Monkeypox virus: तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स, शरीर में ये लक्ष्ण दिखते ही तुरंत हो जाएं सतर्क

Monkeypox virus: मंकीपॉक्स, जिसे Mpox के नाम से जाना जाता है का प्रकोप पहले अफ्रीकी देशों तक ही सीमित था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह दुनिया के कई अन्य हिस्सों में फैल चुका है। यूरोप में, विशेष रूप से स्वीडन, यूनाइटेड किंगडम, और अन्य देशों में भी इस वायरस के मामले सामने आए हैं। पाकिस्तान में इस वायरस का पहला केस मिलने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ-साथ आम जनता के बीच भी चिंता का माहौल बन गया है।

August 20, 2024
Monkeypox virus
Monkeypox virus: तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स, शरीर में ये लक्ष्ण दिखते ही तुरंत हो जाएं सतर्क

Monkeypox virus: कोरोना वायरस के असर से दुनिया अभी भी पूरी तरह उबर भी नहीं पाई है,और अब एक और वायरस ने सबकी चिंता बढ़ा दी है। Monkeypox , जिसे अब Mpox के नाम से जाना जाता है का प्रकोप पहले अफ्रीकी देशों तक ही सीमित था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह दुनिया के कई अन्य हिस्सों में फैल चुका है। यूरोप में, विशेष रूप से स्वीडन, यूनाइटेड किंगडम, और अन्य देशों में भी इस वायरस के मामले सामने आए हैं।

हालांकि, इन देशों ने तेज़ी से प्रतिक्रिया देते हुए वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के उपाय किए हैं। अब पाकिस्तान में इस वायरस का पहला केस मिलने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ-साथ आम जनता के बीच भी चिंता का माहौल बन गया है।

क्या है Mpox वायरस ?

Mpox एक वायरल बीमारी है ,जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस की एक प्रजाति मंकीपॉक्स वायरस के कारण होता है| Monkeypox वायरस इंसानों और कुछ जानवरों को भी प्रभावित कर सकता है। इसे पहली बार 1958 में बंदरों में पाया गया था इसलिए इस वायरस की पहचान वैज्ञानिकों ने मंकीपॉक्स के रूप में की थी| हालांकि, यह बीमारी केवल बंदरों तक सीमित नहीं है| यह बीमारी संक्रमित जानवरों और इंसानों के बीच संपर्क के माध्यम से भी फैलती है। बता दे कि एमपॉक्स (Mpox) वायरस,चेचक (स्मॉलपॉक्स) के परिवार से सम्बंधित है|

एमपॉक्स कैसे फैलता है?

Monkeypox एक प्रकार का वायरल संक्रमण है जो आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति या जानवर के साथ संपर्क में आने से फैल सकता है| यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रामक त्वचा ,मुंह या जननांगों जैसे अन्य घावों के सीधे संपर्क के माध्यम से फैल सकता है| मध्य और पश्चिमी अफ्रीका में पाए गये अधिकांश मामले उन लोगों में देखे गए हैं जो लोग संक्रमित जानवरों के साथ संपर्क में आये थे|

इसके अलावा एक्सपर्ट्स का मानना है कि कपड़ों या लिनेन जैसी दूषित वस्तुओं के उपयोग, टैटू की शॉप, पार्लरों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर प्रयोग की जाने वाली आम चीजों से भी यह संक्रमण फैल सकता है। इसके अलावा यह वायरस संक्रमित पशुओं को काटने, खरोंचने, खाने या जानवरों के साथ अन्य तरीकों से भी मनुष्यों में फैल सकता है।

लक्षण:

Mpox वायरस के लक्षण कई हद तक चेचक (स्मॉलपॉक्स) से मिलते-जुलते होते हैं। यह लक्षण संक्रमण के 5 से 21 दिनों के भीतर दिखाई देते हैं| इसमें शुरुआत में तेज बुखार होता है, जो संक्रमण का सबसे पहला संकेत माना जाता है। इसमें सिर में दर्द और बेचैनी भी महसूस हो सकती है। इसके अलावा मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द होना भी आम लक्षण है। साथ ही शरीर में थकावट और कमजोरी महसूस होती है।

इसके अलावा गर्दन, बगल और जांघों में पाए जाने वाली लिंफ नोड्स में सूजन भी आ सकती है| इसमें बुखार के 1-3 दिनों बाद,शरीर के हिस्सों में दाने और घाव उभरने लगते हैं। जो चेहरे से शुरू होकर शरीर के अन्य भागों में फैलते है |ये घाव मुख्यतः चेहरा, हाथ, पैर और अन्य हिस्सों में होते हैं, जो की धीरे-धीरे पस भरने वाले छालों में बदल जाते हैं।

इलाज और रोकथाम:

Monkeypox वायरस के लिए अभी तक विशेष रूप से कोई भी एंटीवायरल इलाज या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है| परन्तु एक्सपर्ट्स के अनुसार इसके लक्षणों का इलाज संभव है। सबसे पहले वायरस का प्रसार रोकने के लिए इसमें मरीजों को आइसोलेशन में रखा जाता है। इसके अलावा गंभीर मामलों में सपोर्टिव केयर जैसे कि हाइड्रेशन, दर्द निवारक दवाएं, और एंटीबायोटिक्स दी जाती है, ताकि किसी भी दूसरे संक्रमण को रोका जा सके। बता दें कि स्मॉलपॉक्स और मंकीपॉक्स दोनों के वायरस एक ही परिवार के होने के कारन ऐसा मान जा रहा है कि जो लोग पहले स्मॉलपॉक्स से बचाव के टीकाकरण कर चुके हैं, उन्हें मंकीपॉक्स से कुछ हद तक सुरक्षा मिल सकती है|

Mpox वायरस से रोकथाम के लिए आप संक्रमित जानवरों और व्यक्तियों के संपर्क से बचें। खासकर संक्रमित व्यक्ति या जानवर को छूने के बाद अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं| संक्रमित व्यक्ति के वस्त्र, बिस्तर, या अन्य निजी सामान का उपयोग न करें। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग करें ताकि सांस के माध्यम से फैलने वाले वायरस से बचा जा सके। साथ ही अगर किसी में वायरस के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लें और आइसोलेशन का पालन करें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।