Diwali 2024: दिवाली के बाद प्रदूषण से हो रही परेशानियां? जानें लक्षण, कारण और समाधान

Diwali 2024: दिवाली का त्योहार रोशनी और उत्साह का पर्व होता है, लेकिन इसके साथ ही वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी भी होती है। पटाखों का धुआं और प्रदूषण हमारी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।

November 01, 2024
Diwali
Diwali 2024: दिवाली के बाद प्रदूषण से हो रही परेशानियां? जानें लक्षण, कारण और समाधान

Diwali 2024: दिवाली का त्योहार रोशनी और उत्साह का पर्व होता है, लेकिन इसके साथ ही वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी भी होती है। पटाखों का धुआं और प्रदूषण हमारी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। अक्सर दिवाली के बाद लोग खांसी, आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश और सिर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करते हैं।

दिवाली के बाद के प्रदूषण से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए प्राकृतिक और घरेलू उपायों का सहारा लिया जा सकता है। साथ ही, यह आवश्यक है कि हम प्रदूषण को कम करने के लिए भी प्रयास करें, ताकि हर साल हमें इस तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना न करना पड़े।

Diwali के बाद होने वाले सामान्य लक्षण:

पटाखों से निकलने वाले हानिकारक रसायन और धूल कण सांस के जरिए फेफड़ों में चले जाते हैं, जिससे खांसी और गले में खराश जैसी समस्याएँ होती हैं। इसके अलावा पटाखों का धुआं और रासायनिक कण आंखों में जलन पैदा करते हैं, जिससे आंखों में लालिमा, खुजली और पानी आना जैसी समस्याएं होने लगती हैं। प्रदूषण के बढ़ने से हवा की गुणवत्ता में गिरावट आती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।

यह विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है। जहरीले धुएं से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है, जिससे सिरदर्द और अत्यधिक थकान महसूस होती है। वायु प्रदूषण त्वचा पर भी बुरा असर डालता है, जिससे त्वचा में जलन, रुखापन और खुजली हो सकती है।

Diwali के बाद प्रदूषण के कारण:

Diwali के दौरान पटाखे जलाने से कई प्रकार के हानिकारक गैसों जैसे कि सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड का उत्सर्जन होता है। ये रासायनिक तत्व न केवल हमारे फेफड़ों और आंखों को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि हवा की गुणवत्ता को भी बहुत खराब कर देते हैं। इसके अलावा, सर्दियों के मौसम में धूल और धुएं का मिश्रण हवा में बना रहता है, जो स्वास्थ्य समस्याओं को और अधिक बढ़ा देता है।

कैसे पाए राहत:

Diwali के बाद इन लक्षणों से राहत पाने के लिए कुछ आसान और प्रभावी घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं। सांस की नलियों को साफ रखने के लिए भाप लेना सबसे कारगर उपाय है। एक बर्तन में गर्म पानी लें और उसमें थोड़ा विक्स डालें। सिर पर तौलिया रखकर भाप लें, जिससे आपकी सांस की नलियां खुलेंगी और खांसी में राहत मिलेगी।

गले में खराश और खांसी में राहत के लिए गरारा करना एक अच्छा उपाय है। गुनगुने पानी में नमक मिलाकर दिन में दो बार गरारा करें। इससे गले की जलन कम होगी और संक्रमण से राहत मिलेगी। अदरक, तुलसी, हल्दी और शहद से बनी हर्बल चाय पीने से गले की खराश और खांसी में राहत मिलती है।

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो फेफड़ों की सूजन को कम करते हैं। तुलसी और हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को प्रदूषण के प्रभाव से बचाते हैं। साथ ही आंखों की जलन और लालिमा को दूर करने के लिए ठंडे पानी से दिन में दो-तीन बार आंखों को धोएं। गुलाब जल की कुछ बूंदें आंखों में डालने से भी आराम मिलता है।

आंखों की खुजली को दूर करने के लिए खीरे के टुकड़े आंखों पर रखें। प्रदूषण से बचने के लिए जितना हो सके घर के अंदर ही रहें। बाहर निकलने पर मास्क पहनें। तुलसी और हल्दी में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं। सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाएं और दूध में हल्दी मिलाकर पिएं। इससे शरीर में इम्यूनिटी बढ़ती है और प्रदूषण से होने वाले संक्रमण से बचाव होता है।

नीम और पुदीना दोनों में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। पुदीने के पत्तों का रस निकालकर शहद के साथ सेवन करें और नीम के पत्तों का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाएं, जिससे त्वचा की खुजली और जलन से राहत मिलेगी। इसके बावजूद भी अगर खांसी, गले में खराश, आंखों में जलन या सांस लेने में दिक्कत ज्यादा बढ़ जाती है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। लंबे समय तक प्रदूषण में रहने से दमा और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, जो इलाज के बिना गंभीर रूप ले सकती हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।