Osteoarthritis: आज की बदलती जीवशैली के कारण कई प्रकार की बीमारियां जो पहले किसी-किसी को ही होती थी,अब बहुत ही आम बात हो गयी है | ऐसी ही एक बीमारी हैं जिसे ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) कहते हैं |
यह एक क्रॉनिक बीमारी है| यह बीमारी ज्यादातर बुढ़ापे से संबंधित होती है इसलिए इसे डीजेनेरेटिव आर्थराइटिस के नाम से भी जाना जाता है | यह समस्या अक्सर उम्र के साथ होती है, लेकिन आजकल युवा भी इस परेशानी से जूझ रहे हैं|
क्या होता है Osteoarthritis:
इस बीमारी में, जोड़ों में स्थित कार्टिलेज (हड्डी का मुलायम आवरण) समय के साथ डैमेज होने लगता है और आपकी हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं | हाल ही में एक नए अध्ययन में पाया गया कि घुटनों में अक्सर सुनाई देने वाले किसी प्रकार की “क्रीपिटस” (क्रैकिंग, ग्रेटिंग या पॉपिंग साउंड) का संकेत हो सकता है।
इस अध्ययन से यह भी पता चला कि अधिकांश लोगों में शुरुआत में घुटनों में आवाज आती थी, लेकिन दर्द नहीं था और उनमें बाद में ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) का विकास हुआ।
क्यों आती है घुटनों से कटकट की आवाज़:
घुटनों से आवाज़ आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं कार्टिलेज का घिसना | कार्टिलेज घुटनों में वह कुशनिंग होती है, जो हड्डियों को एक-दूसरे से टकराने से बचाती है। उम्र के साथ या ज्यादा वजन उठाने, अत्यधिक दौड़ने, और गलत आदतों के कारण कार्टिलेज घिस सकता है।
जब घुटने का कार्टिलेज धीरे-धीरे टूटता है और हड्डियां आपस में रगड़ने लगती हैं तब घुटने में क्रेपिटस या ‘कुरकुरी’ आवाज पैदा होती है | यह आवाज आमतौर पर दर्द रहित होती है, लेकिन यह भविष्य में ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis) के विकास का संकेत हो सकती है|
घुटनों से कटकट की आवाज़ के अन्य कारण:
गठिया रोग जिसे रूमेटॉइड आर्थराइटिस भी कहा जाता है एक एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें जोड़ों में सूजन और कठोरता आ जाती है। यह भी घुटनों की आवाज़ का कारण बन सकती है।
इसके अलावा अगर घुटनों के चारों ओर की मांसपेशियां कमजोर हों, तो वे हड्डियों को ठीक से सपोर्ट नहीं कर पातीं, जिससे आवाज़ आ सकती है। कभी-कभी घुटनों के जोड़ों में गैस के बुलबुले बनने से भी यह आवाज़ आ सकती है। यह आमतौर पर नुकसानदायक नहीं होता।
Osteoarthritis इन लोगों को हो सकता है खतरा:
उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों में कार्टिलेज टूटने की प्रक्रिया तेज होती है, जिससे Osteoarthritis का खतरा बढ़ता है| इसके अलावा महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले अधिक इस बीमारी का खतरा होता है| मोटापा यानि अधिक वजन से जोड़ों पर खासकर घुटनों और कूल्हों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, , जिससे Osteoarthritis का खतरा बढ़ता है|
घुटनों में आवाज़ का इलाज और रोकथाम:
घुटनों से आवाज़ आने की समस्या को रोकने और इलाज के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं| हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए सही पोषण बेहद जरूरी है। सही आहार का सेवन करें| इसके लिए अपने आहार में कैल्शियम युक्त भोजन जैसे दूध, दही, पनीर, और हरी पत्तेदार सब्जियां जैसी चीजें शामिल करें |
विटामिन D की पूर्ति के लिए धूप में बैठें और अंडे व मछली का सेवन करें। साथ ही ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार जैसे अखरोट, अलसी, और मछली आदि का सेवन करें। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को कम करता है इसलिए हल्दी वाला दूध का सेवन भी अच्छा रहता है | घुटनों पर सरसों के तेल की मालिश करें इससे रक्त प्रवाह बढ़ेगा। गर्म पानी की सिकाई से भी दर्द में आराम आता है।
साथ ही घुटनों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए हल्का और नियमित व्यायाम जैसे वॉकिंग ,साइक्लिंग,योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें | अपने वजन को नियंत्रित रखें क्योंकि ज्यादा वजन घुटनों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे कार्टिलेज जल्दी घिस सकता है। बैठते और चलते समय सही मुद्रा का ध्यान रखें। गलत तरीके से बैठने से घुटनों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। घुटनों को गर्म और आरामदायक रखें। ठंड के मौसम में घुटनों को बचाने के लिए घुटने के कैप का उपयोग करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।