Myanmar Earthquake: प्रकृति के कई रूप हमें देखने को मिलते हैं। प्रकृति के खूबसूरत नजारे हमें अपनी ओर आकर्षित करते हैं। वहीं कई बार प्रकृति का खौफनाक रूप भी देखने को मिलता है। कई बार प्रकृति जब भूकंप, बाढ़ जैसे रूप में तबाही मचाती है तो अच्छे अच्छों के दिल कांप जाते हैं। ऐसी ही तबाही भूकंप ने म्यांमार में मचाई है। म्यांमार में शुक्रवार को भूकंप के दो तेज झटके महसूस किए गए।
म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप(Myanmar Earthquake) ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि बहुमंजिला इमारतें ताश के पत्तों की तरह धराशायी हो गईं। भयावह दृश्य कैमरे में कैद हुए और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। भूकंप के कारण सैकड़ों लोग बेघर हो गए, जबकि कई लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं, लेकिन विनाश के निशान पूरे देश में देखे जा सकते हैं।
Myanmar Earthquake का केंद्र और तीव्रता
अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, म्यांमार में आए इस शक्तिशाली भूकंप(Myanmar Earthquake) की तीव्रता 6.8 रिक्टर स्केल मापी गई। भूकंप का केंद्र देश के प्रमुख शहर मांडले के पास बताया जा रहा है, जहां सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। हालांकि, झटके म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ और पड़ोसी देशों थाईलैंड, बांग्लादेश और भारत तक महसूस किए गए।
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि जमीन कांपने लगी और कुछ ही सेकंडों में बड़ी-बड़ी इमारतें गिरने लगीं। सड़कों पर भगदड़ मच गई, लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे। कई इमारतें पूरी तरह जमींदोज हो गईं, जबकि कई अन्य इमारतों में गहरी दरारें पड़ गई हैं।
कैमरे में कैद हुआ भूकंप का खौफनाक मंजर:
सोशल मीडिया पर इस भूकंप(Myanmar Earthquake) से जुड़े कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें दिख रहा है कि कैसे ऊंची-ऊंची इमारतें कुछ ही सेकंड में जमींदोज हो गईं। एक वीडियो में एक 20 मंजिला इमारत को गिरते हुए देखा जा सकता है, जिसमें धूल और मलबे के बीच लोग मदद के लिए चीख-पुकार कर रहे हैं।
दूसरे वीडियो में एक बड़ा पुल टूटकर नदी में गिरते हुए नजर आ रहा है, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। एक फुटेज में दिख रहा है कि एक बाजार में अफरातफरी मच गई, दुकानदार अपने स्टॉल छोड़कर भाग रहे हैं और चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है।
सैकड़ों लोग घायल, कई की मौत की आशंका:
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 50 से अधिक लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 300 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। राहत कार्य में जुटी टीमों का मानना है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि मलबे में कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं।
सरकारी एजेंसियों ने बताया कि हजारों मकान, अस्पताल, स्कूल और पुल क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। बिजली और संचार सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं, जिससे राहत कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी:
म्यांमार सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने तुरंत राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है(Myanmar Earthquake)। सेना, पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित इलाकों में तैनात की गई हैं। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए बचावकर्मी मेहनत कर रहे हैं।
बेघर हुए लोगों के लिए राहत शिविर बनाए जा रहे हैं, जहां उन्हें भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता दी जा रही है। संयुक्त राष्ट्र, रेड क्रॉस और कई देशों ने म्यांमार को मदद देने का आश्वासन दिया है।
अभी और लग सकते हैं झटके:
भूकंप विशेषज्ञों के अनुसार, यह मुख्य भूकंप(Myanmar Earthquake) हो सकता है, लेकिन इसके बाद भी आफ्टरशॉक्स आने की संभावना बनी हुई है। आफ्टरशॉक्स आमतौर पर छोटे होते हैं, लेकिन अगर वे अधिक तीव्रता के हुए, तो पहले से क्षतिग्रस्त इमारतों के गिरने का खतरा बढ़ सकता है। भूवैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि आने वाले 48 घंटों तक लोग सतर्क रहें और ऊंची इमारतों के आसपास न जाएं।
भूकंप से बचाव के लिए क्या करें?
इस तरह की आपदाओं से बचने के लिए कुछ सावधानियां अपनाई जा सकती हैं। भूकंप के दौरान अगर आप घर के अंदर हैं, तो किसी मजबूत टेबल के नीचे छिप जाएं। लिफ्ट और सीढ़ियों से दूर रहें। दीवारों और भारी सामान से दूर रहें, क्योंकि वे गिर सकते हैं। भूकंप के बाद आफ्टरशॉक्स के खतरे को देखते हुए तुरंत खुले मैदान में चले जाएं। इमारतों के पास खड़े न हों, क्योंकि वे गिर सकती हैं। घायलों की मदद करें और जरूरत पड़ने पर प्रशासन को सूचित करें।