Mobile Hacking: दिन में एक बार भी स्विच ऑफ नहीं करते मोबाइल, कभी भी हो सकता है हैक, जानिए कैसे

Mobile Hacking: लोग अपने मोबाइल को स्विच ऑफ नहीं होने देते मोबाइल की बैटरी खत्म होने से पहले ही उसे चार्ज पर लगा देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि दिन में एक बार मोबाइल को स्विच ऑफ करना जरूरी है, नहीं तो आपका मोबाइल हैक हो सकता है।

September 19, 2024
Mobile hacking
दिन में एक बार भी स्विच ऑफ नहीं करते मोबाइल, कभी भी हो सकता है हैक, जानिए कैसे

Mobile Hacking: टेक्नोलॉजी के इस दौर में मोबाइल या स्मार्टफोन ना सिर्फ हमारी लाइफ स्टाइस का एक अहम हिस्सा बन गया है बल्कि यह हमारी बड़ी जरूरत भी बन गया है। मोबाइल से हमारे रोजमर्रा के बहुत से काम आसान हो जाते हैं। मोबाइल के जरिए लोग कॉलिंग से लेकर बैकिंग तक के काम करते हैं। मोबाइल में लोग अपना पर्सनल डेटा भी स्टोर कर रखते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय में साइबर क्राइम (Mobile Hacking) के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। हैकर्स लोगों के मोबाइल हैक (Mobile Hacking) कर लेते हैं।

लोग अपने मोबाइल को स्विच ऑफ नहीं होने देते मोबाइल की बैटरी खत्म होने से पहले ही उसे चार्ज पर लगा देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि दिन में एक बार मोबाइल को स्विच ऑफ करना जरूरी है, नहीं तो आपका मोबाइल हैक (Mobile Hacking) हो सकता है।

जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ा। NSA (National Security Agency) ने इस संबंध में एक गंभीर चेतावनी जारी की थी। NSA की चेतावनी के अनुसार, यूजर्स को दिन में कम से कम एक बार अपने मोबाइल को स्विच ऑफ करना चाहिए। ऐसा करने से आपके मोबाइल के हैक (Mobile Hacking) होने के चांस कम हो जाते हैं और आप साइबर हमले से भी बच सकते हैं।

Mobile Hacking का खतरा:

मोबाइल हैकिंग (Mobile Hacking) आज के समय में एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। रोजाना मोबाइल हैकिंग (Mobile Hacking) की खबरें सामने आती रहती हैं। हैकर्स लोगों के मोबाइल में सेंध लगाकर उन्हें हैक (Mobile Hacking) कर लेते हैं। इसके बाद वे यूजर्स की पर्सनल जानकारी, बैंक खातों और अन्य संवेदनशील डेटा को चोरी कर लेते हैं। हैकर्स इसके जरिए लोगों के बैंक अकाउंट तक साफ कर देते हैं।

ज्यादार मामलों में हैकर्स यूजर्स के फोन (Mobile Hacking) में ऐसे मैलवेयर या वायरस डाल देते हैं, जो फोन के अंदर छिपकर आपकी जानकारी चुरा लेते हैं। अगर फोन लंबे समय तक चालू रहता है, तो ये वायरस या मैलवेयर और भी एक्टिव हो सकते हैं। ऐसे में मोबाइल को लगातार चालू रखना उसे और ज्यादा अनसेफ बना देते हैं।

NSA की सलाह, स्विच ऑफ करना जरूरी:

NSA ने मोबाइल यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की थी। इसमें NSA ने मोबाइल यूजर्स को सलाह दी थी कि दिन में कम से कम एक बार अपने मोबाइल को बंद करें। इसके पीछे वजह यह बताई गई थी कि जब मोबाइल फोन लगातार चालू रहता है, तो साइबर हमलावरों के लिए उस पर हमला (Mobile Hacking) करना आसान हो जाता है। स्विच ऑफ करने से फोन के अंदर चल रही सभी प्रक्रियाएँ बंद हो जाती हैं, जिससे हैकर्स के लिए डेटा चोरी या ट्रैकिंग (Mobile Hacking) करना कठिन हो जाता है।

साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट्स का मानना है कि नियमित रूप से मोबाइल को बंद करना हैकिंग और मालवेयर अटैक के खतरे को कम कर सकता है। इसकी वजह यह है कि कई मैलवेयर या स्पाईवेयर फोन के लगातार चालू रहने पर ही काम करते हैं। स्विच ऑफ करने से वे निष्क्रिय हो जाते हैं और फोन सुरक्षित हो जाता है।

फोन स्विच ऑफ करने के अन्य फायदे:

मोबाइल फोन को स्विच ऑफ करने के फायदे सिर्फ साइबर सुरक्षा तक सीमित नहीं हैं। इसके अन्य लाभ भी हैं।

बैटरी की उम्र बढ़ाना: लगातार फोन का उपयोग करने से बैटरी की लाइफ कम हो जाती है। वहीं फोन स्विच ऑफ करने से फोन की बैटरी को आराम मिलता है और इसकी लाइफ भी बढ़ जाती है।

फोन की परफॉर्मेंस बढ़ाना: स्विच ऑफ करने से फोन की मेमोरी रिफ्रेश होती है, जिससे उसकी स्पीड और परफॉर्मेंस में सुधार होता है।

ओवरहीटिंग से बचाव: लगातार उपयोग के कारण फोन में ओवरहीटिंग की समस्या हो सकती है। फोन को कुछ समय के लिए बंद करने से यह ठंडा होता है और ओवरहीटिंग की समस्या से बचाव होता है।

डेटा की सुरक्षा: जब आपका फोन बंद होता है, तो इंटरनेट से जुड़ा नहीं रहता, जिससे आपकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखना या आपका डेटा चोरी करना मुश्किल हो जाता है।

साइबर अटैक से बचने के लिए ध्यान रखें ये बातें:

सिर्फ फोन को स्विच ऑफ करना ही काफी नहीं है, बल्कि कुछ और भी सावधानियाँ हैं जो आपको साइबर हमलों से बचाने में मदद कर सकती हैं।

स्ट्रॉन्ग पासवर्ड का उपयोग करें: अपने फोन को स्ट्रॉन्ग पासवर्ड से लॉक करें और इसे नियमित रूप से बदलें।

मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें: यदि आपके फोन में यह फीचर है, तो इसका इस्तेमाल अवश्य करें। यह आपके फोन की सुरक्षा को और बढ़ा देता है।

एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: अपने फोन में एक अच्छे एंटीवायरस का उपयोग करें, जो मालवेयर और वायरस से आपकी सुरक्षा कर सके।

संदिग्ध ऐप्स से बचें: किसी भी अनजान या अविश्वसनीय स्रोत से ऐप्स डाउनलोड न करें। इससे आपके फोन में वायरस आने की संभावना बढ़ सकती है।

सॉफ्टवेयर अपडेट्स: समय-समय पर अपने फोन का सॉफ्टवेयर अपडेट करें, ताकि नए सुरक्षा फीचर्स आपके फोन में इंस्टॉल हो सकें।