाया जा सकता है। अल्ट्रासाउंड से गांठ की सटीक स्थिति और प्रकृति का पता चलता है, जबकि बायोप्सी में संदिग्ध गांठ से टिश्यू लेकर कैंसर के लिए उसकी जांच की जाती है। समय पर निदान से स्तन कैंसर का प्रभावी उपचार संभव है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।