Causes Of Gallbladder Stone: पित्त की थैली (Gallbladder Stone) हमारे शरीर में एक महत्वपूर्ण अंग है जो पाचन तंत्र का हिस्सा होती है। यह पित्त (बाइल) को जमा करता है, जो शरीर में वसा को पचाने में मदद करता है। लेकिन, आज के समय में गलत खानपान और जीवनशैली के कारण पित्त की थैली में पत्थर बनने की समस्या तेजी से बढ़ रही है।
पित्त की थैली(Gallbladder Stone) में पत्थर तब बनते हैं, जब बाइल में कोलेस्ट्रॉल, बिलीरुबिन या पित्त लवण की मात्रा असंतुलित हो जाती है। कई बार इसके कारण व्यक्ति को गंभीर दर्द और ऑपरेशन तक की जरूरत पड़ सकती है। पित्त की थैली में पत्थर बनना एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसे सही खानपान और जीवनशैली से रोका जा सकता है।
इस लेख में हम आपको उन 5 फूड्स के बारे में बताएंगे, जो गले से उतरते ही पित्त की थैली में पत्थर बनने का खतरा बढ़ा सकते हैं। अगर आप इन्हें रोज खा रहे हैं, तो सावधान हो जाएं।
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तला-भुना और जंक फूड:
तले-भुने और जंक फूड जैसे समोसा, कचौड़ी, पकौड़े, पिज्जा, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज का अधिक सेवन पित्त की थैली के लिए बहुत नुकसानदायक है। ये फूड्स कोलेस्ट्रॉल और ट्रांस फैट से भरपूर होते हैं, जो बाइल में असंतुलन पैदा करते हैं। इसके परिणामस्वरूप पित्त की थैली(Gallbladder Stone) में पत्थर बनने का खतरा बढ़ जाता है।
अत्यधिक मीठा या शक्करयुक्त फूड्स:
शक्कर का अधिक सेवन न केवल वजन बढ़ाता है, बल्कि यह पित्त की थैली में पत्थर बनने की संभावना को भी बढ़ा देता है। ज्यादा मीठे खाद्य पदार्थ जैसे मिठाई, केक, पेस्ट्री,सॉफ्ट ड्रिंक्स और पैक्ड जूस आदि शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा बढ़ाते हैं, जो गॉल स्टोन का कारण बन सकते हैं। इसलिए मीठे की मात्रा को नियंत्रित करें और नेचुरल शुगर, जैसे फलों का सेवन करें।
रेड मीट और फैटी मांस:
रेड मीट और फैटी मांस जैसे पोर्क ,बीफ, फैटी चिकन शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल पित्त की थैली में जमा होकर पत्थर बनने की प्रक्रिया को तेज करता है। रेड मीट की जगह लीन प्रोटीन, जैसे मछली और टोफू का सेवन करें।
प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड्स:
प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड्स में संरक्षक, अधिक नमक, और ट्रांस फैट होता है। ये सभी तत्व बाइल में असंतुलन पैदा करते हैं और पित्त की थैली में पत्थर बनने का खतरा बढ़ाते हैं। चिप्स, इंस्टेंट नूडल्स ,केक मिक्स, पैकेज्ड सूप आदि प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड्स की जगह ताजे और घर में बने खाने को प्राथमिकता दें।
डेयरी प्रोडक्ट्स में अधिक फैट:
डेयरी प्रोडक्ट्स, जैसे मक्खन, घी और क्रीम, अधिक मात्रा में लेने से शरीर में फैट का स्तर बढ़ता है। यह पित्त की थैली में पत्थर बनने के प्रमुख कारणों में से एक है। फुल-क्रीम दूध,चीज़, मक्खन आदि का सेवन कम करें उसकी जगह लो-फैट या स्किम्ड दूध और कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें।
कैसे पहचाने Gallbladder Stone में पत्थर होने के लक्षण:
अगर आप उपर्युक्त फूड्स का अधिक सेवन करते हैं, तो आपको पेट के ऊपरी हिस्से में तेज दर्द,पाचन संबंधी समस्या, जैसे अपच और पेट फूलना ,जी मिचलाना या उल्टी आना,भोजन के बाद भारीपन महसूस होना,आदि लक्षण दिखाई दे सकते हैं| अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Gallbladder Stone को स्वस्थ रखने के उपाय:
फलों, सब्जियों और साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करें। ये फूड्स बाइल को संतुलित रखते हैं और पत्थर बनने से रोकते हैं। एक्टिव रहने से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है और बाइल का प्रवाह सही ढंग से होता है इसलिए नियमित व्यायाम करें| हाइड्रेटेड रहें ,पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है।
धीरे-धीरे वजन कम करें,तेजी से वजन कम करने से गॉल स्टोन बनने का खतरा बढ़ता है। हमेशा स्वस्थ तरीके से वजन कम करें। वसा का संतुलित सेवन करें,अच्छी वसा, जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करें। यह बाइल को सही रूप से काम करने में मदद करता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले किसी भी चिकित्सा निर्णय में सावधानी बरतें। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या स्थिति के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इस लेख के आधार पर उत्पन्न हो सकने वाली किसी भी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए viralnewsvibes.com जिम्मेदार नहीं है।