Neuralink: टेक्नोलॉली के इस दौर में अब ऐसी चीजें भी संभव हो गई है, जिनके बारे में लोग gxc v में भी नहीं सोच सकते थे। आजकल नए—नए प्रयोग और आविष्कार हो रहे हैं। वहीं तकनीक की वजह से कई ऐसे काम हो रहे हैं जो हम पहले सोच भी नहीं सकते। अब Elon Musk ने एक बड़ा ऐलान किया है। इसके बारे में जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल, एलन मस्क ने एक बड़ा ऐलान किया है कि वह एक और इंसान में Neuralink Brain चिप इंप्लांट करने जा रहे हैं।
बता दें कि इस वर्ष की शुरुआत में एलन मस्क की कंपनी ने एक बड़ी सफलता हासिल की थी। दरअसल, एलन मस्क की कंपनी ने एक शख्स में सफलतापूर्वक Neuralink Brain चिप इंप्लांट किया था। जिस शख्स में यह चिप इंप्लांट किया था, उसका नाम नोलैंड है और चिप लगाने के बाद वह स्वस्थ जिंदगी जी रहे हैं।
जल्द एक और शख्स में इंप्लांट होगी Neuralink Brain चिप:
एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक हैं। अब एलन मस्क का ब्रेन कंप्यूटर स्टार्टअप न्यूरालिंक जल्द ही एक और शख्स में चिप इंप्लांट करने जा रहा है। इस बात की जानकारी, X प्लेटफॉर्म पर ब्रीफिंग के दौरान कंपनी के टॉप एग्जीक्यूटडिव ने दी है। बताया जा रहा है कि इस चिप के सफलतापूर्वक इंप्लांट होने के बाद शख्स बिना छुए कंप्यूटर चला सकेगा।
पैरालाइज शख्स ने दिमाग से कंट्रोल किया कंप्यूटर माउस:
एलन मस्क की न्यूरोटेक्नोलॉजी कंपनी Neuralink ने इस उपलब्धि को “माइंड-कंट्रोल” तकनीक की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है। चिप को इंसान के दिमाग से जोड़कर उसे कंप्यूटर से सिंक्रोनाइज़ किया गया। इस साल की शुरुआत में एलन मस्क की कंपनी ने एरिजोना निवासी Noland Arbaugh के ब्रेन में चिप को सफलतापूर्वक इंप्लांट किया गया था।
Noland Arbaugh पैरालाइज के शिकार हैं। वह वर्ष 2016 से इस बीमारी से ग्रसित हैं। चिप लगाने के बाद शख्स ने दिमाग से कंप्यूटर माउस के कर्सर को कंट्रोल कर लिया था। अब Noland Arbaugh बिना किसी अंग का इस्तेमाल किए सिर्फ सोचकर कंप्यूटर ऑपरेट कर पा रहे हैं।
यह तकनीक भविष्य में पैरालाइज, ALS और रीढ़ की हड्डी की चोट जैसे रोगों से जूझ रहे मरीजों के लिए वरदान साबित हो सकती है। नोलन ने बताया कि वह अब शतरंज खेल सकते हैं, यूट्यूब चला सकते हैं और सोशल मीडिया भी एक्सेस कर सकते हैं। Neuralink की यह तकनीक ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस को एक नए स्तर पर ले जा रही है। यह मेडिकल साइंस और टेक्नोलॉजी की दुनिया में क्रांति लाने वाला कदम माना जा रहा है।
वायरल हुआ था वीडियो:
दरअसल, न्यूरालिंक ने जिस शख्स में चिप इंस्टॉल किया था, उसके शरीर में गर्दन के नीचे का हिस्सा पैरालाइज्ड है। ऐसे में वह ज्यादातर समय व्हीलचेयर पर ही रहते थे। मस्क ने उस शख्स में चिप लगाने के बाद उसका एक वीडियो भी शेयर किया था। उस वीडियो में दिखाया गया था कि नोलैंड अपने दिमाग में सोचकर कंप्यूटर के माउस सर्वर को कंट्रोल कर रहा था और कंप्यूटर पर गेम खेल रहा था।
वीडियो में देखा जा सकता था कि नोलैंड ने इस दौरान अपने हाथों का इस्तेमाल नहीं किया। वह सिर्फ अपने दिमाग से कंप्यूटर के माउस को कंट्रोल कर रहा था।
साल के अंत तक नंबर बढ़ने की उम्मीद:
वहीं अब एलन मस्क को कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल के अंत तक नंबर बढ़ेंगे। इसके अलावा न्यूरालिंक के एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी कोशिश करती है कि खतरे को कम किया जा सके। खतरा कम करने के लिए कुछ मेजरमेंट लिए जाते हैं। इस मेजरमेंट में Skull Sculpting और शरीर में मौजूद ब्लड में कार्बन डिऑक्साइज कॉन्सेरेशन को घटाकर सामान्य किया जाता है।