AC Buying Tips: आजकल गर्मियों में एसी (Air Conditioner) का इस्तेमाल आम हो गया हैं | जब भी हम नया एसी खरीदने जाते हैं, तो कितने टन का एसी खरीदे इस बात को लेकर सोच में पड़ जाते हैं । लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एसी में “टन” का मतलब क्या होता है?
कई लोग इसे एसी के साइज या वजन से जोड़कर देखते हैं, लेकिन असल में यह एसी की कूलिंग क्षमता को दर्शाता है। अगर आप भी बिना इसकी सही जानकारी के एसी इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए काम का हो सकता है।
क्या होता है टन?
“टन” का मतलब एसी की वह कूलिंग क्षमता है, जिससे वह गर्मी में ठंडक पहुंचा सकता है। पहले के जमाने में बर्फ का इस्तेमाल ठंडक के लिए किया जाता था। 1 टन बर्फ 24 घंटे में जितनी गर्मी सोख सकता था, उसी आधार पर एसी की कूलिंग कैपेसिटी को “टन” में मापा जाने लगा।
1 टन एसी का मतलब है कि यह 3,517 वाट (या 12,000 BTU प्रति घंटे) की गर्मी निकाल सकता है।
2 टन एसी का मतलब है कि यह 7,034 वाट (या 24,000 BTU प्रति घंटे) की गर्मी बाहर निकाल सकता है।
1 टन और 2 टन एसी में क्या फर्क होता है?
फीचर | 1 टन एसी | 2 टन एसी |
कूलिंग कैपेसिटी | 12,000 BTU/घंटा | 24,000 BTU/घंटा |
पावर खपत | कम बिजली खर्च होती है | ज्यादा बिजली खर्च होती है |
रूम साइज के लिए उपयुक्त | 120-150 वर्ग फुट | 200-300 वर्ग फुट |
कीमत | कम महंगा | ज्यादा महंगा |
इंस्टॉलेशन | छोटा यूनिट | बड़ा यूनिट |
AC Buying Tips रूम साइज के अनुसार सही टन क्षमता:
100-120 वर्ग फुट: 0.8 टन
120-150 वर्ग फुट: 1 टन
150-200 वर्ग फुट: 1.5 टन
200-300 वर्ग फुट: 2 टन
अगर आपका कमरा बहुत बड़ा है, तो 2 टन का एसी लेना फायदेमंद रहेगा। लेकिन छोटे कमरे के लिए 1 टन का एसी ही पर्याप्त होता है।
AC Buying Tips अन्य जरूरी फैक्टर्स:
सिर्फ कमरे का साइज ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य फैक्टर्स भी टन कैलकुलेशन में अहम भूमिका निभाते हैं। अगर आपके कमरे में ज्यादा खिड़कियां हों तो सूरज की गर्मी अंदर आती है| ऐसे में आपको ज्यादा टन क्षमता वाला एसी चाहिए होता है। कमरे में लोगों की संख्या भी एसी के टोंको तय करती है |
यदि कमरे में ज्यादा लोग रहते हैं, तो अधिक हीट जनरेट होती है, जिससे ज्यादा कूलिंग कैपेसिटी की जरूरत होती है। साथ ही यदि कमरे में ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस है तो एसी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जिसके लिए आपको अधिक टन के एसी की जरूरत होती है|
साथ ही अगर आप बहुत गर्म इलाकों जैसे राजस्थान, दिल्ली में रहते हैं ,तो ज्यादा टन का एसी लेना फायदेमंद रहेगा। इसके अलावा ऊंची छत वाले कमरों में अधिक हवा ठंडी करनी पड़ती है, जिससे अधिक टन क्षमता की आवश्यकता होती है।
1 टन और 2 टन एसी में बिजली की खपत में कितना अंतर होता है?
बहुत से लोग सोचते हैं कि ज्यादा टन का मतलब ज्यादा बिजली बिल। यह काफी हद तक सही भी है, लेकिन यह इस पर भी निर्भर करता है कि आप कितने समय तक एसी चलाते हैं। प्रतिदिन 8 घंटे चलाने पर औसत बिजली की जहां खपत 1 टन एसी के लिए 0.8 – 1.2 यूनिट प्रति घंटा होती है |
वहीं 2 टन एसी के लिए 1.8 – 2.5 यूनिट प्रति घंटा लगता है | अगर आपका इस्तेमाल ज्यादा है, तो इन्वर्टर एसी लेना फायदेमंद रहेगा, क्योंकि यह 40-50% तक बिजली की बचत कर सकता है।
AC Buying Tips क्या ज्यादा टन का एसी खरीदना अच्छा रहेगा?
यदि आपका कमरा बड़ा है और आप ज्यादा समय तक एसी का इस्तेमाल करते हैं, तो 2 टन का एसी सही रहेगा। लेकिन अगर आपका कमरा छोटा है और आप सिर्फ रात में एसी चलाते हैं, तो 1 टन का एसी काफी होगा। कम टन का एसी बड़ा कमरा ठंडा नहीं कर पाएगा, जिससे बार-बार कंप्रेसर ऑन-ऑफ होगा और बिजली बिल बढ़ेगा।
ज्यादा टन का एसी छोटे कमरे में जल्दी ठंडा कर देगा, लेकिन नमी ज्यादा रहेगी, जिससे चिपचिपाहट महसूस होगी। अगर आप सही टन क्षमता का एसी चुनते हैं, तो यह न सिर्फ बेहतर कूलिंग देगा, बल्कि बिजली की भी बचत होगी।