Mobile Recharge Plan: टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने पिछले दिनों अपने मोबाइल (Mobile) रिचार्ज प्लान (Recharge Plan) महंगे कर दिए। इतना ही नहीं रिलायंस ने अपने दो सस्ते Mobile Recharge Plan भी बंद कर दिए। रिलायंस जियो के बाद वोडाफोन और एयरटेल ने भी अपने मोबाइल रिचार्ज प्लान महंगे कर दिए। इससे मोबाइल यूजर्स काफी परेशान हो गए हैं। कई यूजर्स ने इसका विरोध करते हुए बीएसएनएल में अपने मोबाइल नंबर पोर्ट करा लिए।
अब मोबाइल यूजर्स के लिए एक खुशखबरी है। दअरसल, सरकार ने इन टेलिकॉम कंपनियों की मनमानी पर लगाम लगाने का प्लान बना लिया है। इससे यूजर्स को फिर से सस्ते मोबाइल (Mobile) रिचार्ज प्लान (Recharge Plan ) मिलने लगेंगे। जानते हैं क्या है सरकार का प्लान और कैसे मिलेंगे आपको सस्ते मोबाइल रिचार्ज प्लान।
TRAI की ओर से मांगे गए सुझाव:
दरअसल, टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI की ओर से एक पत्र जारी किया गया है। इस लेटर में ट्राई की ओर से पुराने वॉयस और एसएमएस ओनली वाले रिचार्ज प्लान को वापस लाने के लिए सजेशन मांगे गए हैं। अभी आपने देखा होगा कि टेलिकॉम कंपनियां हर प्लान के साथ डेटा प्लान दे रही हैं। इससे यूजर्स को मजबूरी में डेटा प्लान लेना पड़ता है।
कई बार लोगों को डेटा प्लान की जरूरत नहीं होती, उन्हें सिर्फ वॉयस वाले रिचार्ज प्लान चाहिए होते हैं लेकिन मजबूरी में उन्हें डेटा पैक वाले महंगे रिचार्ज प्लान खरीदने पड़ते हैं। ऐसे में कई यूजर्स उन सर्विस के लिए भी भुगतान कर रहे होते हैं, जिनका वे इस्तेमाल नहीं करना चाहते। बता दें कि जियो के अलावा एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया ने भी धीरे धीरे वॉइस और एसएमएस प्लान खत्म कर दिए हैं।
Mobile Recharge Plan के लिए सरकार ने तैयार किया प्लान:
यूजर्स को जबरदस्ती दिए जाने डेटा प्लान पर लगाने के लिए सरकार ने एक प्लान तैयार किया है। इसके तहत ट्राई की ओर से सुझाव मांगे गए हैं। बता दें कि अभी टेलिकॉम कंपनियां यूजर्स को जो मोबाइल रिजार्च प्लान्स दे रही हैं उनमें ज्यादातर में वॉयस के साथ डेटा और ओटीटी सर्विस भी दे रहे हैं। इसकी वजह से रिचार्ज प्लान महंगे हो जाते हैं। जबकि सभी यूजर्स को ओटीटी और डेटा प्लान की जरूरत नहीं होती। बहुत से यूजर्स ऐसे हैं जो सिर्फ वॉयस और एसएमएस प्लान ही चाहते हैं।
नए टैरिफ प्लान लॉन्च करने पर जोर:
ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार, यूजर्स का आरोप है कि प्राइवेट टेलिकॉम कंनपनियां उन्हें उन सर्विस के लिए भी रिचार्ज करने के लिए मजबूर कर रही हैं, जिसकी उन्हें कोइ्र जरूरत ही नहीं या उन सर्विस का उपयोग ही नहीं कर रहे हैं। ऐसे ट्राई ने यूजर्स की परेशानियों को देखते हुए कंसल्टेशन पेपर में सुझाव मांगे हैं।
इसमें पूछा गया है कि कि क्या दूरसंचार उपभोक्ता संरक्षण विनियम (2012) में सुधार किए जाने की जरूरत है। इसके साथ ट्राई ने यह भी सुझाव मांगे हैं कि मौजूदा प्रोडक्ट स्पेसिफिक सर्विस जैसे वॉयस, एसएमएस और डेटा टैरिफ प्लान में बदलाव की जरूरत है। साथ ही ट्राई ने नए और सस्ते टैरिफ प्लान भी लॉन्च करने पर जोर दिया है।
यूजर्स की मांग बढ़ाई जाए वैलिडिटी पीरियड:
वहीं ट्राई के कंज्यूमर सर्वे के अनुसार, यूजर्स चाहते हैं कि स्पेशल टैरिफ प्लान का वैलिडिटी पीरियड बढ़ाया जाए। दरअसल, यूजर्स बार बार रिचार्ज करने की परेशानी से बचना चाहते हैं। ऐसे में उनकी मांग है कि STVs और कॉम्बो वाउचर की वैलिडिटी पीरियड को 90 दिनों से ज्यादा किया जाए। इसके साथ ही यूजर्स ने रिचार्ज प्लान के साथ पहले की तरह कलर कोडिंग की भी मांग की है। जैसे पहले टॉप-अप के लिए हरा, कॉम्बो के लिए नीला कलर यूज होता था। लेकिन बाद में कंपनियों ने इसे बंद कर दिया
4जी सर्विस के बाद कंपनियां देने लगीं बंडल पैक:
बता दें कि वर्ष 2016 में जब देश में 4जी सर्विस लॉन्च हुई थी तो कंपनियां अपने रिचार्ज प्लान बंडल पैक के साथ पेश करने लगीं। इसमें बंडल पैक को वॉयस और डेटा प्लान के साथ देने लगीं। वहीं ट्राई का कहना है कि अभी भी भारत में करीब 300 मिलियन यूजर ऐसे हैं जो फीचर फोन यूज करते हैं। ऐसे में उन्हें डेटा प्लान की की जरूरत ही नहीं हैं लेकिन उन्हें मजबूरी में रिचार्ज कराना पड़ता है। बता दें कि फीचर फोन में कॉलिंग और मैसेजिंग की ही सुविधा मिलती है।