Lambi dehar mines: उत्तराखंड की गोद में बसा मसूरी अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहां लोग प्रकृति के खूबसूरत नजारे देखने आते हैं। इसके अलावा एडवेंचर लवर्स यहां पर ट्रेकिंग, हाइकिंग, वॉटर राफ्टिंग जैसी एक्टिविटी करने भी हाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि पहाड़ों की इस खूबसूरती के बीच एक ऐसी जगह (Lambi dehar mines) भी है, जहां लोग जाना तो दूर उसके बारे में बात भी नहीं करना चाहते। दरअसल, इसी पहाड़ी क्षेत्र में एक ऐसी जगह भी है जो रहस्यमयी।
इस जगह (Lambi dehar mines) के बारे में कई खौफनाक कहानियां प्रचलित हैं। यह जगह है लंबी देहर खदान, जिसे भारत की सबसे डरावनी जगहों में से एक माना जाता है। कई लोगों का मानना है कि यह खदान (Lambi dehar mines) भूत-प्रेतों का डेरा है, और रात के अंधेरे में यहाँ जाने की हिम्मत करना खतरनाक हो सकता है।
Lambi dehar mines का इतिहास:
लंबी देहर खदान (Lambi dehar mines) की कहानी 19वीं सदी के अंत में शुरू होती है। यह खदान ब्रिटिश शासन के दौरान सीमेंट उत्पादन के लिए बनाई गई थी। खदान (Lambi dehar mines) की गहराई इतनी अधिक थी कि यहाँ काम करने वाले मजदूरों को अत्यधिक खतरों का सामना करना पड़ता था। खदान (Lambi dehar mines) के भीतर हवा का अभाव और सुरक्षा उपायों की कमी के कारण यहाँ हजारों मजदूरों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों का मानना है कि इन मजदूरों की आत्माएं आज भी इस खदान के आसपास भटकती हैं। उनकी असमय मृत्यु की वजह से उनकी आत्माओं को शांति नहीं मिल सकी। इसी कारण यह खदान एक भयावह स्थान में तब्दील हो गई।
हो गया था खौफनाक हादसा:
1960 के दशक में लंबी देहर खदान (Lambi dehar mines) में एक भयंकर हादसा हुआ, जिसने इसे हमेशा के लिए खौफ का स्थान बना दिया। खदान के भीतर एक बड़ा विस्फोट हुआ जिससे हजारों मजदूर जिंदा दफन हो गए थे। इस हादसे के बाद यह खदान बंद कर दी गई, लेकिन इसके बाद से इस खदान के आसपास अजीबोगरीब घटनाएं घटने लगीं।
सुनाई देती हैं चीखने-चिल्लाने की आवाजें:
कई स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे में जिंदा दफन हुए मजदूरों की आत्माएं इस जगह पर आज भी मौजूद हैं। इसी वजह से यहां अजीब सी खौफनाक आवाजें सुनाई देती हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, रात के समय खदान (Lambi dehar mines) के आसपास से गुजरने वाले लोगों ने चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनी हैं। कई बार रहस्यमयी आकृतियों भी देखी गई हैं। ये आकृतियाँ अक्सर धुंधली और भयावह होती हैं, जो अचानक प्रकट होती हैं और फिर गायब हो जाती हैं।
होती हैं ऐसी खौफनाक घटनाएँ:
कई साहसी लोगों ने इस खदान में जाने की कोशिश की है, लेकिन उनमें से बहुत कम ही इस जगह पर ज्यादा देर ठहर सके। कई लोगों का कहना है कि उन्होंने यहां पर कुछ असामान्य अनुभव किए हैं। जैसे अचानक तापमान का गिर जाना, हवा का एकदम रुक जाना और डरावनी आवाजों का सुनाई देना। कुछ लोगों का दावा है कि उन्होंने यहां अजीब रोशनी देखी है जो खदान के भीतर से आती है, जबकि वहां कोई भी मौजूद नहीं था।
इंसान ही नहीं जानवर भी रहते हैं दूर:
इसके अलावा, यहां के जंगलों में रहने वाले जानवर भी इस इलाके से दूर रहते हैं। यहां अक्सर लोग बिना किसी कारण के बीमार पड़ जाते हैं। कई बार पर्यटकों ने बताया है कि वे खदान के करीब आते ही एक अजीबोगरीब डर और बेचैनी महसूस करने लगते हैं। यह डर इतना प्रबल होता है कि लोग वहां से तुरंत लौटने के लिए मजबूर हो जाते हैं।