Dilip kumar: कई लोगों का मानना है कि भूत प्रेत कुछ नहीं होते। हालांकि कई लोगों ने भूत या आत्मा देखने के दावे किए हैं। एक बार बॉलीवुड के ट्रेजिडी किंग दिलीप कुमार का भी भूत से सामना हुआ था। इस घटना का जिक्र खुद दिलीप कुमार ने किया था।
Dilip kumar: भूत प्रतों और आत्माओं लेकर लोगों में कई तरह के मत हैं। कई लोगों का मानना है कि भूत प्रेत होते हैं। वहीं कई लोगां का मानना है कि भूत प्रेत कुछ नहीं होते। हालांकि कई लोगों ने भूत या आत्मा देखने के दावे किए हैं। एक बार बॉलीवुड के ट्रेजिडी किंग दिलीप कुमार का भी भूत से सामना हुआ था।
इस घटना का जिक्र खुद दिलीप कुमार ने किया था। अभिनेता दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन वह अपनपे दमदार अभिनय की बदौलत लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। दिलीप कुमार का निधन 7 जुलाई 2021 को हिंदुजा अस्पताल में हुआ था। उन्होंने 98 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कहा था।
दिलीप कुमार ने अपने जीवन के कई पॉपुलर किस्से और कहानियां अपनी किताब ‘द सब्सटेंस ऐंड द शैडो’ में बताए हैं। अपनी इस आत्मकथा में अभिनेता ने एक डरावने किस्से के बारे में बताया था। जानते हैं इसके बारे में।
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फिल्म ‘कोहिनूर’ की शूटिंग के दौरान का किस्सा:
दिलीप कुमार के साथ यह डरावना किस्सा फिल्म ‘कोहिनूर’ की शूटिंग के दौरान हुआ था। मशहूर निर्देशक एस यू सनी की फिल्म ‘कोहिनूर’ में दिलीप कुमार लीड रोल निभा रहे थे। इस फिल्म की शूटिंग के लिए एक आउटडोर लोकेशन फाइनल करनी थी। ऐसे में एक दिन फिल्म के निर्देशक एस यू सनी, अभिनेता दिलीप कुमार और अपने एक कैमरामैन के साथ लोकेशन देखने के लिए कार से नासिक की तरफ निकल पड़े।
निर्देशक की पत्नी थी रहस्यमयी:
फिल्म ‘कोहिनूर’ के निर्देशक एस यू सनी की पत्नी एक रहस्यमयी औरत थी। दिलीप कुमार ने इस बारे में अपनी किताब में जिक्र करते हुए बताया कि निर्देशक एस यू सनी की पत्नी एक रहस्यमयी महिला थीं। दरअसल, एस यू सनी की पत्नी जादू टोना करती थीं और इसके बारे में सिर्फ एस यू सनी को ही पता था।
एस यू सनी ने इस बारे में ना तो दिलीप कुमार को बताया था और ना ही अपने कैमरामैन को। जब वे लोग लोकेशन देखने जाने वाले थे तो एस यू सनी की पत्नी ने भी साथ में जाने की जिद की। लेकिन कार में जगह ना होने की वजह से सनी ने उन्हें इनकार कर दिया।
रास्ते में अचानक बिगड़ा मौसम:
दिलीप कुमार फिल्म के निर्देशक और कैमरामैन के साथ कार में मुंबई से करीब 100 किलोमीटर दूर पहुंचे ही थे कि अचानक मौसम बिगड़ गया। रात हो चुकी थी और अंधेरे में कुछ भी साफ नजर नहीं आ रहा था। आसमान में बिजली जोर से गरज रही थी। ऐसे में तीनों ने रास्ते में कहीं रुकने का फैसला किया। तभी बारिश भी शुूरू हो गई। दिलीप कुमार की नजर सामने एक टूटी-फूटी झोपड़ी पर पड़ी। ऐसे में दिलीप कुमार के साथ कैमरामैन और एस यू सनी वहां उतर गए और शेड में जाकर रुकने की जगह ढूंढने लगे।
दरवाजे का पर्दा हटा तो सामने…
उस शेड में एक लकड़ियों का गट्ठर पड़ा था और वहां पर एक टूटी हुई बेंच भी थी। उसके दरवाजे पर बोरी का पर्दा टंगा था। वह पर्दा तेज हवा में आवाज करते हुए उड़ रहा था। उस झोंपड़ी से थोड़ी ही दूरी पर एक बकरी खूंटे से बंधी हुई थी। वहां रखी टूटी हुई बेंच पर दिलीप कुमार लेट गए।
वहीं निर्देशक एस यू सनी खूंटे से बंधी उस बकरी को अंदर लाने के लिए चल गए। जैसे ही वह झोपड़ी की तरफ बढ़े तो तेज हवा से दरवाजे पर लटका बोरी का पर्दा हट गया। सामने दरवाजे पर उन्हें एस यू सनी की पत्नी नजर आई जो उन्हें गुस्से में घूर रही थी। जबकि सनी तो अपनी पत्नी को साथ लाए ही नहीं थे, वह तो उसे मुंबई में ही छोड़ आए थे।
डर के मारे उड़ गए दिलीप कुमार के होश!
ये नजारा देखकर तीनों के चेहरे की हवाइयां उड़ गई। डर के दिलीप कुमार, एस यू सनी और कैमरामैन का बुरा हाल हो गया। कैमरामैन तो डर से थर-थर कांप रहा था। वहीं दिलीप कुमार के भी होश उड़े हुए थे। इस घटना के बहुत दिनों तक दिलीप कुमार ने इस बारे में किसी से भी बात नहीं की। जब काफी बाद उन्होंने अपनी आत्मकथा लिखी तो उस किताब में इस घटना का जिक्र किया।