Umoja Village: ऐसा गांव जहां मर्दों एंट्री है बैन, नहीं रहता एक भी पुरुष, फिर भी प्रेग्नेंट हो जाती हैं महिलाएं

Umoja Village: दुनिया के कई हिस्सों में अद्वितीय परंपराएं और सांस्कृतिक व्यवस्थाएं देखने को मिलती हैं। इनमें से एक है अफ्रीका के केन्या देश का यूमोजा गांव (Umoja Village), जो महिलाओं की स्वतंत्रता और सुरक्षा का एक अनूठा उदाहरण है। इस गांव की सबसे खास बात यह है कि यहां मर्दों की एंट्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध है।

यह गांव (Umoja Village) महिलाओं द्वारा महिलाओं के लिए ही बनाया गया है। यहां पुरुषों का प्रवेश वर्जित है और गांव की सभी गतिविधियों और व्यवस्थाओं का संचालन महिलाएं स्वयं करती हैं। हालांकि, इस गांव (Umoja Village) में रहने वाली महिलाएं समय-समय पर गर्भवती हो जाती हैं, जो लोगों के लिए आश्चर्य का कारण बनता है।

मर्दों की एंट्री पर प्रतिबंध:

यूमोजा गांव (Umoja Village) में पुरुषों की एंट्री पर प्रतिबंध का मुख्य कारण महिलाओं को हिंसा और उत्पीड़न से बचाना है। गांव की अधिकांश महिलाएं या तो यौन शोषण, बाल विवाह, या घरेलू हिंसा का शिकार हुई हैं। वे नहीं चाहतीं कि पुरुषों की उपस्थिति से उनका शांति और सुरक्षा का माहौल खराब हो।

महिलाएं ऐसे हो जाती हैं गर्भवती:

यह सवाल अक्सर लोगों के मन में आता है कि यदि यूमोजा गांव (Umoja Village) में पुरुषों की एंट्री वर्जित है, तो महिलाएं गर्भवती कैसे होती हैं। इसका उत्तर गांव की महिलाओं की स्वतंत्रता और उनके व्यक्तिगत निर्णयों में छिपा है। हालांकि गांव में पुरुषों का प्रवेश वर्जित है, लेकिन महिलाएं अपनी इच्छानुसार गांव के बाहर जाकर संबंध बना सकती हैं।

कुछ महिलाएं अपने पुराने जीवनसाथी या मित्रों से संपर्क में रहती हैं और उनके साथ संबंध बनाती हैं। यह उनके व्यक्तिगत जीवन का हिस्सा है और गांव में किसी को भी इस पर आपत्ति नहीं होती।

इसके अलावा, कई महिलाएं केवल संतान प्राप्ति के लिए भी पुरुषों से संपर्क करती हैं। वे चाहती हैं कि उनके बच्चे हों, लेकिन वे पुरुषों के साथ स्थायी संबंध नहीं रखना चाहतीं। ऐसे में, वे गर्भधारण के लिए गांव के बाहर के पुरुषों से संपर्क करती हैं।

बाद में संपर्क नहीं रखती महिलाएं:

इस गांव (Umoja Village) में मर्दों की एंट्री पर बैन है लेकिन यहां रात को कई लोग चोरी छिपे घुस आते हैं। इनमें हर महिला अपने पसंद के मर्द के साथ संबंध बनाती है। इसके बाद उनका रिश्ता वही खत्म हो जाता है। कोई भी महिला किसी मर्द से किसी तरह का अन्य संपर्क नहीं रखती। गर्भवती होने के बाद वो उस मर्द से सारे रिश्ते तोड़ देती है। जिसके बाद महिला का बच्चा भी कभी अपने पिता के बारे में नहीं जाना पाता है।

ऐसे हुई Umoja Village की स्थापना:

यूमोजा गांव (Umoja Village) की स्थापना 1990 में केन्या की एक महिला अधिकार कार्यकर्ता, रेबेका लोलेसोली, द्वारा की गई थी। इस गांव की शुरुआत उन महिलाओं के लिए की गई थी, जो घरेलू हिंसा, बलात्कार, और सामाजिक उत्पीड़न का शिकार हुई थीं। यह गांव (Umoja Village) एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में विकसित हुआ, जहां महिलाएं स्वतंत्र और शांतिपूर्ण जीवन जी सकती हैं।

इस गांव को 15 ऐसी महिलाओं ने बसाया था, जिनके साथ ब्रिटिश जवानों ने रेप किया था। इस घटना से इन औरतों को मर्दों से नफरत हो गई थी। इसके बाद इन्होंने गांव में मर्दों की एंट्री पर बैन लगा दिया। यूमोजा का मतलब स्वाहिली भाषा में “एकता” है। इस गांव में महिलाएं मिल-जुलकर काम करती हैं और एक-दूसरे का सहारा बनती हैं। यहां महिलाएं हाथ से बने आभूषण और अन्य कलाकृतियां बनाकर अपनी आजीविका कमाती हैं।

गांव देखने की लगती है फीस:

इस गांव में महिलाओं ने प्राइमरी स्कूल, कल्चरल सेंटर और सामबुरू नेशनल पार्क देखने आने वाले टूरिस्ट्स के लिए कैंपेन साइट भी चलाया है। कई देशों से लोग इस गांव को देखने के लिए आते है, जिसकी इन महिलाओं ने फीस भी रखी है। टूरिस्ट्स से होने वाली कमाई से ही यहां की महिलाओं का गुजारा चलता है।

यूमोजा गांव का समाज पर प्रभाव:

यूमोजा गांव महिलाओं के लिए स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। यह गांव न केवल केन्या में बल्कि दुनिया भर में महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई का उदाहरण बन गया है। यहां महिलाएं शिक्षा, स्वास्थ्य और अपने बच्चों के भविष्य के लिए काम करती हैं।

गांव की महिलाएं अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करती हैं कि वे अपने अधिकारों के लिए खड़ी हों और अपने जीवन के बारे में स्वयं निर्णय लें। यह गांव यह संदेश देता है कि महिलाएं अपने बलबूते पर आत्मनिर्भर और सुरक्षित जीवन जी सकती हैं।