Unique Shiva Temple: भगवान शिव का अनोखा मंदिर, जहां शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं जिंदा केकेड़े

Unique Shiva Temple: बता दें कि भक्त भगवान शिव को धतूरा, दूध, फूल, मिठाई आदि चढ़ाते हैं। लेकिन एक ऐसा शिव मंदिर भी है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

September 30, 2024
Unique Shiva Temple
भगवान शिव का अनोखा मंदिर, जहां शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं जिंदा केकेड़े

Unique Shiva Temple: भारत विविधता का देश है, जहां विभिन्न संस्कृतियों, परंपराओं और धार्मिक रीतियों का संगम होता है। हमारे देश में कई ऐसे मंदिर हैं जो अद्भुत हैं और अनोखी परंपराओं की वजह से प्रसिद्ध हैं। भगवान शिव के भी अनोखे मंदिर (Unique Shiva Temple) हमारे देश में हैं। हम आपको भगवान शिव के एक ऐसे ही अनोखे मंदिर (Unique Shiva Temple) के बारे में बताने जा रहे हैं।

बता दें कि भक्त भगवान शिव को धतूरा, दूध, फूल, मिठाई आदि चढ़ाते हैं। लेकिन एक ऐसा शिव मंदिर भी है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। भगवान शिव का यह अनोखा मंदिर (Unique Shiva Temple) गुजरात में है। इस मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु भगवान शिव को जिंदा केकड़ा भी चढ़ाते हैं।

सूरत में है Unique Shiva Temple:

भगवान शिव का यह अनोखा मंदिर (Unique Shiva Temple) सूरत में है और इसे रामनाथ शिव घेला मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहां भक्त शिवलिंग पर जिंदा केकड़े चढ़ाते हैं। यह मंदिर (Unique Shiva Temple) न केवल अपनी धार्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि अपनी अद्वितीय पूजा विधि के कारण भी चर्चा में रहता है। बता दें कि मंदिर (Unique Shiva Temple) की स्थापना और इतिहास के बारे में अधिक जानकारी तो उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह माना जाता है कि यह मंदिर (Unique Shiva Temple) प्राचीन काल से शिव भक्तों की आस्था का केंद्र रहा है।

केकड़े चढ़ाने की परंपरा:

रामनाथ शिव घेला मंदिर (Unique Shiva Temple) में केकड़े चढ़ाने की परंपरा इस मंदिर की विशेष पहचान है। हर साल विशेष अवसरों पर भक्त यहां जिंदा केकड़े लाकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं। यह परंपरा शिव को समुद्र के देवता और जलीय जीवों के संरक्षक के रूप में पूजने की मान्यता से जुड़ी है। भक्त मानते हैं कि शिवलिंग पर केकड़े चढ़ाने से उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन की बाधाओं का अंत होता है। इसके साथ ही कान से जुड़ी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है। यह प्रथा उन लोगों के बीच लोकप्रिय है जो स्वास्थ्य, समृद्धि और सुरक्षा की कामना करते हैं।

सावधानीपूर्वक चढ़ाते हैं जिंदा केकड़े:

रामनाथ शिव घेला मंदिर (Unique Shiva Temple) में पूजा की प्रक्रिया अन्य शिव मंदिरों की तरह ही होती है। भक्त पहले भगवान शिव के चरणों में फूल, बेलपत्र, जल और दूध चढ़ाते हैं। लेकिन मुख्य आकर्षण तब होता है जब जिंदा केकड़े शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं। यह प्रक्रिया अत्यंत सावधानीपूर्वक की जाती है ताकि केकड़ों को कोई हानि न पहुंचे। मंदिर (Unique Shiva Temple) के पुजारी या स्वयं भक्त इन केकड़ों को शिवलिंग पर चढ़ाते हैं और फिर उन्हें वापस नदी या तालाब में छोड़ दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस अनुष्ठान से भक्तों की समस्याओं का अंत होता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

धार्मिक मान्यता:

इस अनोखी पूजा विधि के पीछे कई धार्मिक कथाएं और मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। हिंदू धर्म में भगवान शिव को ‘भोलेनाथ’ कहा जाता है, जो अपने भक्तों की छोटी से छोटी अर्पण को भी स्वीकार करते हैं। सूरत के इस मंदिर में केकड़े चढ़ाने की प्रथा से यह संदेश मिलता है कि जल के जीवों का भी शिव के साथ एक विशेष संबंध है। भक्त इस अनुष्ठान को भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा और समर्पण के रूप में देखते हैं।

आलोचना और विवाद:

हालांकि, इस प्रथा को लेकर कई बार विवाद भी खड़े हुए हैं। पशु अधिकार कार्यकर्ताओं का मानना है कि जीवित केकड़ों को इस तरह धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल करना उनके प्रति क्रूरता है। उनके अनुसार, जीवों का इस प्रकार प्रयोग करना अनुचित है और इसे रोका जाना चाहिए। वहीं, भक्तों का तर्क है कि यह उनकी धार्मिक आस्था का हिस्सा है और पूजा के दौरान केकड़ों को किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाई जाती। वे इस अनुष्ठान को भगवान शिव के प्रति अपने समर्पण और कृतज्ञता का एक तरीका मानते हैं।