Mobile: आपकी पर्सनल बातें सुनकर उन्हें लीक कर सकता है मोबाइल, तुरंत OFF करें फोन की यह सेटिंग

Mobile: आपका मोबाइल फोन आपके आसपास होने वाली हर बातचीत को सुन सकता है और यह जानकारी किसी थर्ड पार्टी ऐप्स या हैकर्स के हाथों में भी जा सकती है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। आज हम आपको कुछ मोबाइल की कुछ ऐसी सेटिंग्स बता रहे हैं जिन्हें आपको तुरंत OFF कर देना चाहिए |

August 30, 2024
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Mobile: आपकी पर्सनल बातें सुनकर उन्हें लीक कर सकता है मोबाइल, तुरंत OFF करें फोन की यह सेटिंग

Mobile: आज के डिजिटल युग में, मोबाइल फोन हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है। हम अपने मोबाइल पर कॉल्स, मैसेज, सोशल मीडिया और अन्य कई महत्वपूर्ण काम करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपका स्मार्टफोन आपकी हर पर्सनल बात सुन सकता है और उसे कहीं भी लीक कर सकता है? जी हां, यह बात पूरी तरह सच है।

आपका मोबाइल फोन आपके आसपास होने वाली हर बातचीत को सुन सकता है और यह जानकारी किसी थर्ड पार्टी ऐप्स या हैकर्स के हाथों में भी जा सकती है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। आज हम आपको कुछ मोबाइल की कुछ ऐसी सेटिंग्स बता रहे हैं जिन्हें आपको तुरंत OFF कर देना चाहिए | ध्यान रखें कि आपकी प्राइवेसी आपके हाथ में है, और उसे सुरक्षित रखना आपकी जिम्मेदारी है।

कैसे सुनता है Mobile आपकी बातें?

आज के स्मार्टफोन(Mobile) में मौजूद माइक्रोफोन आपकी हर आवाज को रिकॉर्ड कर सकता है। जब आप कोई ऐप इंस्टॉल करते हैं, तो वह आपसे कुछ परमिशन मांगता है, जिसमें माइक्रोफोन एक्सेस भी शामिल होता है। अधिकतर लोग बिना सोचे-समझे सभी परमिशन को “Allow” कर देते हैं, जिससे वह ऐप आपके मोबाइल का माइक्रोफोन एक्सेस कर सकता है।

कुछ ऐप्स को इस एक्सेस की जरूरत होती है, जैसे कि वॉयस नोट्स, कॉल रिकॉर्डिंग, या वॉयस कमांड, लेकिन कुछ अन्य ऐप्स इसे अनावश्यक रूप से इस्तेमाल करते हैं। यह ऐप्स आपके मोबाइल में किसी भी समय माइक्रोफोन को एक्टिवेट कर सकती हैं और आपकी बातचीत को रिकॉर्ड कर सकती हैं।

कौन-कौन से ऐप्स हो सकते हैं जिम्मेदार:

जिन ऐप्स को आप अपने मोबाइल(Mobile) में इंस्टॉल करते हैं, उनमें से कई ऐप्स को आपके माइक्रोफोन, कैमरा और अन्य सेंसिटिव डेटा तक पहुंच होती है। सोशल मीडिया ऐप्स, गेम्स या यहां तक कि कुछ ट्रैकिंग ऐप्स भी इसमें शामिल हो सकते हैं। कई बार, हम ऐप्स को माइक्रोफोन एक्सेस देने से पहले उनकी प्राइवेसी पॉलिसी को ध्यान से नहीं पढ़ते। यह ऐप्स आपके निजी डेटा का दुरुपयोग कर सकती हैं और आपकी प्राइवेसी को खतरे में डाल सकती हैं। यहां तक कि कुछ बड़े ब्रांड्स के ऐप्स भी आपके डेटा को थर्ड-पार्टी कंपनियों के साथ साझा कर सकते हैं।

आपकी पर्सनल बातें कैसे हो सकती हैं लीक:

जब आपका मोबाइल(Mobile)फोन आपकी बातचीत को रिकॉर्ड करता है, तो वह डेटा ऐप के सर्वर पर भेजा जा सकता है। यहां से, उस डेटा को थर्ड पार्टी के साथ साझा किया जा सकता है या हैकर्स द्वारा चुराया जा सकता है। बता दें कि आपकी पर्सनल बातें लीक होने का सबसे बड़ा खतरा तब होता है जब आप किसी सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे होते हैं।

ऐसे नेटवर्क्स पर डेटा ट्रांसफर के दौरान आपके फोन का डेटा हैकर्स के हाथ लग सकता है। इसके अलावा, अगर आपके फोन(Mobile) में कोई मैलवेयर या स्पाईवेयर इंस्टॉल हो जाता है, तो वह भी आपकी पर्सनल बातें रिकॉर्ड कर सकता है और उन्हें थर्ड पार्टी के पास भेज सकता है।

कौन-सी सेटिंग्स आपको तुरंत OFF करनी चाहिए:

सबसे पहले, आपको यह देखना होगा कि कौन-कौन से ऐप्स आपके मोबाइल(Mobile) के माइक्रोफोन का एक्सेस कर रहे हैं। इसके लिए आप अपने मोबाइल की सेटिंग्स में जाकर “Permissions” या “App Permissions” में जाएं और माइक्रोफोन एक्सेस को चेक करें। जिन ऐप्स को माइक्रोफोन एक्सेस की जरूरत नहीं है, उनके लिए इसे तुरंत OFF कर दें। इसके अलावा कई ऐप्स को आपकी लोकेशन का भी एक्सेस होता है।

अगर किसी ऐप को आपकी लोकेशन की जरूरत नहीं है, तो उसके लिए लोकेशन एक्सेस को बंद कर दें। यह न केवल आपकी प्राइवेसी को सुरक्षित रखेगा, बल्कि आपकी बैटरी लाइफ को भी बेहतर बनाएगा। कैमरा एक्सेस भी एक सेंसिटिव परमिशन है, जिसे आप चेक कर सकते हैं। अगर किसी ऐप को कैमरा की जरूरत नहीं है, तो उसके लिए कैमरा एक्सेस को भी बंद कर दें। अक्सर कई ऐप्स आपके डेटा को बैकग्राउंड में भी इस्तेमाल करते हैं।

आप अपने मोबाइल(Mobile) की सेटिंग्स में जाकर “Background Data” को बंद कर सकते हैं, ताकि ऐप्स बिना आपकी जानकारी के डेटा का इस्तेमाल न कर सकें। अगर आप किसी स्मार्ट असिस्टेंट (जैसे कि Google Assistant, Siri) आदि का इस्तेमाल करते हैं, तो इसे भी नियंत्रित करना महत्वपूर्ण हो जाता है। आप इनकी सेटिंग्स में जाकर “Hey Google” या “Hey Siri” को बंद कर सकते हैं, ताकि वे हमेशा एक्टिव न रहें।

कैसे करें अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित:

इसके लिए जब भी आप कोई नया ऐप इंस्टॉल करें, तो उसकी परमिशन को ध्यान से पढ़े। अगर आपको किसी परमिशन की जरूरत नहीं लगती, तो उसे “Deny” कर दें। इसके अलावा ऐप्स की प्राइवेसी पॉलिसी को ध्यान से पढ़े और समझें कि वह आपके डेटा का कैसे उपयोग कर रही हैं। अगर कोई ऐप आपके डेटा का दुरुपयोग कर सकती है, तो उसे इंस्टॉल न करें। ध्यान रखें कि जब आप सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करें उस समय एक सुरक्षित वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का इस्तेमाल करें।

इससे आपका डेटा एन्क्रिप्ट हो जाएगा और हैकर्स के लिए उसे चुराना मुश्किल हो जाएगा।अपने मोबाइल को समय-समय पर अपडेट करते रहें। सिक्योरिटी अपडेट्स आपके मोबाइल को नए प्रकार के खतरों से सुरक्षित रखने में मदद करती हैं। साथ ही अपने मोबाइल पर एक अच्छा एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें, जो आपके मोबाइल को मैलवेयर और स्पाईवेयर से सुरक्षित रख सके।