John Lee: शख्स को तीन बार लटकाया गया फांसी पर, हर बार बच गया जिंदा, जानिए कैसे हुआ ये चमत्कार

John Lee: शख्स को तीन बार लटकाया गया फांसी पर, हर बार बच गया जिंदा, जानिए कैसे हुआ ये चमत्कार सोचिए अगर किसी को फांसी पर लटकाया जाए और इसके बावजूद भी वह जिंदा बच जाए तो। आप कहेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है लेकिन ऐसा हो चुका है। एक व्यक्ति को फांसी पर लटकाया गया लेकिन इसके बावजूद वह जिंदा बच गया। खास बात यह है कि उस व्यक्ति को एक दो बार नहीं बल्कि तीन बार फांसी पर लटकाया गया और हर बार वह जिंदा बच गया।

August 30, 2024
John Lee
John Lee: शख्स को तीन बार लटकाया गया फांसी पर, हर बार बच गया जिंदा, जानिए कैसे हुआ ये चमत्कार

John Lee: कई बार ऐसी घटनाएं घटित हो जाती हैं जो लोगों को आश्चर्य में डाल देती हैं। कई बार तो ऐसी घटनाएं किसी चमत्कार से कम नहीं लगतीं। आपने देखा होगा​ कि जब कोई अपराधी गंभीर अपराध करता है तो उसे फांसी की सजा दी जाती है। जैसे ही फांसी की सजा सुनाई जाती है तो अपराधी की सांसे तेज चलने लगती हैं और दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं। क्योंकि उसे पता होता है कि अब उसका बचना नामुमकिन है। लेकिन सोचिए अगर किसी को फांसी पर लटकाया जाए और इसके बावजूद भी वह जिंदा बच जाए तो।

आप कहेंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है लेकिन ऐसा हो चुका है। एक व्यक्ति को फांसी पर लटकाया गया लेकिन इसके बावजूद वह जिंदा बच गया। खास बात यह है कि उस व्यक्ति को एक दो बार नहीं बल्कि तीन बार फांसी पर लटकाया गया और हर बार वह जिंदा बच गया। उस शख्स का नाम जॉ ली (John lee) था। दरअसल, जॉन ली को एक मर्डर के जर्म में फांसी की सजा सुनाई गई थी।

शख्स पर लगा था महिला के कत्ल का आरोप:

दरअसल, जॉन ली (John lee) एक अमीर महिला के घर पर काम करता था। एक दिन उस अमीर महिला के घर में चोरी हो गई। महिला को उस चोरी का शक जॉन ली पर हुआ। महिला को लगा कि उसके घर में चोरी जॉन ली ने की थी। ऐसे में महिला ने चोरी के शक में उसे नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद उस महिला का कत्ल हो गया।

15 नवंबर 1884 को इंग्लैंड के एक छोटे से गांव में जॉन (John lee) को कत्ल के जुर्म में पुलिस गिरफ्तार कर लिया। जॉन ली खुद को बेगुनाह बता रहा था। उसका कहना था कि उसने यह कत्ल नहीं किया। हालांकि सबूत जॉन ली के खिलाफ थे। घर में मौका ए वारदात पर उसके अलावा कोई नहीं था। ऐसे में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा:

बताया जाता है कि मौका ए वारदात पर जॉन ली (John lee) के अलावा और कोई नहीं था। साथ ही उसके हाथों पर कट के निशान भी लगे थे, जो इसी ओर इशारा कर रहे थे कि कत्ल जॉन ली ने ही किया है। ऐसे में ब्रिटिश पुलिस ने ज्यादा दिमाग और समय ना लगाते हुए जॉन को ही गुनाहगार समझकर कोर्ट में केस शुरू कर दिया। कोर्ट ने जॉन ली को फांसी की सजा सुनाई।

John Lee को तीन बार लटकाया गया फांसी पर

23 फरवरी 1885 को जॉन ली (John lee) को फांसी के फंदे तक ले जाया गया। जल्लाद ने उसे फांसी देने के लिए हैण्डल खींचा, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि जॉन के नीचे मौजूद लकड़ी का दरवाजा खुला ही नहीं। जल्लाद ने कई बार हैण्डल खींचा, लेकिन दरवाजा नहीं खुला और जॉन फांसी से बच गया। इसके बाद दूसरे दिन फिर से उसे फांसी देने के लिए लाया गया लेकिन दूसरे दिन भी दरवाजा नहीं खुला। ऐसा तीन बार हुआ। तीन बार जॉन ली को फांसी पर लटकाया गया लेकिन फांसी नहीं लग पाई।

इस वजह से बच गया:

जब मामला हाई अथोरिटी के पास पहुंचा तो जांच शुरू हुई। जांच में पता चला कि एक लोहे के टुकड़े की वजह से दरवाजा पूरी तरह से जाम हुआ पड़ा था इसीलिए वो खुल नहीं रहा था। इसके बाद लोगों को यही लगा कि जॉन (John lee) को भगवान पर भरोसा था और भगवान ने ही उसकी मदद की है। इस घटना के बाद ब्रिटिश सरकार ने जॉन की सजा माफ कर दी थी। कोर्ट का कहना था कि जॉन ने तीन बार मौत की सजा को महसूस किया है और इतनी सजा उसके लिए काफी है।